जमीन हड़पी थी तो कांग्रेस के शासनकाल में विधायक ने कार्यवाही क्यों नहीं करवाई
*कोतमा से भाजपा प्रत्याशी दिलीप जायसवाल ने प्रेस वार्ता का किया आयोजन*
अनूपपुर/बिजुरी
कोतमा से भाजपा के विधायक प्रत्याशी दिलीप जायसवाल के द्वारा गुरुवार को प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया ।जहां उन्होंने कांग्रेस के विधायक प्रत्याशी सुनील सराफ के द्वारा उन पर लोगों की जमीन हड़पने के बेबुनियाद आरोप लगाए जाने के मामले को लेकर आपत्ति जताते हुए कहा कि वह इस मामले की शिकायत निर्वाचन आयोग से करेंगे तथा उन्होंने कोतमा विधायक एवं कांग्रेस के विधायक प्रत्याशी सुनील सराफ पर आक्रोश जताते हुए कहा कि यदि मैंने या फिर मेरे परिवार के किसी भी सदस्य ने किसी की जमीन हड़पी है तो 5 वर्ष तक वह कोतमा से विधायक थे तथा 15 महीना के कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में उन्होंने क्यों इसकी जांच नहीं कराई और ना ही किसी तरह की कार्यवाही उनके द्वारा इस संबंध में की गई। चुनावी समय आया है तो अब बेबुनियाद आरोप लगाकर अपने पक्ष में चुनावी माहौल बना रहे हैं।
*आरोप साबित कर दें तो राजनीति से ले लूंगा सन्यास*
भाजपा के विधायक प्रत्याशी दिलीप जायसवाल ने कहां की यदि किसी भी व्यक्ति की जमीन मैने या फिर मेरे परिवार के किसी भी सदस्य ने हड़पी है यह बात कोतमा विधायक तथा कांग्रेस के प्रत्याशी सुनील सराफ प्रमाणित कर देंगे तो मैं राजनीति से संन्यास लेने को तैयार हूं। झूठ की राजनीति ज्यादा दिन नहीं चलती है यदि 5 वर्ष कोतमा विधायक ने में कुछ कार्य किए होते तो आज उन्हें झूठ का सहारा नहीं लेना पड़ता।
*क्षेत्र को शेर नहीं सेवक चाहिए*
भाजपा के विधायक प्रत्याशी दिलीप जायसवाल ने कहा कि बिजुरी नगर के पीपल चौक में कांग्रेस से प्रत्याशी घोषित होने के पश्चात जब पहली बार सुनील शराफ पहुंचे तो उनके समर्थकों ने नारा लगाया देखो देखो कौन आया शेर आया शेर आया। जिस पर नाराजगी जताते हुए दिलीप जायसवाल ने कहा कि राजनीति में शेर नहीं बल्कि सेवक चाहिए शेर तो कमजोर को सताता है और ऊसका शिकार करता है। शेर हिंसक प्रवृत्ति का होता है वह किसी को भी नहीं छोड़ता है और कोतमा विधानसभा को शेर की नहीं बल्कि सच्चे मन से जो जनता की सेवा कर सके ऐसे व्यक्ति की आवश्यकता है।