नगरपालिका की उदासीनता से दूषित पानी पीने को मजबूर, पेयजल योजना का नही मिल रहा है लाभ
*पुराने पाइप लाइन से हो रही हैं पानी की सप्लाई, पार्षद की भी नही सुनते जिम्मेदार*
अनूपपुर
कोतमा नगरपालिका के उदासीनता के कारण नगर के कई बार आज भी ऐसे हैं जहां पेयजल योजना के तहत लोगों को लाभ नहीं मिल पा रहा है । जबकि पूर्व में मुख्यमंत्री के द्वारा शहरी पेयजल योजना के तहत नगर के 15 वार्डों में पाइप लाइन का विस्तार करते हुए पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 19 करोड रुपए की लागत से योजना स्वीकृत की थी । लेकिन उस योजना का लाभ आज भी कई वार्ड के लोगों को नहीं मिल पाया है . जिसके कारण लोग पेयजल की समस्या के साथ ही दूषित पानी पीने को विवश हैं ।
*पुराने पाइप लाइन से पानी की सप्लाई*
नगर पालिका के वार्ड क्रमांक 14 15 12 11 एवं कुछ वार्ड क्रमांक 10 का हिस्सा जहां आज भी पुराने सीमेंट युक्त पाइप से नगर पालिका के द्वारा पेयजल के लिए पानी सप्लाई की जाती है । नगर पालिका क्षेत्र के लहसुई गांव गोबिंदा कालोनी गोबिंदा गांव विकाश नगर मे नल जल योजना के तहत पाइपलाइन का विस्तार नहीं किया गया जिसके कारण यहां पर बादशाहपुर बिछाई गई सीमेंट युक्त पाइप लाइन से पानी की सप्लाई की जा रही है । नगर के वार्ड क्रमांक 11 गोविंदा गांव एक ऐसा वार्ड है जहां नीचे कालरी के द्वारा कोयला निकाला जाता है जिसके कारण वहां पर बोर भी सफल नहीं है जिसके कारण वार्ड वासियों को पीने के पानी के लिए भटकना पड़ता है।
*नहीं दिया गया नल जल योजना का लाभ*
पूर्व में शहरी पेयजल योजना के तहत वार्ड क्रमांक 11 में पाइप लाइन का विस्तार होना था लेकिन आज तक उस वार्ड में पाइप लाइन का विस्तार नहीं किया गया । वर्तमान में जब नगर पालिका के अधिकारियों के पास वार्ड वासी पाइप लाइन विस्तार के लिए बात करने जाते हैं तो उन्हें यह कहकर आश्वासन दे दिया जाता है कि पाइप आ गई है जल्दी पाइप लाइन का विस्तार करवाया जाएगा ।
*कोल प्रबंधन पहुंचाती है पानी*
वार्ड वासियों ने बताया कि गर्मी में नगर पालिका के द्वारा जो सीमेंट व प्लास्टिक की पाइप लाइन से पानी की सप्लाई की जाती है प्रेशर अधिक होने के कारण वह पाइप भी टूट जाती है जिसके कारण पेयजल के लिए हमें भटकना पड़ता है कई बार जब नगर पालिका को बोलते हैं तो यह कह दिया जाता है कि टैंकर खाली नहीं है यदा-कदा ही टैंकर से पानी भिजवाया जाता है हम लोगों को कालरी प्रबंधन के द्वारा टैंकर के माध्यम से पानी उपलब्ध करवाया जाता है ।
*दूषित पानी की सप्लाई*
नगर के वार्ड क्रमांक 11 कॉलेज के सामने बने पुराने फिल्टर प्लांट से पेयजल के लिए पानी की सप्लाई की जाती है जो टंकियां बनी है उसे एक साल में नगर पालिका के द्वारा साफ सफाई करवाई जाती है जिसके कारण उसे टंकी में कीचड़ कई एवं पेड़ पौधों से गिरी पत्तियां पड़ी रहती है जिसके कारण पानी दूषित हो जाता है सही ढंग से फिल्टर भी पानी को नहीं किया जाता है और इस पानी की सप्लाई पेयजल के लिए की जाती है । जिसके कारण लोगों को बीमारी होने का अंदेशा बना रहता है । नए फिल्टर प्लांट से पुराने फिल्टर पॉइंट में पानी की सप्लाई सही ढंग से नहीं देने के कारण काल्डी से जो पानी आता है इस पानी को टंकी में लौटकर लोगों को पेयजल के लिए पानी सप्लाई की जाती है ।
*नहीं सुनते पार्षद की भी*
वार्ड पार्षद नोहर सिंह ने बताया कि हमारे वार्ड में शहरी पेयजल योजना के तहत पाइप लाइन का विस्तार नहीं किया गया है पुराने पाइपलाइन से ही पानी की सप्लाई की जाती है पानी का प्रेशर अधिक होने के कारण जगह-जगह से पाइप टूट जाती है जिसके कारण वार्ड वासी गर्मी में पेयजल के लिए परेशान होते हैं हमारे द्वारा कई बार नगरपालिका अधिकारियों को कहा गया कि नई पाइप लाइन का विस्तार करते हुए वार्ड वासियों को पेयजल की सुविधा मुहैया कराई जाए लेकिन वह भी आश्वासन देकर टाल मटोल करते आ रहे हैं । फिल्टर प्लांट से पानी की सप्लाई जो की जा रही है वह भी दूषित पानी की सप्लाई की जाती है सही ढंग से फिल्टर नहीं किया जाता पानी टंकी में रहता कीचड़ माटी एवं अन्य सामग्रियां पड़ी रहती है जिसके कारण पानी दूषित हो जाता है और इस पानी की सप्लाई की जाती है ।
वार्ड वासियों ने जिला कलेक्टर से मांग की है कि जल्द ही आईटीआई के आगे से गोविंदा गांव एवं कदम टोला के मोहल्लों में शहरी पेयजल योजना के तहत पाइप लाइन विस्तार करवाते हुये नगर पालिका को निर्देश दें जिससे पेयजल की सुविधा सही तरीके से मुहैया हो सके ।