छठी माई की उपासना के साथ डूबते सूर्य को भक्तों ने दिया अर्घ्य
*मढ़फा तालाब, जमुना कॉलरी व अमरकंटक में भक्तों का उमडा जन सैलाब*
अनूपपुर/जमुना/अमरकंटक
सूर्य उपासना के पर्व छठ पूजा को लेकर सामतपुर अनूपपुर मढ़फा तालाब में छठी मैया के पूजन में आज दिनांक 19 नवम्बर को भगवान भास्कर को सूर्यास्त में अर्ग देते हुए का पूजा तलाब घाट पर छठी माई की कठिन पूजा उपासना के पश्चात भक्तों ने डूबते सूर्य की पूजा कर अर्घ्य दिया । इस अवसर पर क्षेत्र से छठ तलाब घाट पर भक्तों का भारी जनसैलाब उमडा, सभी लोगों ने एक दूसरे को छठ पर्व की शुभकामना देते हुए आशीर्वाद प्राप्त किया। नगर पालिका परिषद अनूपपुर के अध्यक्ष के द्वारा के छठ तलाब घाट पर साफ सफाई व्यवस्था से लेकर उपासक के लिए टेंट लाइट की व्यवस्था नगर पालिका परिषद अनूपपुर के माध्यम से की गई। 19 नवंबर 2023 को छठ पूजा में शामिल उपवास रखने वाले भक्त डूबते सूर्य की उपासना की। एवं 20 नवंबर 2023 को उगते सूर्य की उपासना की जाएगी। छठ पूजा हिंदू त्योहार है जो चार दिनों तक चलता है और सूर्य देवता की पूजा करता है. इसमें भक्त उपवास, प्राकृतिक तत्वों का समर्थन, और पर्यावरण की सफाई का महत्वपूर्ण रोल निभाते हैं. छठ पूजा का हिंदू त्योहार चार दिनों तक चलता है और अनुष्ठान, भक्ति और गहन आध्यात्मिक अर्थ से भरा होता है।
*जमुना कॉलरी में मनाया गया छट त्योहार*
सूर्य उपासना के पर्व छठ पूजा को लेकर एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र के छठ तलाब घाट पर छठी माई की कठिन पूजा उपासना के पश्चात भक्तों ने डूबते सूर्य की पूजा कर अर्घ्य दिया । इस अवसर पर क्षेत्र से छठ तलाब घाट पर भक्तों का भारी जनसैलाब उमडा, सभी लोगों ने एक दूसरे को छठ पर्व की शुभकामना देते हुए आशीर्वाद प्राप्त किया । नगर पालिका परिषद पसान के अध्यक्ष राम अवध सिंह के द्वारा भालूमाडा एवं जमुना कॉलरी के छठ तलाब घाट पर साफ सफाई व्यवस्था से लेकर उपासक के लिए टेंट लाइट की व्यवस्था नगर पालिका परिषद पसान के माध्यम से की गई। सांस्कृतिक कार्यक्रम एलईडी के माध्यम से क्रिकेट मैच का फाइनल मुकाबले भी देखने की व्यवस्था बनाई गई एवं प्रसाद वितरण का कार्यक्रम कमेटी के द्वारा किया गया है। 19 नवंबर 2023 को छठ पूजा में शामिल उपवास रखने वाले भक्त डूबते सूर्य की उपासना की। एवं 20 नवंबर 2023 को उगते सूर्य की उपासना की जाएगी। छठ पूजा हिंदू त्योहार है जो चार दिनों तक चलता है और सूर्य देवता की पूजा करते है। इस पर्व में भगवान सूर्य के साथ छठी माई की पूजा-उपासना विधि-विधान के साथ की जाती है। यह सबसे कठिन व्रतों में से एक माना जाता है। इस पर्व में आस्था रखने वाले लोग सालभर इसका इंतजार करते हैं। धार्मिक मान्यता है कि छठ का व्रत संतान प्राप्ति की कामना, संतान की कुशलता, सुख-समृद्धि और उसकी दीर्घायु के लिए किया जाता है।
*अमरकंटक में छठ पूजा की धूम*
अमरकंटक में भी छठ पूजन की धूम देखी जा रही है । अमरकंटक में सैकड़ों परिवारो के लोग जो छठ पूजन बड़े ही धूम धाम के साथ मनाते है । श्री मां नर्मदा छठ पूजा समिति अमरकंटक द्वारा नगर में भी डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य के समय आने का आमंत्रण नगर में भी दिया गया ।नगर के लोग भी इस पर्व को देखने और पूजन में सम्मिलित होते है ।अमरकंटक नगर परिषद द्वारा घाटों की साफ सफाई व लाईटिंग व्यवस्था तथा अमरकंटक पुलिस प्रशासन द्वारा भी इस ओर नजर बनाए रखा जाता है । छठी पूजा का पर्व अमरकंटक में दो जगह प्रमुख रूप से मनाया जाता है , पहला कोटि तीर्थ घाट दूसरा राम घाट में । जहाँ सैकड़ों की संख्या में छठी माता के पूजन हेतु पहुंचते है । नगर के भी लोग इस पूजन पर्व में सम्मिलित होते है और व्रतियों का उत्साह वर्धन करते है । रामघाट नर्मदा तट पर टेंट , म्यूजिक सिस्टम भी समिति द्वारा लगाया जाता है , लोगो के बैठने की व्यवस्था समिति द्वारा बनाया जाता है । बच्चो में पटाखा फोड़ने की होड़ लगी रहती है।