घर में घुसे मादा चीतल का शिकार करने वाले दो आरोपी गिरफ्तार, दो भागने में हुए सफल
*अपराध की खोज में डांग जिमी ने निभाई एक बार फिर महत्वपूर्ण भूमिका*
अनूपपुर
अनूपपुर जिले के वन चौकी किरर अंतर्गत किरर बीट के सजहा टोला निवासी हेम सिंह बंजारा पिता प्रेम सिंह बंजारा का मकान जिसके तीन ओर जंगल स्थित है में पालतू कुत्तों द्वारा 4 अक्टूबर की शाम एक मादा चीतल को पकड़ने के उद्देश्य से दौड़ाये जाने पर भागते हुए अपनी जान बचाते हुए मादा चीतल हेम सिंह बंजारा के गौशाला में थकने पर जाकर बैठ गई जिस पर मौके का फायदा उठाते हुए हेम सिंह एवं उनके दो अन्य साथियों द्वारा मादा चीतल को गला दबाकर मारने बाद बांका से मृत चीतल के शरीर के अंगों को चमड़ी निकालते हुये काटकर आपस में बांट लिया इस दौरान आरोपी होम सिंह बंजारा अपने भाई के 14 वर्ष उम्र के बालक को अपने हिस्से के मांस एवं मृत चीतल के काटे गये सिर को बोरी में रखकर अपनी मो,सा,एम,पी,65 ZA0476 से अपनी ससुराल राजेंद्रग्राम थाना के लपटी गांव जाते समय लांघाटोला बैरियर में 4 अक्टूबर की रात 8:00 बजे के लगभग पूछताछ एवं तलाशी दौरान पकड़े जाने पर एस,एस,टी,टीम द्वारा वन विभाग को सौपा रहा है जिस पर रात भर पुलिस अधीक्षक अनूपपुर जितेंद्र सिंह पंवार एवं वन विभाग के टीम द्वारा पूछताछ करने पर दोनों आरोपियों द्वारा निरंतर पूछताछ पर स्पष्ट जानकारी न दिए जाने के कारण अनूपपुर वन मंडलाधिकारी एस,के,प्रजापति के निर्देश पर संभाग मुख्यालय शहडोल से डांग एस्कॉर्ट बुलाया गया जिसके द्वारा रविवार के दिन प्रदीप कुमार खत्री उप वन मंडलाधिकारी अनूपपुर के नेतृत्व में वन अधिकारियों/कर्मचारियों के साथ डांग जिमी द्वारा सूक्ष्म परीक्षण किए जाने पर घटनास्थल की पहचान एवं आरोपी हेमसिंह बंजारा के गौशाला के गौशाला के पैरा,खेत में लगे अरहर के पौधों के बीच मादा चीतल को काटे जाने पर जमीन में सूखे पड़े खून के निशान के साथ नाला के पास से मादा चीतल के अन्य अवशेषो को बरामद कराया डाक एस्कॉर्ट प्रभारी राजकमल पयासी डॉग एस्कॉर्ट सहायक राजकुमार त्रिपाठी ने डांग जिमी के माध्यम से एक बार फिर अपराध को खोजने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए सफलता प्राप्त की।
वन विभाग की टीम द्वारा समस्त प्रारंभिक कार्यवाही करते हुए आरोपी को न्यायालय में प्रस्तुत करने तथा न्यायालय की आदेश पर जेल दाखिल किया जबकि अपचारी बालक को किशोर न्याय बोर्ड न्यायालय में प्रस्तुत किया गया इस दौरान दो महत्वपूर्ण शिकार के आरोपी भागने में सफल रहे हैं जिनकी खोजबीन हेतु डीएफओ के निर्देशन में टीम बनाई गई है।