15 दिसंबर तक समस्याओ का समाधान नही हुआ तो खदान बन्द कर करेंगे आंदोलन
*किसानों के मुद्दे को लेकर एसईसीएल को कलेक्टर ने लगाई फटकार*
शहड़ोल
शहड़ोल जिले के रामपुर बेलिया के ग्रामीणों के द्वारा लगातार रामपुर भटूरा खुली खदान को लेकर कई तरह की समस्याओं का सामना कर रहे हैं किसान 10 वर्षों से खदान की कार्यवाही प्रारंभ होते-होते 2016 में मुआवजा प्रारंभ हुआ इसके पश्चात रोजगार की प्रक्रिया 3 महीने में प्रारंभ हो जाएगी ऐसी बात करते हुए जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में ग्रामीण जनों की ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित होती है एसईसीएल किस तरह से किसानों के साथ काम करेगी किस-किस नियम के आधार पर रोजगार मुआवजा पुनर्वास की कार्यवाही की जाएगी वह सब चलते-चलते 2021-22 में रोजगार की प्रक्रिया प्रारंभ की गई जहां 1500 एक हज़ार पांच सौ रोजगार उपलब्ध कराना था। उसके जगह लगभग 270 रोजगार ही उपलब्ध कराया गया है। 2016 में 3 महीने के अंदर समस्त रोजगार देने की बात हुई थी मगर रोजगार नही मिला, किसान नेता व वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता भूपेश शर्मा ,सरपंच ग्राम पंचायत रामपुर सहित गांव के वरिष्ठ जन लगातार एकत्रित होकर एसईसीएल एवं जिला प्रशासन के ऊपर दबाव बनाना प्रारंभ किया तब जाकर कुछ काम प्रारंभ हुआ। गांव के ग्रामीण जन 17 नवंबर को मतदान का बहिष्कार किया तब जाकर जिला प्रशासन की आंख खुली, जिला कलेक्टर के एक्शन पर रामपुर, बेलिया के समस्याओं का समाधान अतिशीघ्र करने हेतु बैठक बुलाई बैठक में जिला प्रशासन के तरफ से कलेक्टर शहडोल स्वयं साथ ही तहसीलदार, नायब तहसीलदार, जनपद सीईओ के साथ अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे एससीसीएल की तरफ से महा प्रबंधक कृष्णा सहित पूरा अमला मौजूद था गांव के ग्रामीण जन सैकड़ो की संख्या में एसईसीएल के आर सी क्लब में पहुंचकर विंदुवार चर्चा प्रारंभ किया जिसमें से धारा 9,1 को लेकर 2016, 2021 जनवरी के आपसी बटनबारा को प्रथक ,प्रथक रोजगार उपलब्ध कराया जाए आर एंड आर अनुदान राशि उपलब्ध कराया जाए, पुनर्वास की जगह अति शीघ्र उपलब्ध कराया जाए ,लंबित पेड़ पौधे मकान कुआं अन्य पर संपत्ति का मुआवजा तत्काल भुगतान किया जाए संचालित कंपनी द्वारा रामपुर में अलग-अलग तरह से कई कार्यो को ठेका में दिया गया हैं जिसमे लगभग 400 लोग बाहर से आकर रोजगार कर रहे हैं रामपुर ,बेलिया के ग्रामीण जिससे वंचित है उन्हें प्राथमिकता दिया जाए रोजगार की फाइलों में लगातार बहाने बनाकर रोजगार को बाधित किया जाता है उसे गति प्रदान किया जाए। स्थानीय ठेकेदारों को प्राथमिकता दिया जाए जिस पर पहली बार जिला कलेक्टर व महाप्रबंधक के द्वारा संयुक्त रूप से पत्र जारी कर मुख्यालय बिलासपुर को रोजगार के फाइलों में गति प्रदान करने हेतु जारी करेंगे अन्य सभी मुद्दों को लेकर अलग-अलग चर्चा के दौरान महाप्रबंधक के द्वारा जल्द से जल्द निराकरण करने हेतु आश्वासन दिया गया है लेकिन ग्राम पंचायत रामपुर के सरपंच सहित गांव की वरिष्ठ जन के द्वारा आने वाले 15 दिसंबर के अंदर समस्या का समाधान नहीं होता तो वृहद आंदोलन करते हुए खदान को पूरी तरह से बंद करेंगे जिसकी समस्त जवाबदारी एसईसीएल एवं जिला प्रशासन की होगी इसके पश्चात बैठक संपन्न हुआ बैठक में आरसी क्लब धनपुरी में लगभग 200 लोगों के साथ 2 घंटे तक चर्चा चली इसके पश्चात कलेक्टर के द्वारा इतने में बात नहीं बनेगी गेस्ट हाउस में बैठकर प्रमुख लोगों के साथ टेबल तक एवं कागज के साथ बैठकर होमवर्क करते हुए अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई अंत में ग्रामीण जनों के द्वारा एसईसीएल एवं जिला प्रशासन को चेतावनी देते हुए धन्यवाद दिया बैठक में मुख्य रूप से सरपंच ग्राम पंचायत रामपुर परिमिया बैगा, पूर्व सरपंच झोली बैगा, वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता भूपेश शर्मा, सांसद प्रतिनिधि राजकमल मिश्रा, आनंद त्रिपाठी, आदित्य त्रिपाठी, प्रमोद बैगा उप सरपंच, रजनीश मिश्रा, मनमोहन चौधरी, भगवान दास बैगा, ऋषभ गौतम देवेंद्र शर्मा मूलचंद गुप्ता धनी बैग ओमप्रकाश द्विवेदी राजू सोनी, मसाय राठौर शारदा चौरसिया, गोपी साहू, बाबूलाल, रत्ना बैगा, नारायण एवं सैकड़ो के संख्या में ग्रामीण जन बेलिया व रामपुर लोग उपस्थित रहे।