जिले से चारों हाथी पहुंचे छत्तीसगढ़ के मरवाही रेंज, किसानों ने ली राहत की सांस
अनूपपुर
अनूपपुर जिले के कोतमा अनूपपुर एवं जैतहरी रेंज में विगत कई दिनों से निरंतर विचरण कर ग्रामीणों के खेत में लगी धान की फसलों एवं कुछ लोगों के मकान में तोड़फोड़ कर करने वाले दो नर हाथी जिले की सीमा से पड़ोस के छ,ग,राज्य के मरवाही रेंज में प्रवेश कर मरवाही रेंज के घुसरिया बीट में विश्राम कर रहे हैं वही दो हाथियों का समूह जो विगत आठ दिनों से निरंतर कोतमा रेंज के टांकी बीट अंतर्गत टांकी के जंगल कक्ष क्रमांक पी,एफ,476 में दिन में विश्राम करने बाद जंगल के किनारे स्थित टांकी,नवाटोला के ग्रामीणों के धान की फसल को अपना आहार बनाते हुए टांकी के जंगल से लगे छ,ग,राज्य के मनेन रेंज अंतर्गत भौता बीट के कक्ष क्रमांक आर,एफ,676 में कुछ देर ठहरने बाद पड़ोस के मरवाही रेंज अंतर्गत उसाढ़ बीट में प्रवेश कर जंगल में विश्राम कर रहे हैं जिनके द्वारा आठ दिन पूर्व मनेन्दगढ़ रेंज से कोतमा रेंज के टांकी बीट में प्रवेश करने के बाद दो दिनों तक दिन में टांकी के जंगल में विश्राम करने बाद टांकी गांव के टोला-मोहल्ला में कुछ ग्रामीणों की घर ,दिवाल में तोड़फोड़ कर नुकसान पहुंचा रहा है, दो नर हाथियों का समूह चोलना बीट के चोई जंगल कक्ष क्रमांक आर,एफ,357 में पूरे दिन विश्राम करने बाद चोई के जंगल से निकलकर कुकुरगोड़ा,बचहाटोला होते हुए चोलना गांव से विचरण करते हुए छ,ग,राज्य की सीमा पहुंच कर गूजरनाला को पार कर मरवाही रेंज के घुसरिया बीट में कक्ष क्रमांक 2045 में पहुंचकर पूरे दिन विश्राम कर रहा है। दोनों हाथी दलों के अनूपपुर जिले से प्रस्थान करने पर जिले के ग्रामीणों ने राहत की सांस ली हैं।