पावर प्लांट की तानाशाही, पुत्र कैंसर से पीड़ित पिता की मजदूरी डकार गया मोजर बेयर प्रबंधन

पावर प्लांट की तानाशाही, पुत्र कैंसर से पीड़ित पिता की मजदूरी डकार गया मोजर बेयर प्रबंधन


अनूपपुर/जैतहरी

अनूपपुर जिले के मोजर बेयर पावर प्लांट जैतहरी में मजदूर दिन रात मेहनत से अपना कार्य करते है उसके बाद भी मजदूरी नही मिलती। मजदूरी के लिए मजदूर दर-दर ठोकर खाने को मजबूर हैं। श्रमिक वकील खान पिता नफील खान सहित कुल चार मजदूरों ने, मोजर बेयर पावर प्लांट के ठेकेदार जेपी इंजीनियरिंग एंड बॉडी बिल्डिंग के नियोजन एवं देखरेख में 20 मार्च 2023 से 13 मई 2023 तक लगातार 12 घंटा काम किया है किंतु ठेकेदार जेपी इंजीनियरिंग के द्वारा आज दिनांक तक मजदूरों के मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है।

उक्त आशय की जानकारी संयुक्त ठेकेदारी मजदूर यूनियन के अध्यक्ष जुगुल किशोर राठौर ने देते हुए बताया कि श्रमिकों के द्वारा हमारे यूनियन कार्यालय में  दिनांक 9 जून 2023 को उपस्थित होकर मजदूरी एवं ओवर टाइम का भुगतान करवाए जाने हेतु आवेदन किया था। जिसके संबंध में  यूनियन ने 12 जून 2023 को परियोजना प्रमुख मोजर बेयर पावर प्लांट को पत्राचार करते हुए भुगतान करवाए जाने हेतु आवेदन किया था किंतु मोजर बेयर पावर प्लांट प्रबंधन जो कि लूट, खसोट एवं बेईमानी से गले तक डूबी हो , ऐसे बेईमान प्रबंधन से यह उम्मीद कैसे की जा सकती है कि आवेदन निवेदन उसके सामने कोई मायने रखता है।

यूनियन के द्वारा पत्राचार करने पर प्रबंधन का जब कोई असर नहीं हुआ तो दिनांक 27 जुलाई 2023 को श्रम पदाधिकारी श्रम संभाग जिला अनूपपुर को पत्राचार करते हुए भुगतान करवाए जाने हेतु अनुरोध किया गया था । जिस पत्र पर कार्यवाही करते हुए श्रम पदाधिकारी जिला अनूपपुर के द्वारा कार्यालयीन पत्र क्रमांक 294 दिनांक 1 अगस्त 2023 को प्रबंधक मोजर बेयर पावर प्लांट को पत्राचार करते हुए भुगतान करवाए जाने हेतु निर्देशित किया गया था । किंतु श्रम पदाधिकारी के पत्र का भी प्रबंधन को कोई असर नहीं हुआ अंततः श्रीमान श्रम पदाधिकारी जिला अनूपपुर के द्वारा अत्यंत खेद जताते हुए पुनः पत्राचार कर तीन दिवस के भीतर भुगतान करवाए जाने हेतु स्मरण पत्र 26 सितंबर 2023 को जारी किया गया है । किंतु स्मरण पत्र का भी मोजर बेयर पावर प्लांट के प्रबंधन पर कोई असर होते हुए  दिखाई नहीं दे रहा है।

श्रमिक वकील खान का कहना है कि उसके पुत्र कैंसर से पीड़ित है इसके इलाज में हर महीने 10 से 15000 रुपए खर्च होता है छत्तीसगढ़ का रहने वाला है । श्रमिक जैतहरी में रूम किराए से लेकर रहता है किराएदार रोज दिन कमरा किराए के लिए परेशान करता है किंतु यह सारी बातें मोजर बेयर पावर प्लांट के प्रबंधन को जानकारी होते हुए भी कोई असर होता नहीं दिखाई दे रहा है । प्रबंधन मोजर बेयर पावर प्लांट का यह कृत्य घृणित एवं निंदनीय है जिसकी जितनी ज्यादा निंदा किया जाए वह कम होगी।

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