जिला प्रशासन को पत्रकारों की नही हैं जरूरत, पत्रकार खबरों का प्रकाशन करे या न करे हमे कोई फर्क नही पड़ता
अनूपपुर
अनूपपुर:-जिले निर्वाचन में में लगे शासकीय अमले को मीडिया की नहीं है जरूर यह चौंकाने वाले बयान अनूपपुर विधानसभा के सहायक निर्वाचन अधिकारी और अनूपपुर गौरी शंकर शर्मा ने आज कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी पूर्व संयुक्त कलेक्टर रमेश सिंह के नामांकन के समय मीडिया के समूह से तब कहीं जब मीडिया जब नामांकन की प्रक्रिया को अपने कैमरे में कैद करने के लिए रिटर्निंग ऑफिस में जाने की मांग कर रहे थे। सहायक निर्वाचन अधिकारी गौरीशंकर शर्मा एसडीओपी सुमित केरकट्टा पुलिस दल बल के साथ सारे मीडिया कर्मी को कवरेज करने से रोकने की पूर्ण कोशिश कर रहे थे उनका कहना था कि सिर्फ जनसंपर्क ही आपको जो सामग्री उपलब्ध कराएगा वही आप छाप सकते हैं, और उसे छापना हो तो छपिये ना छापना हो तो ना छपिये ऐसे में वहां पर बैठे उपस्थित वरिष्ठ पत्रकार मनोज शुक्ला राजेश शिवहरे गिरीश राठौर आनंद पांडे राजेश शुक्ला अरविंद बियानी हिमांशु बियानी अजीत मिश्रा सभी ने यह कहा अगर प्रशासन को मीडिया की जरूरत नहीं तो मीडिया आज से सरकारी चुनावी कवरेज को बंद करती है, इस पर सहायक निर्वाचन अधिकारी और तहसीलदार अनूपपुर गौरी शंकर शर्मा ने कहा कि मीडिया स्वतंत्र है कवरेज करें चाहे ना करें हमें कोई फर्क नहीं पड़ता देखना यही है कि क्या जिला प्रशासन बिना मीडिया के सहयोग के यह चुनाव करने पर आमादा है, जबकि निर्वाचन आयोग का स्पष्ट कहना है कि हर सूचनाओं मीडिया तक पहुंचाई जाए मीडिया को स्वतंत्र रखा जाए लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की अपनी एक अहमियत होती है और अगर और अगर जिला निर्वाचन अधिकारी सहायक निर्वाचन अधिकारी और अनूपपुर विधानसभा के निर्वाचन अधिकारी की मीडिया के बारे में यह सोच है तो इसका मतलब दाल में कहीं कुछ काला है, चुनाव में होने वाले गड़बड़ झाला को मीडिया से छुपाने के लिए इस तरीके से मीडिया पर रोक लगाई जाती है, जबकि हर चुनाव में मुख्यमंत्री तक ने आकर फॉर्म भराया और अनूपपुर जिले की मीडिया आर ओ ऑफिस में उपस्थित होकर के फोटो खींचती रही वीडियो बनाती रही कभी निर्वाचन कार्य में कोई बाधा उत्पन्न नहीं हुई, आज मीडिया के साथ कुछ इस तरह का व्यवहार किया गया है जैसे अनूपपुर के पत्रकार आतंकवादी हो और वहां पर कोई अपराधिक घटना कर सकते हो जबकि प्रथम प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिला निर्वाचन अधिकारी के सामने यह बात हुई थी, कि दो-दो लोगों को करके यह फोटो और वीडियो ग्राफी कराई जा सकती है
*इनका कहना है*
अनूपपुर के इतिहास में आज तक पत्रकारों को नाम निर्देशन पत्र भरते समय नहीं रोका गया हमेशा 5-5 पत्रकारों को एंट्री दी जाती थी जिला निर्वाचन अधिकारी के निर्देश के कारण पत्रकारों को अंदर जाने से उनके सहायक निर्वाचन अधिकारियों ने रोक दिया पत्रकार ऐसे रवैया की निंदा करते हैं तहसीलदार द्वारा यह कहा जाना की मीडिया की जरूरत नहीं है इस पर तत्काल संज्ञान लेते हुए दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए अन्यथा पत्रकार जनसंपर्क के खबरों का बहिष्कार करेंगे।
*अरविंद बियाणी, संपादक, अंचल धारा*
कलेक्टर तत्काल संज्ञान ले, अन्यथा आने वाले दिनों में पत्रकार एक जुटता की परिचय देते हुए शासकीय खबरों का बहिष्कार करेंगे।
*राजेश शिवहरे, जिला अध्यक्ष पत्रकार संघ, अनूपपुर*
प्रशासन के ऐसे निर्णय का निंदा करते हैं।
*राजेश पयासी ब्यूरो कीर्ति क्रांति*
स्वतंत्र पत्रकारिता पत्रकारों को कवरेज से रोकना व खबरों के प्रकाशन के लिए सहायक रिटर्निंग अधिकारी का बयान सही नही है जिला निर्वाचन अधिकारी इस मामले में संज्ञान ले।
*आनंद पाण्डेय सम्भागीय महासचिव एमपी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन संभाग शहड़ोल*