चुनाव का सियासी पारा चढ़ा, बगावत व भितरघातियों से लग रहा है डर कौन बनेगा सरताज

चुनाव का सियासी पारा चढ़ा, बगावत व भितरघातियों से लग रहा है डर कौन बनेगा सरताज


इन्ट्रो

विधानसभा अनूपपुर का चुनाव इस बार काफी दिलचस्प दिखाई पड़ रहा है उसकी वजह है कि भारतीय जनता पार्टी के सिद्धांत वादी पदाधिकारीयों व कार्यकर्ताओं ने खुलकर प्रत्याशी बिसाहू लाल सिंह का जहां विरोध किया वहीं शुक्रवार 27 अक्टूबर को नामांकन दाखिल करने के पहले जिस भीड़ का अंदेशा बिसाहू लाल सिंह ने लगाया था वह तमाम प्रयासों के बाद भी नहीं पहुंच पाई जिसके बाद उन्हें भाजपा के भितर घातियों का भय सताने लगा है,वहीं बिसाहू लाल सिंह का वोट बैंक माने जाने वाले गोंड समाज पर कांग्रेस प्रत्याशी रमेश सिंह सेंध लगाने में सफल होते दिखाई पड़ रहे हैं ऐसे में अपने आप को चाणक्य मानने वाले की चल क्या भाजपा के लिए कुछ कमाल कर पाएगी क्योंकि कलफदार कुर्ता धारी के भद्दे दागों ने पहले ही समय-समय पर चाल चरित्र की बानगी दिखाई है,जो भाजपा प्रत्याशी के लिए मुसीबतों से कम नहीं है,ऐसे में उन्हें पहले अपनों से जूझना पड़ रहा है वहीं विकास परक कार्यों के मामले में उनके खुद के बोल अब इस राह में रोड बन रहे हैं, हालांकि वह राजनीति के शातिर और माहिर खिलाड़ी माने जाते हैं लेकिन चुनावी माहौल में फिलहाल तो उनके मोहरे सटीक नहीं बैठ रहे हैं।

अनूपपुर 

भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी बिसाहू लाल सिंह को भाजपा के जनमत वाले नेताओं का साथ न मिलना उनके लिये पहले से परेशानियों का सबब रहा है, फिर दागदार कलफदार कुर्ता धारी ने कॉलर टाइट कर और परेशानी बढ़ा दी, वहीं इस उम्र में उनकी बीमारी भी उन्हें ढंग से चलने नही दे रही है,जिसके कारण वह काम करने वाले भरोसे मंद को अभी तलाश कर रहे हैं,और भाजपा के दिखावे वाले नेता सोसल मीडिया में  ग्रुप फ़ोटो डालकर अपनी मेहनत बता रहे हैं पर वास्तव में बोटरों तक वह नही पहुंच रहे,जबकि हर घर पहुंचने की जिनकी जिम्मेदारी है वह समय व्यतीत कर रहे हैं, जिसका सीधा फायदा प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस प्रत्याशी रमेश सिंह को मिल सकता है, हालांकि भाजपाईयों को सरकार की योजनाओं पर भरोसा है,लेकिन शायद वह यह भूल रहे हैं कि बेरोजगारी एक ऐसा मुद्दा है जिसका जबाब उनके पास नही है।वहीं कांग्रेस ने प्रचार के पहले वचन पत्र सामने कर भाजपा के घोषणा पत्र का जबाब दे दिया,वैसे भी भाजपा प्रत्याशी बिसाहू लाल सिंह ने पूर्व में ही सरकार को मुख्यमंत्री के सामने घोषणा वीर बता दिया था, ऐसे में अब भाजपा को यहां काफी मशक्कत करनी पड़ रही है,बहरहाल चुनाव के शेष बचे दिनों में जनता को कौन कितना साधने सफल होगा यह कहना जल्दबाजी होगा।

*खुलकर हुआ विरोध भी बढ़ा रहा परेशानी*

कांग्रेस से भाजपा में आकर मंत्री बनने वाले बिसाहू लाल सिंह को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी के सिद्धांत वादी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारी ने खुलकर विरोध किया था यह वही कार्यकर्ता और पदाधिकारी है जो की विधानसभा अनूपपुर के ग्राम दुलहरा, पिपरिया, कांसा, कोड़ा, तारा डांड, सकरिया सहित आदि ग्रामों में भाजपा का झंडा ऊंचा कर सदैव विधानसभा चुनाव में यहां से भाजपा को बढ़त दिलाते रहे हैं ऐसे में भारतीय जनता पार्टी को जहां उनका विरोध भारी पड़ेगा वहीं कांग्रेस इसका यहां पर फायदा उठा सकती है। इसके साथ यहां पर कांग्रेस की यूथ विंग अपने आप में मजबूत है वहीं कांग्रेस की जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती प्रीति सिंह इसी क्षेत्र से पहले सदस्य निर्वाचित हुई है ऐसे में कांग्रेस यहां मजबूत पकड़ बना सकती है। और भारतीय जनता पार्टी का युवा मोर्चा यहां पर कार्यकर्ताओं को खड़े कर पाने में भी सफल नहीं रहा है चुनाव के इस दौर में भारतीय जनता पार्टी को इस क्षेत्र में जिम्मेदार पदाधिकारी की तलाश है।

*भाजपा के साथ पर दिखा रहे कांग्रेस का हाथ*

शुक्रवार 27 अक्टूबर को भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी बिसाहू लाल सिंह का नामांकन दाखिल करने आये नेता भाजपा के साथ रहकर भी कांग्रेस का हाथ दिखाते रहे यहां पर यह बता दिया जाए की यह वही लोग हैं जिनका कांग्रेस में रहने के दौरान बिसाहू लाल सिंह के द्वारा अपमान किया गया था, वह अपनी काबिलियत की बदौलत आज राजनीति में अपना मुकाम बनाए हुए हैं ऐसे में वह कितना उनके साथ देंगे यह तो भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व को समय रहते समझना होगा अन्यथा फिर पछताए होत का जब चिड़िया चुग गई खेत की कहावत होगी, हालांकि राजनीति में कोई किसी का स्थाई दोस्त या दुश्मन नहीं होता है लेकिन फिर भी यह माना जाता है कि अपमान का बदला सम्मान तो नहीं होता बहरहाल यह चुनाव है कब क्या समीकरण बनते बिगड़ते हैं कुछ कहा नहीं जा सकता फिलहाल जो दिखाई दे रहा है उससे भली भांति भाजपा प्रत्याशी परिचय हैं।

*मुख्यमंत्री के सामने क्या कहा था बिसाहू लाल सिंह ने*

नर्मदा जयंती के कार्यक्रम के दौरान पूर्व में अमरकंटक के रामघाट में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में बिसाहू लाल सिंह ने कहा था कि अनूपपुर मैं विकास कार्यों को लेकर की गई घोषणाओं पर यदि कार्य हो गया होता तो कोई माई का लाल नहीं जो हमें चुनाव हरा सकता यानी कि उन्होंने साफ कर दिया था कि घोषणाओं से काम नहीं चलने वाला है उसे हकीकत में करना होगा अब जब चुनाव का दौर है तो यह बात तो होगी घोषणा पत्र घोषणाओं तक ही सीमित रहेगा बेरोजगारों को रोजगार की कोई बात नहीं होगी कांग्रेस यही कहकर बेरोजगारों को अपने साथ करने में जुटी है इसमें वह कितना सफल होगी यह तो समय के साथ दिखाई पड़ेगा लेकिन बिसाहू लाल सिंह के बोल अब उन्हें खुद यहां चुनौती दे रहे हैं।

Labels:

Post a Comment

MKRdezign

,

संपर्क फ़ॉर्म

Name

Email *

Message *

Powered by Blogger.
Javascript DisablePlease Enable Javascript To See All Widget