लूट, मारपीट व जान से मारने की धमकी असंज्ञेय अपराध दर्ज, टीआई पर उठे सवाल, एसपी से हुई शिकायत
अनूपपुर/बिजुरी
जागृति पनिका लिखित आवेदन देते हुए पुलिस अधीक्षक से मामला का उच्च स्तरीय जांच करवाए जाने की मांग की है । जागृति पनिका का कहना है कि उसकी मां गीता पनिका को 19 अक्टूबर 2023 को ग्राम बहेराबाध थाना बिजुरी निवासी हरी पनिका उसकी पत्नी एवं उसकी लड़की शीला पनिका के द्वारा एक साथ एक राय हो करके गाली गलौज मारपीट एवं जान से मारने की धमकी के साथ मा गीता पनिका के गले में पहनी सोने की लॉकेट एवं सोने का गेहूं दाना लूट कर घर के अंदर घुस गए । जिसकी शिकायत आवेदिका की मां गीता पनिका के द्वारा थाना बिजुरी में शिकायत दर्ज करवाई थी । शिकायत दर्ज करने के उपरांत मेडिकल परीक्षण करवाया गया मेडिकल में हल्का-फुल्का चोट होना लेख किया गया है । किंतु थाना बिजुरी के थाना प्रभारी के द्वारा सन्तोष जनक कार्यवाही नहीं किए जाने पर पुलिस अधीक्षक अनूपपुर व अनुविभागीय अधिकारी पुलिस कोतमा को दिया गया किंतु बिजुरी थाना के पुलिस के द्वारा असंज्ञेय अपराध दर्ज किया गया। आखिर सवाल उठता है कि गाली गलौज मारपीट एवं जान से मारने की धमकी तथा गले से सोने की लॉकेट लूटना असंज्ञेय अपराध कैसे हो सकता है।
बिजुरी थाना के पुलिस की लापरवाही के चलते हुआ हत्या की घटना।
थाना बिजुरी के पुलिस के द्वारा 19 अक्टूबर के घटना को गंभीरता से लिया जाता तो 20 तारीख को हुए हत्या की मामला को रोका जा सकता था। किंतु पुलिस के लापरवाही के कारण दिनांक 20 अक्टूबर 2023 को पुनः हरी पनिका एवं हरी के पुत्री शीला पनिका के द्वारा आवेदिका के भाई शुभम् पनिका के साथ गाली-गलौच एवं मार-पीट किया गया। भाई शुभम् पनिका के द्वारा आत्मरक्षा के लिए हरी पनिका के हाथ से लाठी छुड़ाकर कर जवाबी वार किया और एक वार में हरी लाल जमीन में गिर कर दम तोड दिया।
*निर्दोष लोगों को फंसाने की हो रही साजिश*
वारदात के समय शुभम पनिका अकेले था किंतु बिजुरी थाना के पुलिस आवेदिका के माँ और आवेदिका के मामा के लड़का विनोद पनिका सहित तीन लोगों को आरोपी बनाया गया है जबकि आवेदिका की मां बिजुरी रेलवे स्टेशन से ट्रेन में बैठकर कोतमा गई और न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश में पैरवी कर रहे अधिवक्ता सुरेन्द्र के सीनियर से सम्पर्क कर एसडीओपी को देने के लिए आवेदन बनवा कर एसडीओपी कार्यालय कोतमा पहुंच कर आवेदन दिया है और भाई विनोद पनिका अपने घर में था। इसके बावजूद भी उन्हें आरोपी बनाया जा रहा है।
आवेदिका जागृति पनिका ने पुलिस अधीक्षक अनूपपुर के लिखित आवेदन देते हुए घटना का उच्च स्तरीय जांच करवाए जाने का मांग करते हुए कहा है कि निर्दोष लोगों को हत्या जैसे गंभीर अपराध में शामिल न किया जाए एवं भाई शुभम पनिका के साथ हुए मार-पीट की भाई की ओर से भी रिपोर्ट लिखी जाए।