जंगल में विश्राम कर रहे चार हाथी, 2 मकानो को तोड़ा, किसान के फ़सलो को किया नुकसान
अनूपपुर
अनूपपुर जिले की कोतमा एवं जैतहरी वन परिक्षेत्र में टांकी एवं अमगवां के जंगल में विगत दिनों मरवाही रेंज से विचरण करते आए दो-दो हाथी विगत रात भर चलने चरने लोगों के खेतों में लगी धान की फसलों को आहार बनाते जैतहरी के कुसमहाई गांव में दो घरों जिसमें महुआ रखा था को तोड़फोड़ कर नुकसान पहुंचाने बाद जंगल में जाकर विश्राम कर रहे हैं हाथियों के समूह के निरंतर विचरण करने पर ग्रामीण जन दहशत स्थिति में जीने को मजबूर हो रहे हैं वहीं रात रात भर जाग कर अपने घरों,मोहल्ला एवं गांव को बचाने के लिए हाथियों को भगाने का प्रयास कर रहे हैं,वन विभाग का अमला हाथियों के विचरण पर निरंतर निगरानी रखते हुए ग्रामीणों को हाथियों के साथ किसी भी तरह की छेड़खानी न करने,हाथियों के नजदीक न जाने गांव से बाहर एवं जंगल के किनारे बने घरों में रहने वाले ग्रामीणों को हाथियों के विचारण की सूचना मिलने पर बीच गांव में आकर सुरक्षित रहने की सलाह दे रहे हैं हाथियों का समूह शाम एवं रात होने पर किस ओर रुख करेगा यह देर शाम होने पर ही पता चल सकेगा वन विभाग के कर्मचारी लोगों को सतर्क कर रहे हैं, वर्तमान समय तक स्थिति सामान्य एवं नियंत्रण में है। दो हाथी समूह कोतमा रेंज के टांकी बीट अंतर्गत टांकी गांव में पडरी के पास वर्तमान सरपंच ललन सिंह के खेत में लगी धान को अपना जंगल से निकलकर आहार बना रहे हैं तथा दो हाथियों को समूह जैतहरी रेंज के धनगवां बीट के जंगल में पूरे दिन आराम करने बाद देर शाम एवं वर्तमान समय तक रोहिलाकछार गांव से होकर क्योटार गांव के खेल मैदान के पास पहुंचकर विचरण कर रहे हैं।