कर्मचारी के पास इतने प्रभार, माई की बगिया में आस्था के नाम पर लूट, कब होगी कार्यवाही
अनूपपुर/अमरकंटक
विगत कई महीनों से जिला प्रशासन द्वारा नगर परिषद अमरकंटक में कार्यरत कर्मचारी गणेश पाठक को माई की बगिया का प्रभारी बनाकर बैठा दिया गया है। जिनके द्वारा माई की बगिया में श्रद्धालु भक्तगणों से अनाप-शनाप वसूली की जा रही है, जैसे पूजा के नाम पर, जल परिवर्तन करने के लिए, अखंड धूनी की भस्म देने के बहाने, कन्या पूजन के बहाने इत्यादि अनेक कारण बना कर नर्मदा भक्तों को लूटा जा रहा है। अमरकंटक नगर वासियों की स्थानीय प्रशासन से मांग है की इस इस कर्मचारी को माई की बगिया से हटाया जाय। इसके स्थान पर किसी योग्य व्यक्ति को बैठाए जो चढ़ोत्री का सारा सामान शासन के खजाने में जमा करें एवं श्रद्धालु भक्तों से दुर्व्यवहार न करे, मां नर्मदा की पवित्र पुण्य उद्गम स्थली अमरकंटक यूं तो युगो युगो से आस्था का केंद्र बना हुआ है यहां प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु भक्तजन मां नर्मदा के दर्शन पूजन एवं स्नान के लिए आते हैं साथ ही यहां लाखों की संख्या में मां नर्मदा की परिक्रमा करने के लिए भारत के कोने कोने से भक्तजन आते हैं। मां नर्मदा के उद्गम कुंड से लगभग 01 किलोमीटर की दूरी पर माई की बगिया नामक एक स्थान है यहां मां नर्मदा की परिक्रमा करने वाले लाखों की संख्या में श्रद्धालु भक्त आते हैं गणेश पाठक कर्मचारी द्वारा अपने पुरे परिवार के सदस्यों से डरा धमका कर करवाते है रुपयों की उगाही अगर कोई भक्त पंडित जी के कहे अनुसार दान दक्षिणा नहीं देता तो उन्हें श्राप तथा डरा धमका कर रुपये की उगाही की जाती है। इसके अलावा माई की बगिया मे भक्तों द्वारा मां नर्मदा को भेंट स्वरूप दिए जाने वाला चढ़ोत्री कपड़ा साड़ी, नारियल, सोन -चांदी शासन को जमा करने के स्थान पर अपने पास रख अपने घर ले जाया जाता है। अमरकंटक नगर वासियों की मांग है की इस इस कर्मचारी को माई की बगिया से हटाया जाय। जिससे आस्था के नाम पर लूट बन्द हो जाए।