एसडीओ, इंजीनियर जलाशय व नहर निर्माण में भ्रष्टाचार जनप्रतिनिधि ने कलेक्टर से की शिकायत

एसडीओ, इंजीनियर जलाशय व नहर निर्माण में भ्रष्टाचार जनप्रतिनिधि ने कलेक्टर से की शिकायत


अनूपपुर/पुष्पराजगढ़

नोनघटी जलाशय के तहत नहर निर्माण कार्य में जल संसाधन विभाग के एसडीओ जे एल नंदा, इंजीनियर सुरेश शर्मा द्वारा व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार कर शासन की राशि का दुरुपयोग कर गुणवत्ता विहीन कार्य कराये जाने पर बहपुर के जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने कलेक्टर कार्यालय पहुँचकर लिखित शिकायत की हैं। शासन की योजना अनुसार ग्राम पंचायत बहपुर तहसील पुष्पराजगढ़ जिला अनूपपुर में नोनघटी जलाशय में नहर निर्माण कार्य जल संसाधन विभाग द्वारा कराया जा रहा है। जिसमें पूर्व में एवं वर्तमान में व्यापक पैमाने में भ्रष्टाचार किया जा रहा है।

वर्ष 2012 में निर्मित नानघाटी बांध में सन 2014 में नहर निर्माण के लिए 32 लख रुपए स्वीकृत हुए थे जिसमें 24 लख रुपए नहर निर्माण के नाम पर खर्च हुआ विभाग द्वारा बताया गया लेकिन नहर बनी ही नहीं। नोनघटी बांध का निरीक्षण कर 31 मई 2023 को चार भागों मे कुल 39 लाख 91 हजार रुपए नहर निर्माण के लिए दोबारा  स्वीकृत किए गए।इस राशि से ओवरफ्लो वाल का कार्य शुरू किया गया जिसमें रेत की जगह स्टोन डस्ट का इस्तेमाल किया गया शिकायत होने पर कुछ डस्ट साइड से हटवा दिया गया बाद में उसी डस्ट को नहर निर्माण में बन रही पुलियों में लाकर इस्तेमाल कर लिया गया।

विभाग द्वारा गांव के कुछ दबंग जैसे राजकुमार पिता रघुनंदन महरा,अनिल पिता राम कृपाल महरा, राजकरण पिता नाथू महरा, अनिरुद्ध पिता सिरदार महरा सभी निवासी ग्राम बहापुर को मेट का कार्य दिया गया है जो अपने लोगों की हाजिरी भरते हैं जो मजदूर  कार्य पर नहीं आते गांव के पंच या सरपंच द्वारा कार्य की जानकारी पूछे जाने पर इंजीनियर सुरेश शर्मा एवं मेटो द्वारा  ऐसा ज़बाब दिया  जाता है यह पंचायत का कार्य नहीं है यह विभाग का काम है तुम्हारी यहां जरूरत नहीं है तुम अपना काम देखो यहां से भाग जा डांट कर भगा दिया जाता है।

इंजीनियर सुरेश शर्मा एवं मेटों के द्वारा गांव से 25 से 30 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम कुम्हरवार,पंडरिया, भीम कुंडी, शेनघटी जैसे गांव के तकरीबन 50 लोगों के नाम से फर्जी मास्टर रोल भरकर पैसे आहरण कर लिए गए जो कभी कार्य पर आए ही नहीं। सीएम हेल्पलाइन में शिकायत करने पर विभाग द्वारा बिना जांच किए शिकायत का निराकरण कर शिकायत को बंद कर दिया जाता है जिससे यह प्रतीत होता है की विभागीय सहमती से ही उपरोक्त कार्य कराये जा रहे हैं ।

जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने मांग की हैं कि नोनघटी जलाशय के नहर निर्माण कार्य की जांच वरिष्ठ अधिकारी से कराकर भ्रष्टाचार में संलग्न व्यक्तियों के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्यवाही की जाए।

*इनका कहना है*

कुम्हारवार करोंदा टोला से 04 मिस्त्री आये थे जिनका फर्जी तरीके को से मस्टर निकाला गया था  जो गलत है किंतु मेरे द्वारा मस्टर को शून्य कर दिया गया है ।

सुरेशचंद शर्मा सब इंजिनियर जल संसाधन विभाग राजेन्द्रग्राम


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