चारो तरफ गाजर घास, स्टेशन में नही मिलती यात्रा टिकट, यात्री हो रहे परेशान, जिम्मेदार मौन
अनूपपुर
अनूपपुर से कोतमा रेलवे स्टेशन के बीच में रेलवे स्टेशन धुरवासिन है जहां सभी पैसेंजर ट्रेन रूकती है रेलवे स्टेशन धुरवासिन ठेकेदार के माध्यम से संचालित है जानकारी के मुताबिक रेल यात्रा टिकट नजदीकी रेलवे स्टेशन सोन मौहरी से मिलता है। धुरवासिन में टिकटें न मिलने से यात्रियों को खमियाजा भुगतना पड़ता है। कुछ दिन पहले चिरमिरी से कटनी जाने वाली ट्रेन शटल में यात्रा करने के लिए यात्रियों को टिकट नहीं मिला ठेकेदार के द्वारा कहा गया कि अगर कोई पकड़ता हैं यो बता देना देना या बात करा देना जुर्माना नहीं होगा लेकिन बुढार स्टेशन पहुंचते ही तीन चार टी टी ट्रेन पर चढ़ गए और धुरवासिन से चढ़े यात्रियों से 300 रूपये बिना टिकट यात्रा करने के नाम पर मांगने लगे। यात्रियों ने टी टीयो को बताया पर माननें को कोई तैयार नहीं यहां तक बात करने को भी कहा गया लेकिन किसी ने बात नहीं किया सभी यात्रियों से चार्ज के नाम पर रुपया लिया गया लेकिन रसीद किसी को नहीं दिया गया बोले चलो शहडोल में मिल जाएगा और शहडोल में भी नहीं मिला शटल ट्रेन पर सवार यात्रियों का रेल प्रशासन की गलतियों का खमियाजा भुगतना पड़ा रेल प्रशासन धुरवासिन प्लेट फार्म की साफ-सफाई बद से बतदर धुरवासिन प्लेट फार्म में जंगली जैसे घास पेड़ पौधे का अंबार लगा है। रेलवे स्टेशन ऐसा लगता है कि जंगल है। जिसमे जहरीली सर्प बिच्छू प्लेट फार्म के बड़े बड़े जंगली घास बरमसिया में छिपे रहते हैं जिस कारण से यात्रियों को खतरा बना रहता है। प्रशासन के मनमानी से किसी रेल यात्रा करने वाले रेल यात्रियों को जनहानि हो सकती है आम जनता सुरक्षा की दृष्टि से रेलवे स्टेशन की साफ-सफाई कराने की आवश्यकता है कुछ दिनों पहले जो लोगो को टिकट नही मिली जिसके कारण यात्रियों को जुर्माना देना पड़ा। यात्रियों ने उच्च अधिकारियों से मांग की है कि ठेकेदार टी टी के खिलाफ जांच करके कार्यवाही हो। धुरवासिन रेलवे स्टेशन पर टिकट प्रिंटर मशीन उपलब्ध कराया जाना अत्यंत आवश्यक है जिससे सभी यात्रियों को आने जाने एवं सभी स्टेशनों के लिए सफर करने वाले यात्रियों को स्टेशन से टिकट मिल सके।