जर्जर विद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने को मजबूर नौनिहाल, कभी भी हों सकती हैं बड़ी घटना
अनूपपुर
अनूपपुर विकासखंड अंतर्गत संचालित शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालय इन दिनों खस्ताहाल होने की वजह से जर्जर अवस्था में पहुंच चुके हैं जिनका शिक्षा विभाग मरम्मत कराए जाने की ओर ध्यान नहीं दे रहा है जिसको ध्यान रखते हुए जिसको ध्यान में रखते हुए बीते दिनों अजय नामदेव के द्वारा सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की गई थी जिस पर जिला शिक्षा विभाग द्वारा इंजीनियर को भेज कर विद्यालय का निरीक्षण किया गया जहां विद्यालय खस्ताहाल पाया गया। शिकायत में बताया गया था कि ग्राम पंचायत हरद अंतर्गत विद्यालय के लगभग समस्त कक्षाएं जिनमे लगती हैं काफी जर्जर हो चुकी हैं जहां शिक्षा प्राप्त करने आए विद्यार्थियों को भय के माहौल में रहकर पढ़ाई करनी पड़ रही है।*पूर्व भेजी शिकायत बेअसर*
विद्यालय के शिक्षक बताते हैं कि उन्होंने इस समस्या के विषय में अपने वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी भेजी है जिसके बावजूद भी विद्यालय जर्जर हैं वहीं बारिश होने पर इन विद्यालयों में सीपेज की समस्या बनी रहती है जहां विद्यार्थी ऐसे में विद्यालय पर पढ़ाई नहीं कर पाते स्थानीय लोगों ने बताया कि कई वर्ष पूर्व इन विद्यालयों का निर्माण किया गया था किंतु कई वर्ष व्यतीत हो जाने के बावजूद भी इन विद्यालयों पर मरम्मत का कार्य नहीं किया गया जिससे यह और जर्जर होते चले गए अब गिरने के कगार पर आ गए हैं।
*हरद पंचायत पहुंची जांच टीम*
ग्राम पंचायत हरद में स्थित प्राथमिक/ माध्यमिक शाला हरद के भवन सम्बन्ध में सी.एम. हेल्पलाइन क्रमांक- 23587536 दिनांक- 06 अगस्त 2023 को अजय नामदेव के द्वारा किया गया है कि प्राथमिक/ माध्यमिक शाला का भवन अत्यन्त जर्जर व खस्ता हाल होने के वजह से जिससे शिक्षण कार्य प्रभावित होता है। इस सम्बंध में विभाग सर्वशिक्षा अभियान अनूपपुर के द्वारा वर्ष 2023-24 के वार्षिक कार्य योजना मे प्राथमिक शाला का नया भवन एवं माध्यमिक का मरम्मत कार्य प्रस्तावित कर राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल भेजा गया है जैसे ही भोपाल द्वारा स्वीकृति मिलती है वैसे ही भवन निर्माण व मरम्मत कर कराया जाएगा। चूँकि शासकीय प्राथमिक शाला हरद का पूराना भवन का जो जर्जर अवस्था में है उसे "ध्वस्त कराने का जिला कलेक्टर द्वारा आदेश जारी किया गया है जिसे एसएमसी (SMC) मा० शाला हरद द्वारा समिती का बैठक कर ध्वस्त कराया जाना उचित होगा ताकि कोई दुर्घटना न हो सके।