पत्नी को एक लाख का कर्जा लेकर पढ़ाया, नौकरी मिलते ही पति का छोड़ा साथ
अनूपपुर
पति ने अपनी पत्नी और बच्चों को वापस बुलाने के लिए कलेक्टर से गुहार लगाई। पत्नी की नौकरी लगने के बाद वह बेटी को लेकर अपने प्रेमी के साथ रहने लगी, और वापस नहीं आना चाहती। पति जोहन भारिया निवासी ग्राम पकरिहा का ने बताया कि पत्नी मीनाक्षी भारिया को 1 लाख 15 हजार रुपए का ऋण लेकर पढ़ाया। 2 साल तक कर्ज में रहा, बीमा तक का पैसा उसकी पढ़ाई के लिया खर्च किया। मीनाक्षी जीएनएम की ट्रेनिंग खंडवा चिकित्सालय की पूरी करने के बाद मुझे अपना पति माने से इनकार कर दिया। मेरी एक बच्ची है, जिसका नाम रूही भारिया उम्र 7 वर्ष वो उसे भी अपने साथ ले गई।
जोहन ने बताया कि मेरी पत्नी मीनाक्षी पहले ही शादीशुदा थी, लेकिन वह अपने ससुराल नहीं जाती थी। उसके घरवालों के जवाब के बाद मैंने बिना किसी को बताए मंदिर में उससे शादी कर ली। पढ़ी-लिखी होने के कारण उसे पटवारी, शिक्षक और नर्सिंग के नौकरी के लिए प्रयास किया। नर्सिंग में उसका होने के बाद नर्स बनने के लिए खंडवा चिकित्सालय चली गई। बीच-बीच में घर भी आती थी, लेकिन वह भी मेरे घर ना आकर अपने मायके में ही रहती थी। जब उसको मैंने अपने घर पकरिया जाने को बोला तो उसने कहा कि मेरी लाइफ में कोई और आ गया, तुम दूसरी पत्नी देख लो। जोहन अपनी बिटिया को लेकर गुजरात काम करने के लिए चला गया। यहां उसकी पत्नी, साला अमित और अन्य व्यक्ति के साथ आ गई और मुझे जान से मारने की धमकी दी। उसने कहा कि वह किसी अन्य व्यक्ति से 1.50 लाख रुपए उधार लिए और वह उसी के साथ रहेगी। इसके बाद मीनाक्षी मेरी बेटी को भी ले गई।