मणिपुर में हिंसा व महिलाओ के साथ हो रहे अत्याचार पर सामूहिक उपवास

मणिपुर में हिंसा व महिलाओ के साथ हो रहे अत्याचार पर सामूहिक उपवास


अनूपपुर

राज घाट सर्वसेवा संघ आश्रम वाराणसी और मणिपुर में चल रहे जातीय सामुदायिक हिंसा एवं महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार के बिषय पर आज 26 जुलाई 2023 को एक दिवसीय सामूहिक उपवास एवं शांति वा सद्भावना के लिए प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया. सभा  का शुभारंभ गांधी जी की प्रतिमा के समक्ष सुप्रसिद्ध सर्वोदयि नेता अनंत जौहरी एवं सभी संगठन के उपस्थित प्रतिनिधियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।  अखिल भारत सर्वोदय मंडल, राष्ट्रीय युवा संगठन, संयुक्त किसान संगठन एवं प्रगतिशील लेखक संघ की इकाइयों द्वारा सामूहिक रूप से जिला चिकित्सालय अनूपपुर के सामने धरना प्रदर्शन स्थल पर एक दिवसीय सामूहिक उपवास एवं धरने का कार्यक्रम आयोजित किया गया । एवं जिला प्रशासन के प्रतिनिधि के रूप में उपस्थित तहसीलदार अनूपपुर को महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया। इस आसय की जानकारी अखिल भारत सर्वोदय मंडल के  संभागीय अध्यक्ष भूपेश भूषण ने सभा में विस्तार से बताते हुए कहा किदिल्ली की केंद्र सरकार ने अपने होने का औचित्य पूर्णतः खो दिया है. सर्व सेवा संघ आश्रम की भूमि को वाकायदा ख़रीदा गया है फिर भी जबरन कब्ज़ा असंवैधानिक है, मणिपुर पर हो रहे हिंसा का प्रतिकार करते हैं।

 सभा को संबोधित करते हुए सम्पूर्ण क्रांति आंदोलन के सेनानी सर्वोदयी नेता अनंत जौहरी ने कहा की सरकार... सवाल उठ रहा है कि 1960 में रेलवे से ली गई जमीन अचानक अवैध कैसे हो गई ?  आचार्य विनोबा भावे की पहल पर पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के सहयोग से सर्व सेवा संघ ने सन् 1960, 1961 एवं 1970 में रेलवे से उक्त जमीन क्रय किया था, जिसकी डिविजनल इंजीनियर उत्तर रेलवे लखनऊ द्वारा हस्ताक्षरित तीन रजिस्टर्ड सेल डीड सर्व सेवा संघ के पास मौजूद हैं । पहले उत्तर रेलवे प्रशासन ने इसे कूट रचित दस्तावेज बताया और अब इसे अवैध अतिक्रमण बता रहा है । उत्तर रेलवे और बनारस जिला प्रशासन का यह कृत्य महापुरुषों के विचरो को लक्षित करना है, अन्याय पूर्ण है ।

आगे सभा में अपनी बात रखते हुए प्रगतिशील लेखक संघ के  गिरीश पटेल ने  कहा मणिपुर में मैतेई और कुकी जन-जातियां एक-दूसरे की जान ले रही हैं, घर-बस्ती जला रही हैं, सड़कों पर विध्वंस का भयावह दृश्य बना हुआ है, वह सरकारी उकसावे व छिपे समर्थन से चल रहा एक सांप्रदायिक दंगा ही है. सभा में एडवोकेट बिजेंद्र सोनी ने अपने विचार व्यक्त करते हुआ कहा की मणिपुर की जनता को धर्म-जाति-कबीलों आदि में बांट कर सरकारों ने आज वहां ऐसी आग लगाई है जिसमें मणिपुर का इतिहास व वर्तमान दोनों धू-धू कर जल रहे हैं. सरकारों को विषवमन करने, नागरिकों के खिलाफ घृणा व हिंसा फैलाने तथा चुनाव की तैयारी करने से फुर्सत ही नहीं है. सभा में संयुक्त किसान संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष जनक राठौर ने कहा हम यह अपील करते हैं कि राज घाट सर्व सेवा संघ आश्रम और मणिपुर का यह तांडव रुके, आप इस दिशा में पहल करें. आपके नेतृत्व में शांति और भाईचारा की ताकतें एक हो जाएं तो किसी सरकार, आतंकवादी, पार्टी,  राजनेता या संगठन की ताकत नहीं है कि जो हमें एक होने से रोक सके.

जिलापंचायत अनूपपुर सदस्य अंजू गौतम रैदास ने भी अपनी विचार व्यक्त करते हुए कहा आपकी पहल का मतलब होगा कि देश नये संकल्प के साथ शांति की ताकतों को मजबूत करना चाहता है।  किसान नेता संतोष अग्रवाल ने कहा हम अपने मणिपुरी भाई-बहनों को भी यह अपील करना चाहते हैं कि ऐसे लोगों के बहकावे में ना आयें जो हमारे घरों में आग लगा कर अपनी रोटियां सेंक रहे हैं.  उल्लेखनीय है सभा में के आरंभ में दीप प्रज्वलन के पश्चात सर्व धर्म प्रार्थना कर मणिपुर हिंसा से पीड़ित जानो के लिए दो मिनट का मौन श्रद्धांजलि एवं प्रार्थना भी किया गया।

 इस पूरे आयोजन को गांधी वादी तरीके से शांति एवं सद्भाव पूर्वक माहौल में किया गया। जिसमे क्रांति गीत एवं नारों का भी भरपूर उपयोग किया गया। सभा को जिन प्रमुख लोगों ने संबोधित किया उनमें शिवकांत त्रिपाठी प्रदेश संयोजक (राष्ट्रीय युवा संगठन), राजेश मानव, दीपक अग्रवाल, संतोष राठौर, एड. बासू चटर्जी, मुन्नी बाई, सचिन त्रिपाठी, भगवानदास आदि प्रमुख रहे हैं। इस कार्यक्रम के आयोजन में ललित दुबे, श्रृष्टि, महेश, श्रेया, संजय सिंह, राउत राय, कृष्ण त्रिपाठी, दिनेश केवट सौरभ त्रिपाठी, विवेक, चंद्रशेखर सिंह, हिरंदिया देवी, पूनम देवी, जय पांडेय, रंजन कुमार, हर्ष, दुर्गेश, ऋतिक, महेश रौतेल, नारायण कोल, सुनील कोल, मनीषा सिंह परस्तेआदि की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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