पटवारी भर्ती घोटाले के विरोध में एनएसयूआई ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
अनूपपुर
मध्यप्रदेश में इन दिनों पटवारी भर्ती घोटाले का विरोध जोरो पर है कांग्रेस लगातार आरोप लगा है कि जिस कॉलेज से अभ्यार्थियों ने अंक हासिल कर परीक्षा में टॉपर रहे हैं, इस कालेज में गड़बड़ी हुई थी इसीलिए एक परीक्षा सेंटर के सात परीक्षार्थी टॉपर हुए हैं। इसी क्रम में आज ज़िला अनूपपुर में एनएसयूआई जिलाध्यक्ष रफी अहमद ने एनएसयूआई प्रदेशाध्यक्ष अशुतोष चौकसे के आदेशानुसार पटवारी भर्ती घोटाले का विरोध करते हुए अपने संगठन के साथियों के साथ दिनांक 15 जुलाई 2023 को कलेक्टर कार्यालय अनूपपुर पहुंचे जहां पर उन्होंने महामहिम राज्यपाल महोदय के नाम एक ज्ञापन द्वारा कलेक्टर अनूपपुर के माध्यम से सौंपा गया। साथ ही ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि मध्यप्रदेश में परीक्षार्थियों के साथ सरकार द्वारा अन्याय किया जा रहा है छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है पटवारी परीक्षा में टॉप टेन में से 7 छात्र ग्वालियर के एनआरआई कॉलेज से हैं वही 9000 अभ्यर्थियों में से अधिकतर चयनित पर अभ्यर्थी परीक्षा केंद्र के कॉलेज है इसमें जालसाजी साफ नजर आ रही है यही नहीं टॉपर के अधिकतर हस्ताक्षर हिंदी में है और एक ही परीक्षा केंद्र में इतनी संख्या में टॉपर आना जांच का विषय है ध्यान देने योग्य बात यह है कि संयुक्त परीक्षा केंद्र के कितने कठिन पेपर में अन्य परीक्षा केंद्रों में जहां भर्ती 140 नंबर नहीं ला पा रहा था वही कथित तौर पर एन आर आई कॉलेज ग्वालियर में इस केंद्र में अभ्यर्थी ने 188 अंक हासिल किए जो कि एक बड़ा परीक्षा परिणाम घोटाला साबित हो रहा है। मध्यप्रदेश में हुए इस बड़े पटवारी भर्ती घोटाले का भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) अनूपपुर विरोध करता है और छात्रों के हितों को लेकर मांग करता है कि मध्य प्रदेश में हुए पटवारी भर्ती परीक्षा की सीबीआई जांच करा कर दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाए। जिससे उक्त परीक्षा में शामिल सभी अभ्यर्थियों को न्याय मिल सके। ज्ञापन सौंपने में जिलाध्यक्ष रफी अहमद के साथ छात्र नेता शौकत वारसी, मो. सुहैल, नरेन्द्र महरा, अरविन्द कुमार मिश्रा, राहुल केवट, आशीष सिंह सिकरवार, संदीप पयासी, पंकज पटेल, शानू अहमद, पारस चौधरी, मो. अल्ताफ, आलोक, मदन, संदीप, अनिल, अयान, वसीम, सुरेन्द्र अरबाज, समीर, शिब्बू, निशांत, आदित्य राठौर तथा अन्य छात्र नेता मौजूद रहें।