आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका ने काला दिवस मनाकर मुख्यमंत्री के नाम सौपा ज्ञापन
अनूपपुर
जिले में कार्यरत आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका ने आज प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के नाम भू अभिलेख अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बारिश में भीगते हुए सोन नदी से कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च कर काला दिवस मनाया। उन्होंने कहा कि हम 26 हजार रुपए वेतन की मांग कर रहे हैं, वही मुख्यमंत्री 3 हजार रुपए बढ़ाकर ऊंट के मुंह में जीरा जैसी बात कर रहे हैं। प्रमुख रूप से न्यूनतम वेतन, ईएसआई, पीएफ, पेंशन, ग्रेजुएटी सहित सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने की मांग की। उन्होंने कहा कि दिल्ली में जिन कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं को हड़ताल में भाग लेने कारण अवैध रूप से हटा दिया गया तो उन्हें तुरंत बहाल किया जाए। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका एवं मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए। न्यूनतम वेतन 26 हजार रुपए दिया जाए।मिनी कार्यकर्ताओं को पूर्ण कार्यकर्ता के बराबर मानदेय दें।मिनी कार्यकर्ताओं को पूर्ण कार्यकर्ता का दर्जा तत्काल दिया जाए। मानदेय निर्धारण की विसंगति को दूर करते हुए एवं कार्यकर्ता एवं सहायकों के वेतन को अंतर को कम करें। सहायिकाओं को 9 हजार रुपए मानदेय दिया जाए। आंगनबाड़ी कर्मियों की सेवानिवृत्ति लाभ 1 जुलाई के स्थान पर 30 जून से लागू किया जाए। सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय को लागू कर सेवानिवृत्त सभी आंगनबाड़ी कर्मियों को ग्रेजुएटी का भुगतान किया जाए। योग्यता अनुभव के आधार पर कार्यकर्ताओं को पर्यवेक्षक के 100 प्रतिशत पदों पर पदोन्नति दिया जाए।