ग्राम पंचायत बना भ्रष्टाचार का अड्डा शिकायत के बाद भी ज़िम्मेदार जांच के नाम पर हैं मौन

ग्राम पंचायत बना भ्रष्टाचार का अड्डा शिकायत के बाद भी ज़िम्मेदार जांच  के नाम पर हैं मौन 


अनूपपुर

सीईओ जिला पंचायत अनूपपुर द्वारा नहीं किया गया जांच, ग्राम पंचायत धुरवासिन के भृष्टाचार की ग्रामीणो के द्वारा कि गई थी। शिकायत जिसमें ग्राम पंचायत धुरवासिन सरपंच के विरुद्ध पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम 1993 के धारा 40 एवं 92 के तहत पंच छत्रपाल चौधरी व अन्य पंचों ग्रामीणो के द्वारा जांच कर कार्यवाही की मांग की गई थी। ग्राम पंचायत धुरवासिन में महिला आरक्षित पद है। निर्वाचित महिला प्रतिनिधि तेजवती सिंह सरपंच की जगह ग्राम पंचायत और ग्राम सभा की बैठको का संचालन सरपंच पति चेतन सिंह के द्वारा किया जाता है, बैठको में दखलंदाजी करता है, पंचायत के पंचों एवं जनताओ के साथ अभद्र व्यवहार करता है। दिनांक 16 जून 2023 को शिकायत किया गया था, लेकिन सरपंच पति के प्रभाव में आकर जांच नहीं किया गया जबकि में 10-11 बिंदु पर जांच किया जाना था, जिससे भृष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है।  बंधवानाला पुलिया निर्माण स्वीकृत हुआ था जिसको गुणवत्ता विहिन अपूर्ण कार्य कर पूरी राशि निकाल लिया गया। पुलिया निर्माण कार्य अधूरा ज्यो की त्यों पड़ा है, राशि खत्म हो गया पिछले अपूर्ण कार्यों को न कराकर बंधवानाला पर अपूर्ण पुलिया निर्माण के नीचे तरफ़ दूसरी गुणवत्ता विहिन पुलिया निर्माण कार्य कराया गया है, जिसको भी जांच करने की आवश्यकता है। गौशाला निर्माण नहीं कराया गया और न ही हितग्राहियों को स्वीकृत राशि दी गई, एक हितग्राही को आश्वासन दिया गया कि आप पहले निर्माण कार्य कर लो आपको रुपया दे दिया जाएगा हितग्राही पंचायत एवं जनपद पंचायत का चक्कर काटते काटते थक गया, लेकिन रुपया नहीं मिला। जिम्मेदार अपने रिश्ते दार को लाभ पहुंचाने में लगे हैं। शासकीय उच्चतर विद्यालय धुरवासिन के पीछे सड़क निर्माण हेतु शासकीय भूमि में जगह छोड़ी गई थी जिसमें अपने पुत्री, दामाद से कब्जा कराकर निस्तार रास्ता को बंद करा दिया है, पट्टेदार से लोगो का विवाद खड़ा कर दिया गया है। ‌वृक्षारोपण व तालाब कार्य में जमकर फर्जीवाड़ा हुआं है। सरपंच पति चेतन सिंह के द्वारा पटवारी मोहन सिंह को अपने प्रभाव में लिया हुआ है जिससे पटवारी के द्वारा नियम कानून क्या कहता कोई मतलब नहीं जिससे पटवारी के द्वारा भी जमकर भृष्टाचार किया गया और किया जा रहा है, ग्राम सभा में धुरवासिन के खसरा नं 1798/1 रकवा 2.7448 हे. से 0.809 हे0 आवादी घोषित हेतु प्रस्ताव पास हो गया मगर पंच जनता किसी को नहीं मालूम तहसील से इस्तहार जारी हुआ किसी को जानकारी नहीं दी गई, सरपंच पति पटवारी द्वारा 6-7 महीना गोपनीयता बना कर आदेश को छिपाकर रखा जो नियम के विरुद्ध है। ग्राम पंचायत धुरवासिन के भृष्टाचार को जांच किया जाना अत्यंत आवश्यक है जांच कर दोषी के विरुद्ध कार्रवाई हो।

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