सब एरिया गोपाल की लापरवाही, किसान अनशन पर बैठे, खदान हुआ बन्द, 15 दिनों का अल्टीमेटम

सब एरिया गोपाल की लापरवाही, किसान अनशन पर बैठे, खदान हुआ बन्द, 15 दिनों का अल्टीमेटम


शहड़ोल

शहड़ोल जिले के रामपुर एसईसीएल में परेशान किसान एक ही परिवार के 15 लोग नौकरी के लिए लगातार 2 दिन तक भरी बरसात में छोटे-छोटे बच्चों को लेकर सब एरिया मैनेजर रामपुर बटुरा गोपाल सिंह के पास पापी पेट का सवाल को लेकर बैठे हैं। परिवार के लोग कह रहे है कि हमारा सब कुछ चला गया हमारे जमीन से कोयला निकालकर ले जाया जा रहा है हम भूखों मरने के कगार पर हैं हमारा कुछ तो करिए 27 माह से 15 नौकरी की फ़ाइल बिलासपुर में पेंडिंग पड़ी है कोई सुध लेने वाला नहीं दो बार इसी तरह से पूर्व में सड़क पर बैठ चुके गुप्ता परिवार के समस्या को सुनकर लोगों को रोना आ गया क्योंकि वास्तविकता तो यह है जब तक एसईसीएल अपने खदान को प्रारंभ नहीं किया तब तक ऐसा लॉलीपॉप दिखाया गया सब आपका है सब आपके द्वारा किया जाएगा। लेकिन ढाक के तीन पात कहावत चरितार्थ हो रहा है करनी और कथनी में अंतर में अंतर होता हैं।

खदान अपने चरम पर है लेकिन किसान वही की वही है छोटी-छोटी समस्याओं को लेकर इतना बड़ा मुद्दा बनाया जा रहा है  वहीं पर एसईसीएल के द्वारा किसानों से शपथ पत्र के आधार पर मुआवजा और नौकरी देने की बात कह रहा है। गुप्ता परिवार की प्रभावी किसान नारायण गुप्ता, सुनील गुप्ता, नन्हू गुप्ता, रमेश कमलेश, मनोज, चंद्रभान, भारत, सुरेश, मनोज, गंगा इन सभी लोगों ने बताया की जब तक समस्या का समाधान नहीं होगा तब तक हम खदान के अंदर ही बैठेंगे चाहे हमारी जान क्यों ना चली जाए हमारे खिलाफ जो कानूनी कार्यवाही बनता है वह भी करें क्योंकि हमारे पास अब कुछ नहीं रहा आने वाले समय में खाने के लाले पड़ने वाले हैं क्योंकि हमारी भूमि से कोयला निकल रहा है डंपिंग एरिया बन गया है परेशान किसान लगातार भरी बरसात में 48 घंटे तक तंबू के नीचे बैठे रहे सांप बिच्छू कीड़ा मकोड़ा के काटने से बड़ी घटना हो सकती थी। 2 दिन बाद सोहागपुर एरिया के प्रबंधन के मुखिया महाप्रबंधक पी कृष्णा साहब की नींद खुली और गांव के ही सामाजिक कार्यकर्ताओं और बुद्धिजीवियों के साथ एसईसीएल तहसील प्रशासन और ग्रामीणों के साथ बातचीत करते हुए दूसरे दिन शाम 6:00 बजे 15 दिन का समय लेते हुए किसी तरह से आंदोलन को समाप्त कर खदान को चालू कराया गया सोचनीय विषय है इसी काम को 27 महीने पहले किया जा सकता था लेकिन क्यों नहीं हुआ एसईसीएल पर सवालिया निशान है रामपुर बटुरा के एरिया मैनेजर गोपाल सिंह साहब तो किसी भी विषय पर किसी भी मुद्दे को लेकर हो जाएगा कर देंगे मैं आ गया हूं भरोसा करिए 1 साल हो गए हैं समस्या का जहां है वही रह गया एक काम जरूर हुआ है गोपाल सिंह साहब के आने के बाद एसईसीएल का कोयला निकलना तेजी गति से प्रारंभ हुआ है किसानों की समस्या वही की वही खड़ी है समाचार के माध्यम से किसानों ने जिला प्रशासन से अपील किया है 15 दिवस के अंदर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो हम गुप्ता परिवार के सभी सदस्य खदान में आकर अपनी जान देने के लिए तैयार है।

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