दीवार के बीच फंसने से 05 गाय की मौत, कॉलरी प्रबंधन ने कहा मौत के जिम्मेदार हम नही
अनूपपुर/कोतमा
अनूपपुर जिले के कोतमा नगर पालिका अंतर्गत वार्ड 13 मीरा इंक्लाइंन कालरी परिसर के अंदर कोयला खदान की बाउंड्री वाल में दबने से मंगलवार की सुबह कई मवेशियों की मौत हो गई। मामले के संबंध में बताया गया कि कॉलरी प्रबंधन ने गेट पर सुरक्षा के कोई उपाय नहीं किए थे। इससे यह मवेशी खदान परिसर तक पहुंच गए। जहां पुराने दीवार को बिना तोड़े ही नई दीवार का निर्माण कराया गया था। बारिश के दौरान यह मवेशी बारिश से बचने के लिए दोनों दीवार के बीच में छिप गए। लेकिन सकरी दीवार होने की वजह से इस से बाहर नहीं निकल पाए और दम घुटने की वजह से 5 मवेशियों मौत हो गई। वहीं 7 अन्य मवेशी जोकि दीवार के बीच में फंसे हुए थे और जीवित अवस्था में थे उन्हें बाहर निकाला गया।
मामले की सूचना मिलने पर नगर पालिका अध्यक्ष कोतमा अजय सराफ, बद्री ताम्रकार, मनोज सोनी, गुड्डू चौहान, भुनेश्वर पांडे सहित कोतमा नगर के अन्य लोग कॉलरी परिसर पहुंचे। जहां प्रबंधन से इस लापरवाही और मवेशियों की मौत के संबंध में जानकारी हुए कॉलरी प्रबंधन की लापरवाही से हुई मृत्यु पर पशुपालकों को क्षतिपूर्ति राशि उपलब्ध कराए जाने की मांग की हैं। बताया जाता कि सुरक्षा इंतजाम नहीं होने के कारण पशु कॉलरी के परिसर के अंदर चले गए। 05 गाय के मर जाने पर पशु मालिकों के द्वारा, जब कॉलरी प्रबंधन पर दबाव बनाया गया तो कॉलरी प्रबंधन ने स्पष्ट तौर पर कहा कि इसमें हमारी कोई गलती नहीं है, आपको कॉलरी के क्वार्टर में पशु पालने की अनुमति ही नहीं है फिर भी हम सहयोग के तौर पर जो कर सकते हैं स्वेच्छा से कर देंगे।