महिला से हुआ सामूहिक दुष्कर्म, आरोपियों पर नही हुआ मामला दर्ज, पीड़िता की हत्या या आत्महत्या?
अनूपपुर/राजेन्द्रग्राम
राजेन्द्रग्राम पुलिस का निकम्मापन आया सामने, शिकायत दर्ज नहीं होने से थी महिला परेशान अनूपपुर - अनूपपुर जिले में इन दिनों पुलिस व्यवस्था पूरी तरह चौपट होती दिखाई दे रही है और पुलिस अधीक्षक जितेंद्र पवार की कार्यप्रणाली भी अब कटघरे में खड़ी हो रही है चूंकि विगत कुछ दिनों आए जिले में हालात बिगड़ रहे है तो दूसरी तरफ अपराधियों में पुलिस का भय दिखाई नही दे रहा और लगातार हत्या, आत्महत्या, बलात्कार, चोरी, जैसे अन्य कई वारदाते हो रही हैदरसल बेलगांव निवासी सुनीता बाई महरा ने इसी महीने की 8 तारीख को निलम्बर महरा, सरोज, एवं कृष्णदिन तीनो निवासी बेलगवां थाना राजेन्द्रग्राम के ऊपर सामुहिक दुष्कर्म की शिकायत करने राजेन्द्रग्राम थाने पहुंची थी पर राजनेद्रग्राम की निक्कमी पुलिस ने पीड़ित की शिकायत दर्ज करना मुनासिब नही समझा जिसके वाद उक्त पीडत महिला ने 9-6-23 को अनूपपुर पुलिस अधीक्षक जितेंद्र पवार से शिकायत लिखित में दे कर न्याय की गुहार लगाई पर और उसी दिनांक को राजेन्द्रग्राम थाने में भी लिखित शिकायत दी पर दिनांक 15-6-23 तक न तो अनूपपुर पुलिस अधीक्षक जितेंद्र पवार ने इस मामले में गंभीरता दिखाना उचित समझा और राजेन्द्रग्राम पुलिस तो पहले ही कुम्भकर्णीय निद्राशन में थी जिससे परेशान महिला ने 16- 6-23 को उप पुलिस महानिरीक्षक शहडोल को लिखित शिकायत कर चुकी पर इससे पहले की एडीजीपी डीसी सागर इस पूरे मामले में कोई कार्यवाही कर पाते उक्त महिला ने आज फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली अब आप सोचिये की एक सामूहिक दुष्कर्म की पीड़ित आप सोचिये की एक सामूहिक दुष्कर्म की पीड़ित महिला थाना पुलिस अधीक्षक कार्यालय, फिर उप पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय में न्याय के लिए चक्कर काटती रही और जब न्याय नही मिला तो अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली अब जिले की जनता आखिर जाए तो जाए किसके पास जब जिले की पुलिस व्यवस्था ही पूरी तरह चौपट हो गई हो पुलिस अधीक्षक का हाल तो कुछ कहने लायक नही है उनकी कार्यप्रणाली जिले के दृष्टिकोण से अच्छी नही कही जा सकती, वही मृतक महिला का परिवार अब इस पूरे मामले में हत्या की आशंका जाहिर कर रहा है कि पीड़ित महिला के द्वारा जो न्याय की गुहार लगाई जा रही है उससे घबड़ा कर आरोपियों ने महिला की हत्या कर दी हालांकि हम इसकी पुष्टि नही करते पर प्रथम दृष्टया महिला के परिजनों का यही कहना है
*इनका कहना है*
यह घटना दुखद है ऐसी घटना नही होनी चाहिए थी किसकी गलती की वजह से ये हुआ आखिर क्यों मामला पंजीबद्ध नही हुआ इसकी जांच की जायेगी और जो भी दोषी पाया जाता है उस पर सख्त कार्यवाही होगी।
*एडीजीपी डीसी सागर शहडोल जोन*