पुजारी की आत्महत्या पर दर्ज हो एफआईआर, सीएम, केन्द्रीय मंत्री, सांसद से शिकायत, टीआई निलंबित
अनूपपुर
दो दिन पहले कोतमा थाना अन्तर्गत ग्राम खोडरी मे मन्दिर के पुजारी द्वारा आत्महत्या के मामले में पुलिस द्वारा लीपापोती का प्रयास किया जा रहा है। पुजारी की प्रताड़ना के आरोपी कोतमा टी आई को पुलिस अधीक्षक ने लाईन अटैच कर दिया। इसके कारण पुलिस अधीक्षक की मंशा और उनकी कार्य शैली पर ही प्रश्न उठ खड़े हुए। कोतमा और जिले की जनता में घटना को लेकर व्यापक आक्रोश है। कोतमा पुलिस की शिकायत केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा , डीजीपी मप्र के संज्ञान में मामला लाने के साथ ही शुक्रवार को केन्द्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, सांसद हिमाद्री सिंह को इसकी शिकायत की गयी। जिसके बाद शाम होते - होते अजय बैगा को निलंबित करने की खबर आ गयी।
किसी महिला की शिकायत पर कोतमा पुलिस बिना कोई उचित जांच किये खोडरी क्रमांक १ के एक मन्दिर के पुजारी को मन्दिर से उठा लाई। पुजारी रामेश्वर पाण्डेय ने वर्षों पूर्व से सन्यास ले रखा था और महज छोटी सी लंगोटी लगाए मन्दिर में पूजा पाठ करते थे। उनका कभी कोई विवादित रिकार्ड नहीं रहा। आरोप है कि कोतमा पुलिस ने इसके बावजूद पुजारी को थाने में आन्तरिक वस्त्र में लाक अप में घंटों रखा गया। आरोप यह भी लगाए गये हैं कि पुजारी से एक लाख रुपये की मांग की गयी। देर रात पुजारी को कैसे छोड़ा गया , यह स्पष्ट नहीं है। लेकिन वापस जाते ही अपमानित पुजारी ने आत्महत्या कर ली।
पुजारी की आत्महत्या के बाद भी पुलिस प्रशासन ने कोई संवेदनशीलता नहीं दिखलाई । ये इससे पुष्ट होता है कि परिजनो और ग्रामीणों ने घंटों शव उठने नहीं दिया। बाद में आरोपी टी आई को लाईन अटैच करके कर्तव्य पूरा मान लिया गया।
देर रात भाजपा नेता एवं जिले के वरिष्ठ पत्रकार मनोज द्विवेदी ने मध्यप्रदेश शासन -- प्रशासन के सभी जिम्मेदार लोगों को घटना की जानकारी देते हुए जांच उपरांत सख्त कार्यवाही की मांग की गयी। शुक्रवार को उन्होंने इगानेजजाविवि अमरकंटक में वरिष्ठ भाजपा नेता अनिल गुप्ता एवं वरिष्ठ पत्रकार राजेश पयासी के साथ केन्द्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते एवं राजेन्द्रग्राम में सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह से भेंट करके निष्पक्ष जांच एवं कार्यवाही की मांग की। सांसद हिमाद्री सिंह ने पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र पवार से घटना को लेकर नाराजगी व्यक्त की और आरोपी टीआई के विरुद्ध लाईन अटैच को कार्यवाही मानने से इंकार करते हुए निलंबित करने को कहा। पुलिस अधीक्षक ने इसके बाद उन्हे बतलाया कि अजय बैगा को निलंबित कर दिया गया है। विभागीय जांच भी करवाई जा रही है।
यहाँ यह विशेष उल्लेखनीय है कि कोतमा नगर निरीक्षक अजय बैगा पहले से ही विवादित रहे हैं। कुछ माह पूर्व निगवानी में धर्मान्तरण के एक मामले की सूचना पुलिस अधीक्षक को दी गयी। उनके निर्देश पर बैगा वहाँ गया, आरोपियों को थाने लाया गया। बाद में आधी रात ऐसा कुछ हुआ कि शिकायत कर्ता स्वयंसेवकों और भाजपा नेताओं के विरुद्ध ही प्रकरण दर्ज कर लिया गया। बाद में बैगा यह कहते पाए गये कि बड़ा दबाव था। गृहमंत्रालय से फोन आया था। बहरहाल ! निलंबन के बावजूद लोगों की नाराजगी कम नहीं हुई है। लोग आरोपी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की मांग कर रहे हैं। ऐसा ना होने पर जिला मुख्यालय में पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव होने की सूचना है।