माखनलाल विश्वविद्यालय पीजीडीसीए कंप्यूटर परीक्षा में धड़ल्ले से चल रही नकल
अनूपपुर/कोतमा
कोतमा में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविधालय की कंम्पयूटर परीक्षा के दौरान परीक्षा केंद्रो मे टू पीजीडीसीए की परीक्षा के दौरान नियम कायदे कानून को ताक पर रख परीक्षा केंद्रो मे भारी अनियमितता बरती जा रही जिसकी खबर मीडियाकर्मी द्वारा लगातार एसडीएम अनूपपुर दीपसिखा भगत जी को दी जा रही थी लगातार मिल रही शिकायतो को लेकर एसडीएम अनूपपुर ने तहसीलदार अनूपपुर समेत 6 सदस्यीय लोगो टीम गठित कर परीक्षा केंद्र क्रमांक 401 के निरीक्षण को लेकर आदेश दिया , जिसके बाद अनूपपुर तहसीलदार ने अपनी टीम के साथ परीक्षा केंद्र 401बाल शिक्षा निकेतन मे औचक निरीक्षण को पँहुचे तो परीक्षा केंद्र के बाहर तैनात मुखबिरो मे अफरा तफरी मच गई ,परीक्षा केंद्रो मे दो कंम्पयूटर संस्थाओ के संचालक पुष्पेन्द्र , विश्वकर्मा नामक व्यक्ति केंद्राध्यक्षो की साँठगाँठ से परीक्षा केंद्रो मे आराम फरमाते नजर आए , तहसीलदार साहब की टीम को देखते ही केद्राध्यक्ष के माथे पर पसीने दिखने लगे , जाँच टीम ने अपने निरीक्षण के दौरान पाया कि परीक्षा केंद्रो मे व्यवस्था के नाम पर भर्रेशाही का आलम पसरा था एक ही टेबल पर तीन तीन छात्र-छात्राओ को बैठाकर परीक्षा दिलवाई जा रही थी, परीक्षा हाल के बगल मे छात्र छात्राओ के बैग मोबाईल पाए गए थे , जाँच टीम के सदस्यो द्वारा बताया गया कि छात्रो की चेकिंग के दौरान मोबाईल बरामद किए गए।
*अव्यवस्थाओ के बीच आयोजित परीक्षा*
परीक्षा केंद्र केंद्रों में व्यवस्था के नाम पर भारी अनियमितता पाई गई छात्रो-छात्राओ के बैठने के लिए पर्याप्त मात्रा में न ही टेबल थे न ही कुर्सिया, एक ही टेबल पर तीन तीन छात्राओ को ठूस ठूस कर बैठा कर परीक्षा का आयोजन किया जा रहा था आखिरकार इतनी अव्यवस्थयो के बाद भी कैसे किसी विधालय को परीक्षा केंद्र बनाया जाता है कब तक जिम्मेदार मूकदर्शक बन कर तमाशा देखने का खेल खेलते रहेंगे। छात्र छात्राओ से परीक्षा फीस के नाम पर मोटी रकम वसूली जाती है क्या व्यवस्था के नाम पर ली गई राशि का बंटरबाट कर कागजो मे आल इज वेल की कहानी गढ कर परीक्षा केंद्र बना दिए जाते है ।जहा ना ही पीने के लिए शुद्ध पेयजल की व्यवस्था है और न ही शौचालय की बेहतर व्यवस्था ,दोनो पाली मे आयोजित होने वाली परीक्षाओ के आयोजन हो किए जा रहे है लेकिन लाईट न होने की स्थित मे जनरेटर तक की व्यवस्था नही थी , परीक्षा दे रहे छात्रो के जेब से मोबाईल बरामद होना ,एवं कम्पयूटर संस्थाओ के संचालको की परीक्षा केंद्रो मे उपस्थित केंद्राध्यक्ष की नैतिकता पर बडे सवालिया निशान खडे कर रही है।
*नकल प्रकरण बनाने की जगह बचकर नौ दो ग्यारह हुए पटवारी बाबू*
कंप्यूटर परीक्षा केंद्र क्रमांक 401 भालूमाडा बाल शिक्षा निकेतन में पहले दिन से मची भर्रेशाही को लेकर शनिवार को ही शिकायत सामने आई थी किंतु अधिकारियो की उदासीनता के कारण केंद्राध्यक्षो की मनमर्जी अपने उफान पर थी, सूत्रो के अनुसार शनिवार के दिन परीक्षा केंद्रों में निरीक्षण के लिए आए छोरी पटवारी मोहन सिंह ने जांच के दौरान एक छात्रा का नकल सामग्री बरामद कर लिया नकल पकड़े जाने से आग बबूला हुई छात्रा ने निरीक्षण कर्ता पटवारी को चुनौती देते हुए कहा कि यदि आप में साहस है तो आप मेरा फॉर्म भरिए लेकिन इसके पश्चात आप प्रत्येक छात्र छात्राओं की चेकिंग करवाइए प्रत्येक छात्रों के पास से आपको नकल सामग्री बरामद होगी नकल प्रकरण मे पकडी गई छात्रा के तेवर देखने के बाद पटवारी महोदय ने फोन कॉल के जरिए तहसीलदार अनूपपुर से संपर्क साधा जिसके बाद छोहरी पटवारी मोहन सिंह ने फोन पर तहसीलदार से चर्चा करने के बाद मामले को रफा दफा कर मौके से चलते बने।
*इनका कहना है*
परीक्षा केंद्र में टीम गठित कर भेज रहा हूँ अनियमितता पाए जाने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी ।
*राजेश पाठक परीक्षा कंट्रोलर भोपाल*
आपने मुझे मामले से अवगत कराया है मैं टीम भेजकर निरीक्षण करवाती हूं दोषी जनों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
*दीप सिखा भगत एसडीएम अनूपपुर*