अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन का चला बुलडोजर, मंडी की जमीन को पूरी तरह किया जा रहा मुक्त
अनूपपुर
कभी अनूपपुर की आजादी की कहानी कहने वाला स्थान मंडी का वह स्थल जहां 15 अगस्त 26 जनवरी में ध्वजारोहण होता था वह अतिक्रमणकारियों के चलते धीरे-धीरे अतिक्रमण की चपेट में आ गया था गया था।आजादी का अर्थ नई पीढ़ी के सामने लगभग समाप्त सा हो गया।लेकिन कलेक्टर आशीष वशिष्ठ की नजरें जब लोग सो कर नहीं उठते तो वह नगर का भ्रमण कर अपने घर की ओर चले जाते थे।उनके गोपनीय दौरे से शहर की फिजा बदलना प्रारंभ हो गई।
अनूपपुर शहर दो भागों में विभक्त है और दोनों ही भाग अतिक्रमणकारियों की चपेट में आ चुके हैं।प्रतिस्पर्धा की भावना में चौड़ी सड़कें,चौड़ी गलियां अतिक्रमण के चपेट में आने से आवागमन को बाधित कर रही हैं।जिस पर कलेक्टर की नजर बनी हुई थी और उन्होंने समय सीमा बैठक पर अनुविभागीय दंडाधिकारी अनूपपुर एवं मुख्य नगरपालिका अनूपपुर को निर्देशित किया था जिला मुख्यालय के सहित पूरे जिले के अतिक्रमण हटाए जाएं।उस दिशा में कार्य भी हुए लेकिन कार्य पूरी तरह से नहीं हो पाने से अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद थे।
सब्जी मंडी में अभी कुछ दिन पूर्व अतिक्रमण हटा था लेकिन 26 मई को फिर से अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया गया और जेसीबी से पूरी तरह से मंडी का सफाया करने का प्रयास किया गया।अभी और भी अतिक्रमण हटाए जाने हैं इसके साथ ही सामतपुर में भी अभियान चलाकर कार्रवाई की गई।
कलेक्टर के निर्देश पर फिर से अनुविभागीय दंडाधिकारी (एसडीएम) दीपशिखा भगत, तहसीलदार आदित्य द्विवेदी, एसडीओपी सुश्री कीर्ति बघेल, टीआई अनूपपुर अमर वर्मा, नगरपालिका अनूपपुर के स्वच्छता निरीक्षक डी.एन.मिश्रा, राजस्व निरीक्षक गौरव सिंह बघेल, विकास मिश्रा के साथ ही नगर पालिका, पुलिस विभाग एवं राजस्व विभाग के अधिकारी,कर्मचारी भी भारी मात्रा में मौजूद थे।