राजनैतिक चाल, हमला कराने की कुटरचित षडयंत्र में विधायक शामिल
अनूपपुर/कोतमा
कोतमा विधायक के कारनामें जो अखबारों में छप कर आते है उसको अपने फेसबूक पर पोस्ट कर करने पर कोतमा विधायक के समर्थक पहले तेजभान सिंह परिहार के पोस्ट पर जा कर तेजभान से व्यक्तिगत गाली गल्लौज और तेरे बाप को मार कर फेक दिये है । तुझे भी मार कर फेक देगें । उक्कसाने का भर पुर प्रयास करते है । इसी तारतम्य में शिवम मिश्रा ने तेजभान सिंह को लिखा कि तेरा बाप सुनील सराफ है । तब तेजभान सिंह परिहार ने रिप्लाई देते हुयें लिखा कि अपने गांव थानगांव का जिक्र करते क्षेत्रीय विकास पर जोर देकर कहा कि तुम्हारे बाप दादा 30 सालों से जो थानगावं के रंगत बदल कर रखा है । और जो तुम लोग कर रहे हो ......। इसके बाद ब्राम्हण समाज के विधायक समर्थक अपने अन्य साथियों के मदद से तेजभान सिंह परिहार के विरूद्ध सोशल मीडिया पर गंदी गाली लिखकर देना चालू कर दिये । उन्ही में से शिवम मिश्रा के दिये रिप्लाई वाले पोस्ट को ईश्यू बनाकर स्क्रीन सॉट लेकर मेरे खिलाफ नये पोस्ट करने लगें । तेजभान सिंह परिहार ने कहा कि मैं शिवम भाई को अच्छी तरह जानता हुॅ कि वही कटकोना ग्राम पंचायत के हर्री गांव के निवासी है । और वह विधायक के खास है । उन्हें विधायक जी कांग्रेस कोतमा विधान सभा आई टी सेल सोशल मीडिया का समन्वयक की जिम्मेदारी दिलायें है। और वह अपने कार्य के तहत विधायक जी के छवि बेहतर करने की कोशिस शोसल मीडिया पर लगे रहते है । मैं अपने पुरे पोस्ट में ब्राम्हण या ब्राम्हण समाज का जिक्र ही नही किया हुई । और मैं यह जानता हॅू कि कोई समाज क्षेत्रीय विकास के लिये जिम्मेदार नही है । मेरा पुरा ध्यान राजनैतिक और क्षेत्रीय विकास पर देख सकते है । फिर सामूहिक जाति कहा से आई, मुझे समझ में नही आया । तो भी मैं विप्र समाज से आगे बढकर शोसल मीडिया के माध्यम से क्षमा मांगा क्योकि मुझे लगा कि मुझ पर हमला कराने की षडयंत्र कोतमा से संचालित हो रही है । बाद में जब इससे भी षडयंत्रकारी का मन नही भरा तो दुसरे दिन 24 मई 2023 को ब्राम्हण समाज के युवां जो एक ही परिवार के लोग अपने रिस्तेदारों के साथ थाने जा कर ब्राम्हण समाज के नाम से मुझ पर झुठी शिकायत थाने में दिये । 24 मई के ही रात्रि 8.45 पर शिवम द्धिवेदी को लेकर विधायक जी बिजुरी थाने पहुचे।
मुझे भी शंका हुआ कि पुरे खेल के पीछे राजनैतिक चाल कोतमा विधायक सुनील सर्राफ का हाथ है । मैं भी बिजुरी थाने जाकर थाना प्रभारी महोदय के नाम एक लिखित शिकायत कुचक्र रचने के नाम दिया । जिसमें मांग किया है कि मेरे खिलाफ थाने में जो भी व्यक्ति आये है । उनका पहले बयाान लिये जाये कि जिस टिप्पणी से वह आहत हो कर आये है । बताये कि उस में कहा पर ब्राम्हण शब्द का जिक्र हुआ है । यदि उचित बयान नही दिये तो वह लोग सामाजिक वातावरण बिगाडने एवं मुझ पर हमला कराने की षडयंत्र में शामिल होने के आरोपी है । इन पर आई टी एक्ट और आईपीसी एक्ट के तहत मुकदमा पंजीबद्ध किया जाये।