पूर्व मस्टर कर्मी के सत्याग्रह में 4 दिन के बाद भी कोई सुध नहीं ली प्रशासन ने
अनूपपुर/राजनगर
अनूपपुर जिले के अंतिम छोर पर बसे नगर परिषद बनगवां ( राजनगर ) में पूर्व मस्टर कर्मियों ने मुख्य नगर परिषद अधिकारी से 7 बिंदुओं का ज्ञापन दिया था. ज्ञापन के जवाब में सीएमओ द्वारा कोई भी ठोस जानकारी नहीं दी एवं पूर्व कर्मचारियों को और भी भ्रमित करने की कोशिश की गई. जिसके बाद पूर्व कर्मचारियों ने सीएमओ के जवाब का खंडन करते हुए स्पष्ट जवाब मांगा गया. मगर नगर परिषद सीएमओ द्वारा कोई भी जवाब नहीं दिया गया।
बेबस होकर पूर्व कर्मचारियों ने नगर परिषद बनगवां के प्रांगण के बाहर सत्याग्रह पर बैठ गए। मगर आज दिनांक तक कोई भी शासकीय अधिकारियों ने इनसे मिलने की या इनकी मांगे सुनने की पहल नहीं की है। अब सवाल यह है कि क्या आने वाले विधानसभा चुनाव में शासकीय कर्मचारियों का व्यवहार भाजपा सरकार की छवि को धूमिल नहीं करेगी?
जन चौराहा में चर्चा है कि केंद्र एवं प्रदेश और नगर परिषद में भाजपा के ही जनप्रतिनिधि बैठे हुए हैं मगर फिर भी सार्वजनिक जानकारियों के लिए भी आम जनमानस सत्याग्रह में बैठने को बेबस है। कोई भी शासकीय कर्मचारी इनकी आवाज सुनने को नहीं आ रहे हैं। जिस तरह प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान जी प्रदेश में भ्रष्टाचार मिटाने की बात कर रहे हैं एवं अपने प्रदेश की बेटियों को भांजी का दर्जा दिए हैं. उन्हें हम बता दे कि उनकी भांजी लगातार चार दिन से मामूली सी जानकारी सार्वजनिक करने की मांग कर लिए सत्याग्रह रही हैं। क्या आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा का चेहरा धूमिल करने की साजिश मुख्य नगर परिषद अधिकारी द्वारा तो नहीं की जा रही है क्योंकि उनकी मांगों की जानकारी को सीएमओ सार्वजनिक नहीं कर पा रहे हैं।