IGNTU में छात्रों के साथ घटित घटना में पुलिस ने की कार्यवाही, 3 लोगो पर मामला दर्ज
अनूपपुर/अमरकंटक
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय अमरकंटक में समय करीब सायं 6:30 से 7:00 के बीच छात्रावास के चार लड़के यूनिवर्सिटी स्थित पानी की टंकी में अपना वीडियो बनाने के लिए चढ़े थे। जिन्हें देखकर ड्यूटी में तैनात सुरक्षा गार्ड के द्वारा नीचे उतरने के लिए कहा गया। जिस पर टंकी पर चढ़े चारों छात्र नीचे उतर आए। सुरक्षा गार्ड के द्वारा चारों लड़कों से अपने आईडी कार्ड प्रस्तुत करने हेतु कहा गया, जिस पर छात्रों ने अपना आईडी कार्ड प्रस्तुत नहीं किया। इसी बात पर दोनों पक्षों के मध्य वाद विवाद की स्थिति निर्मित हो गई एवं छात्रों तथा सुरक्षा गार्ड रामेश्वर मांझी सुरक्षा सुपरवाइजर वीरेंद्र सिंह एवं छविलाल मेहरा के मध्य धक्का-मुक्की मारपीट एवम गाली गलौज की घटना घटित हुई।
घटना के उपरांत चारों छात्रों का मेडिकल परीक्षण कराया गया, जो सामान्य है। छात्रों के मेडिकल परीक्षण एवं कथनों के आधार पर थाना अमरकंटक में अपराध क्रमांक 56/2023, धारा 294,323,506, 34 ताहि, सुरक्षा गार्ड रामेश्वर मांझी, सुरक्षा सुपरवाइजर छविलाल मेहरा एवम वीरेंद्र सिंह के विरुद्ध प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है। आवेदक छात्रों की रिपोर्ट पर पुलिस के द्वारा प्रकरण पंजीबद्ध करते हुए समुचित वैधानिक कार्यवाही की गई है। उक्त चारों छात्र का स्वास्थ्य सामान्य होकर अभी विश्वविद्यालय छात्रावास में निवासरत हैं।
*विश्विद्यालय प्रबंधन ने जारी किया पूरा घटनाक्रम*
1. दिनांक 10 मार्च 6:00 PM विश्वविद्यालय के रिस्ट्रिक्टेड water tank जो कि मेन गेट से 100 मीटर की दूरी पर है, ऊपर जाकर वीडियोग्राफी और फोटो शूट करते हैं.(सुरक्षा कर्मी के अनुसार वो नशीले।पदार्थ का सेवन कर रहे थे)
2. लगभग 6:20 PM विश्वविद्यालय के सिक्योरिटी गार्ड वहां पहुंचे और वीडियो बनाने छात्र जो पानी की टंकी के ऊपर चढ़े हुए थे उनको नीचे बुलाए।
3. लगभग 6:30 सिक्योरिटी गार्ड्स द्वारा उन छात्रों का आई.डी कार्ड मांगा गया, और पूछताछ की गई। छात्रों का कहना था कि उनके पास आई.डी कार्ड नहीं है हॉस्टल में है, आप हॉस्टल में चल कर देख लीजिए।
4: फिर वहां से वह लोग भाग कर विश्वविद्यालय के मेन गेट की तरफ चले गए जो कि टैंक से 100 मीटर आगे है, वहां सिक्योरिटी गार्ड कॉल कर कर पहले ही घटना की जानकारी दे देते है।
5: बाहर ना जाने के चक्कर में सिक्योरिटी गार्ड से बातचीत कर वाद विवाद होने लगा, छात्रों ने अपने कुछ और अन्य केरला के साथियों के वहां बुला लिया ।
6: लगभग 7:00pm जब छात्रों ने अपने और छात्रों को बुलाया तब विश्वविद्यालय के मेन गेट में सिक्योरिटी गार्ड ने भी सुरक्षा की दृष्टि से अन्य और गार्ड्स को बुलाया 7-8 गार्ड और आ गए।
7. केरल के छात्र मेन गेट से बाहर की ओर जाने लगे जब उनको बाहर नहीं जाने दिया गया।
8. तब मेन गेट से डेढ़ सौ मीटर की दूरी पर एडमिनिस्ट्रेशन के सामने तिलकामांझी सर्कल पर सिक्योरिटी गार्ड्स आ गए और इन छात्रों को रोककर इनका आई.डी कार्ड मांगा वहां पर इनके पास आई.डी कार्ड नहीं था, सुरक्षा कर्मियों से वाद विवाद हुआ, और उनसे हाथापाई की गई, गायब यह झपट में बदल गया, जिसमें इन छात्रों को और और सिक्योरिटी गार्ड को भी चोट आई।
9: वहां से केरला के छात्र विश्वविद्यालय में उपस्थित डिस्पेंसरी गए 7:30 डिस्पेंसरी पहुंचे, जहां से इनको डिस्टिक हॉस्पिटल रेफर किया गया।
10. डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में पहुंचने के बाद, mlt report बनाकर पूरे देश में यह दिखाया जाता है कि विश्वविद्यालय द्वारा क्षेत्र विशेष एवं समुदाय पर इनको टारगेट कर हमला किया गया।
*इनका कहना हैं*
यह एक भ्रामक जानकारी है कि छात्रों को क्षेत्र विशेष के आधार पर देखा जाता है जबकि ऐसा नहीं है माननीय कुलपति जी पूरे विश्वविद्यालय के अभिभावक हैं इस वि.वि. में देश के कोने कोने से छात्र छात्राएं अध्ययन कर रहे हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा जांच प्रक्रिया जारी है। माननीय कुलपति जी का स्पष्ट निर्देश है कि जो भी पक्ष दोषी पाया जाएगा उस पर निमानुसार सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
*डॉ विजय कुमार दीक्षित (जनसंपर्क अधिकारी) इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक*