...तो भ्रष्टाचार छुपाने अध्यक्ष सहित पूर्ण परिषद ने ली भाजपा की सदस्यता ?

 ...तो भ्रष्टाचार छुपाने अध्यक्ष सहित पूर्ण परिषद ने ली भाजपा की सदस्यता ? 



इंट्रो:- भ्रष्टाचार के मामले आजकल इतने सरल हो चुके हैं कि परिषद में बैठे अध्यक्ष और सीएमओ द्वारा जेम पोर्टल में क्रय-विक्रय का खेल कर लाखों-करोड़ों के भ्रष्टाचार कर देते हैं और भाजपा की सदस्यता लेकर अभय दान पाकर गुंडागर्दी में उतारू हो जाते हैं। यही मामला अनूपपुर जिले के बनगंवा नगर परिषद का है जहां भाजपा, कांग्रेसी, और निर्दलीय पार्षदों की शिकायतों पर संयुक्त संचालक द्वारा जांच बैठाई गई तो पूरी की पूरी निर्धारित परिषद भाजपा में परिवर्तित हो गई, जिसका साफ मतलब था कि भ्रष्टाचार के कार्यवाही से बचना। 


अनूपपुर/बनगंवा

अनूपपुर जिले की विवादों में घिरे रहने वाली नगर परिषद बनगवां में भ्रष्टाचार को अंजाम देने के बाद अध्यक्ष सहित उनकी परिषद भाजपा गंगोत्री में शामिल होकर अपना दामन पाक साफ कर रही है। लाखों रुपए के मटेरियल सप्लायर में घोटाला करने के बाद जब परिषद को अपनी पोल खुलती दिखे तो सत्ता में बैठी भारतीय जनता पार्टी के दामन थामने के साथ-साथ उनके अध्यक्षों से सांठगांठ कर मामले को रफा-दफा करने के लिए संयुक्त संचालक के ऊपर भी दबाव बनाने लगे हैं। नगर परिषद में हुए भ्रष्टाचार को लेकर भारतीय जनता पार्टी के पार्षद , कांग्रेस के पार्षद, और 2 निर्दलीय पार्षदों ने शिकायत कर संयुक्त संचालक शहडोल को जैम पोर्टल द्वारा क्रय किए गए सामान में हेराफेरी के मामले को लेकर उजागर किया था, जिस में अनियमितता पाने के बाद 7 दिन के अंदर जवाब मांगा गया था जवाब देने से पूर्व ही पूरी की पूरी परिषद भारतीय जनता पार्टी में तब्दील हो गई। 


*तो भाजपा में शामिल होते ही बंद हो जाएगी भ्रष्टाचार की फाइलें?*


नगर के आसपास जन चर्चा है कि क्या बनगंवा नगर  परिषद के भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो जाने से नगर परिषद के अध्यक्ष  द्वारा संयुक्त रूप से किए गए तथाकथित भ्रष्टाचार की फाइलें बंद हो जाएंगी, या फिर फाइलों में बंद भ्रष्टाचार का जिन्न विकास के घोड़े में तब्दील होकर कागजों पर दौड़ने लगेगा। जैसे ही भ्रष्टाचार की फाइलें खुल्ला नगर परिषद की शुरू हुई वैसे ही नगर परिषद के निर्दलीय अध्यक्ष और उनकी पूरी परिषद ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। कयास लगाए जा रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी के दामन थामने के बाद अब परिषद भ्रष्टाचार के बंधन से मुक्त हो चुकी है इसीलिए तो अब परिषद के लोग गुंडागर्दी पर उतारू हो गए हैं। सवाल उठता है कि क्या अब किसी प्रकार की कार्यवाही उक्त नगरी प्रशासन द्वारा दिए गए नोटिस पर होगी या फिर भारतीय जनता पार्टी से गठजोड़ करने के बाद मामले को दबा दिया जाएगा। 


*भाजपा के साथ मिलते ही पत्रकारों के धमकाने की साजिश*


भारतीय जनता पार्टी के सदस्यता लेने के बाद नगर परिषद के अध्यक्ष और सीएमओ द्वारा सीना चौड़ा कर अपने गुर्गो द्वारा पत्रकारों को डराने धमकाने का कार्य करवाया जा रहा है। हाल ही में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए गोलू द्वारा पत्रकारों के दरवाजे में जाकर गाली गलौज और उसे जान से मारने की धमकी दी गई। भारतीय जनता पार्टी के चरित्र के विपरीत इन दिनों हाल ही में सदस्यता ग्रहण किए हुए कुछ तथाकथित जनप्रतिनिधि और नेताओं ने गुंडागर्दी का चोला ओढ़कर भारतीय जनता पार्टी की छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष दबी जुबान में उक्त जनप्रतिनिधियों का सहयोग कर रहे हैं जिससे भारतीय जनता पार्टी की छवि खराब हो रही है।


*भ्रष्टाचार से प्रफुल्लित हुई नगर परिषद के विधानसभा में होगा नुकसान*


भारतीय जनता पार्टी की छवि धूमिल करने वाले निर्दलीय अध्यक्ष और उनके पार्षदों द्वारा परिषद में जमकर घोटाले बाजी की जा रही है जिसका सीधा प्रभाव भारतीय जनता पार्टी के चुनावी कार्यों पर पड़ेगा। हाल ही में विधानसभा चुनाव होने हैं जिसको लेकर भारतीय जनता पार्टी स्वच्छ छवि और दमदार व्यक्ति के साथ चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है लेकिन जब भ्रष्टाचार से लिपटी हुई परिषद भाजपा में जा मिले तो भारतीय जनता पार्टी की छवि धूमिल होने के शत प्रतिशत चांस बढ़ जाते हैं। बंगनवा नगर परिषद के भ्रष्टाचार से भविष्य में बीजेपी का दामन भी गंदा हो सकता है। इसलिए भारतीय जनता पार्टी को सजग होते हुए आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों और भ्रष्टाचारियों को भारतीय जनता पार्टी से दूर करने का प्रबंध किए जाना चाहिए।

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