राष्ट्रीय युवा संगठन व प्रदेश सर्वोदय मंडल द्वारा गांधी जयंती पर संभाग सहित जिले में किये विविध कार्यक्रम
अनूपपुर/शहड़ोल
2 अक्टूबर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जयंती – विश्व अहिंसा दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय युवा संगठन व प्रदेश सर्वोदय मंडल द्वारा संभाग के अनेक स्थानों पर आयोजित किए कार्यक्रम।
इस आशय की जानकारी एक लिखित प्विज्ञप्ति के माध्यम से राष्ट्रीय युवा संगठन के पूर्व प्रांतीय संयोजक, प्रदेश सर्वोदय मंडल के संभागीय अध्यक्ष वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता भूपेश शर्मा द्वारा दी गई।
आपने बताया कि सुबह 7:00 बजे से अनूपपुर जिला मुख्यालय से प्रारंभ होकर शहडोल उमरिया जिलों के अलग-अलग जगह जैसे अनूपपुर में प्रातः 7 बजे वृक्षारोपण, उमरिया में प्रार्थना सभा, शहडोल में जिला जेल परिसर में वृक्षारोपण एवं बंदियों के साथ सभा, रेलवे स्टेशन परिसर में स्वक्षता जागरूकता हेतु नुक्कड़ नाटक, सफाई कर्मियों के साथ सभा वा स्टेशन परिसर में वृक्षारोपण, अनूपपुर , पुष्पराज गढ़ ब्योहारी में जन सभाओं का आयोन किया गया।
शहडोल रेलवे स्टेशन में सामाजिक कार्यकर्ता रंगकर्मी ललित दुबे के अगुवाई में कार्यक्रम स्वच्छता जागरूकता अभियान में गांधी के स्वच्छता का संदेश देते हुए बताया गया की गांधी जी के अनुसार बाहरी सफाई से भी ज्यादा आंतरिक, मन(समझ) की सफाई आवश्यक है आंतरिक स्वच्छता के बगैर बाह्य स्वच्छता एक कामना मात्र है।
जिला जेल शहडोल में अधीक्षक श्री भास्कर पांडे एवं राठौर जी के सहयोग से अपराध एवं नशा मुक्ति को लेकर कैदियों के बीच विस्तार से बातचीत की गई कैदियों से गांधी जी की बात करते हुए अखिल भारत सर्वोदय मंडल के पूर्व राष्ट्रीय मंत्री, वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता, लेखक,साहित्यकार पत्रकार श्री संतोष कुमार द्विवेदी ने कहा कि अपराध शास्त्र का मनोविज्ञान का जो सामाजिक विश्लेषण यह है की एक अबोध बालक के अंदर अपराध का जो बीज है समाज में ही आरोपित होते हैं। अपराधी केवल वो नही जो यहां जेल के अंदर हैं वरन जो यहां से बाहर हैं , जो हमारी व्यवस्थागत ढांचा है चाहे वह, शिक्षा हो, सामाजिक संरचना हो या सत्ता ही जोड़ तोड़ में डूबी हुई राजनीतिक व्यवस्था सबसे ज्यादा जिम्मेदार यही हैं। कहने के लिए रीति–नीति सबके लिए है पर वास्तविकता है कि व्यवस्था से जुड़े सफेदपोश रसूखदार लोग कुछ भी कर के कानूनी चंगुल से बच निकलते हैं। इस लिए यह मानने की कतई जरूरत नही है कि जो बाहर हैं बिल्कुल निर्दोष और निरपराध हैं। आगे आपने सभा को संबोधित करते हुए कहा गांधी जी मुख्य सिद्धांत था की अपराध से घृणा करो किंतु अपराधी से नही. महात्मा गांधी भी हम आप जैसे साधारण मनुष्य ही थे बचपन में उनमें भी वो सभी कमी कमजोरियां थी जो एक साधारण मनुष्य में होता है।किंतु उनमें और साधारण मनुष्य में बुनियादी अंतर यह था कि वे अपनी गलतियों, कमी कमजोरियों को पहचानकर उन्हे साहस के साथ स्वीकारते थे और उनसे मुक्त होने का प्रयास किए। किंतु एक साधारण मनुष्य अपनी गलतियों कमियों को स्वीकारने व सुधारने के बजाए छिपाता है, उसमे रस लेने लगता है और लिप्त हो जाता है। साध्य–साधन – विवेक का वे बराबर खयाल रखते थे क्योंकि गलत साधन से प्राप्त साध्य भी गलत होता है जो हमे गलत राह में धकेलती है और जिसे हम सामाजिक अपराध के रूप में पहचानते हैं।
इस सभा में दैनिक पत्रिका शहडोल के संपादक श्री शुभम सिंह बघेल, सामाजिक कार्यकर्ताओं में राजेश मानव, चंद्रशेखर सिंह, राजीव गांधी कंप्यूटर कॉलेज के संचालक सत्येंद्र सोनी सभी ने गांधी जी के बारे एवं नशा वा अपराध मुक्ति पर अपने अपने विचार रखे।
शाम को अनूपपुर में स्थानीय नागरिकों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ एक गोष्ठी रखी गई । जिसमें सन 74 के जेपी आंदोलन से जुड़े गांधी विचार को लेकर लंबे समय से आज भी अपने विचारों के साथ काम करने वाले श्री अनंत जौहरी जी, एवं सुप्रसिद्ध हास्य–व्यंगकार श्री पवन छिब्बर, विभा मिश्रा मंचासीन रहे। इस कार्यक्रम में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी छायाचित्र में हाथ से कते सूत का माला पहनाकर संगोष्ठी का शुभारंभ किया गया। अतिथियों का स्वागत पश्चात सामाजिक कार्यकर्ता राजेश मनाव ने कार्यक्रम संचालक की भूमिका का निर्वाह किया वहीं रंगकर्मी, पत्रकार ललित दुबे ने गांधी विचार एवं कार्य पद्धति पर प्रकाश डाला।
इस सभा में क्रमश: सामाजिक कार्यकर्ता भूपेश शर्मा ने अपनी बात रखते हुए कहा गांधी का आत्मबल और कार्य शैली ही हमारी ताकत है । श्रीमती विभा मिश्रा ने कहा सत्य और अहिंसा का जो हथियार है इससे बड़ा दुनिया में कोई हथियार नहीं है इसके सामने सारी ताकत कमजोर है हम इसको लेकर आगे बढ़ेंगे तो निश्चित रूप से हमारा सब का मार्ग प्रशस्त होगा।
श्री जोहरी जी ने अपनी बात में कहा कि राष्ट्रीय युवा संगठन और सर्वोदय मंडल अपने प्रदेश भर में महात्मा गांधी की सत्य अहिंसा पर आधारित ऐसे आयोजन हमेशा करते रहती है जिसे हम सब के अंदर आज भी गांधी जिंदा है। ऐसे सामाजिक कार्य सराहनीय है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे श्री छिब्बर ने कहा कि आज के समय में गांधी विचार ही एक ऐसा रास्ता है जिस पर चलने से युवाओं का मार्ग प्रशस्त होगा । वैसे भी जिस तरह से पूरे देश दुनिया में भ्रष्टाचार का साया है उससे लड़ने के लिए गांधी के सत्य,अहिंसा का हथियार कि हमें रास्ता दिखाएगा । आज ही देखते हैं जहां पर रह रहे हैं छोटे कर्मचारियों से लेकर बड़े अधिकारियों तक भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं जिनको दिशा देने के लिए राष्ट्रीय युवा संगठन के युवाओं को ऐसे ही बढ़ चढ़ कर आगे आना चाहिए । गलत को गलत और सही को सही कहने की हिम्मत होना ही चाहिए अगर हम गांधी की आदर्शों पर चलने का प्रयास कर रहे हैं तो आने वाले समय में निश्चित रूप से इस पूरे समाज को नई दिशा मिलेगी ।
कार्यक्रम के अंत में रोसलीन बहन जी के द्वारा आभार व्यक्त किया गया ।
विदित हो कि उमरिया में राष्ट्रीय युवा संगठन के राष्ट्रीय संयोजक अजमत उल्ला खान एवं अनूपुर जिले के पुष्पराजगढ़ स्थित सर्वोदय विद्यालय में प्रांतीय संयोजक शिवकांत त्रिपाठी के अगुवाई में गोष्ठी, गीत एवं लेखन प्रतियोगिता आयोजित किया गया। इन समस्त आयोजन में मुख्य रूप से वन विभाग के एसडीओ अंकुर त्रिपाठी कल्याण सिंह एवं पटेल जी के द्वारा वृक्षारोपण हेतु 50 पौधे उपलब्ध कराया गया। उनके प्रति राष्ट्रीय युवा संगठन ने धन्यवाद ज्ञापित किया। यह समस्त कार्यक्रम अनूपपुर जिला जेल के जेलर , रेलवे स्टेशन शहडोल सफाई कर्मी, प्रबंधक, आरपीएफ एवं अन्य सभी अधिकारी कर्मचारियों वा जिला जेल शहडोल अधीक्षक श्री भास्कर पांडे के अद्वितीय सहयोग से संपन्न हुआ ।
इस संपूर्ण आयोजन में प्रमुख साथी चंद्रशेखर सिंह, राजेश मानव, रोसलीन, ऊषा, ज्योति, कोमल, मुन्ने लाल, सपना, मुन्नी बाई, एस सी चौहान जी, सृष्टि, श्रेया, खेमराज, सावित्री, पिंकी, भूपेंद्र सिंह, प्रज्ञा, आदि ने भूमिका निभाई।