आजादी के 75 वर्ष नही है सड़क, बिजली, राज्यपाल के आगमन से कुम्भकर्णी नींद से जागा प्रशासन
*मोहल्ले में सड़के नही, जल्द बाजी में बन रही सीसी पक्की सड़क, बच्चो ने की शिवराज मामा से बिजली की मांग*
अनूपपुर/पुष्पराजगढ़
मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल का 2 दिवसीय प्रवास कार्यक्रम अनुपपुर जिले में तय हुआ है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 2 अक्टूबर को इंदिरा गाँधी विश्वविद्यालय अमरकंटक में कार्यक्रम होना तय हुआ है साथ ही 3 अक्टूबर को पुष्पराजगढ़ जनपद अंतर्गत ग्राम चचानडीह पहुँचकर दोपहर 2 बजे तक स्थानीय नागरिकों के साथ चर्चा करंगे व लाभार्थियों को लाभ का वितरण एवं स्थानीय विकास कार्यों का अवलोकन करने के साथ स्थानीय ग्रामीणों के साथ दोपहर का भोजन करेंगे।
गौरतलब हो कि नींद में सोया हुआ प्रशासन अब जाग चुका है राज्यपाल के कार्यक्रम को लेकर प्रशासन द्वारा चचानडीह गाँव में युद्ध स्तर पर तैयारियां कर रहा है चारो और विकास की बाहार सी देखने को मिल रही है वही बात करें तो राज्यपाल के स्थानीय ग्रामीणों के साथ भोजन की तो बैगा जनजाति परिवार के घर को पूरे तरह से चमकाने का कार्य किया जा रहा है यहाँ तक कि जिस घर में राज्यपाल भोजन करेंगे उक्त घर तक पहुँचने के लिए जल्दबाजी में सारे नियम कायदों को दरकिनार कर बिना बेस डाले ही सीसी पक्की सड़क भी आँख मूंद कर बनाई जा रही है यह सीसी पक्की सड़क कब तक चलेगी यह कह पाना मुश्किल है पर प्रशासन सिर्फ चकाचौंध करने में जुटा हुआ है।
वही हम बात करें इस गाँव के आबादी की तो छोटे बड़े मिला कर लगभग 900 की जनसँख्या है इस गाँव का जब मीडिया की टीम जायजा लेने पहुँची तब चचानडीह गाँव निवासरत बैगा जनजाति परिवार आज भी अंधेरे में अपना जीवन यापन करने को मजबूर है मूलभूत सुविधाओं के नाम पर इस गाँव के ग्रामीणों को सिर्फ आश्वासन ही मिलता आ रहा है हलाकि राज्यपाल के आने से पूर्व इस गाँव के ग्रामीणों को चार दिन के लिए क्या सुविधाएं मिल पाती है देखने वाली बात होगी बहरहाल जिस तरह छोटे छोटे मासूम आज भी चिमनी की रौशनी में पढ़ाई कर रह है और मध्यप्रदेश के मामा शिवराज सिंह चौहान से बिजिली कि मांग कर रहे है बिजली के पोल का 75 वर्ष बाद भी इस गाँव मे नाम निशान न होना भी चिन्ता का विषय है हलाकि सूत्रो की माने तो 2 दिन के अंदर दिखावे के लिए जगह जगह सोलर प्लेट लाइट के खम्बे लगाने की जानकारी प्राप्त हो रही है आखिर इन बच्चो की आवाज कब तक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक कब पहुँच पाती है यह अपने आप मे भी बड़ा सवाल है।