नही रहा कॉमेडी का सितारा पूरे देश मे मायूसी की लहर, पत्रकारों ने दी नम आंखों से श्रद्धांजलि
*राजू श्रीवास्तव का इस तरह जाना अपूरणीय क्षति- संतोष चौरसिया*
अनूपपुर/कोतमा
जमुना कोतमा दिग्गज कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव का बुधवार सुबह निधन हो गया। दिल्ली के एम्स अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। उन्हें 10 अगस्त को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
राजू श्रीवास्तव के यूं अचानक अलविदा कहने से सभी मायूस है। बॉलीवुड और टीवी गलियारों में मातम पसरा हुआ है। किसी को भी इस खबर पर यकीन नहीं हो रहा है। सोशल मीडिया पर नम आंखों से फैंस कॉमेडियन को याद कर रहे हैं। उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। वो चेहरा जो हमेशा हंसता हुआ ही नजर आता था चाहे टीवी स्क्रीन हो या सोशल मीडिया अकाउंट। अपने शानदार सेंस ऑफ ह्यूमर की बदौलत करोड़ों लोगों के दिलों पर राज करने वाले राजू का यूं अलविदा कह जाना शॉकिंग है। एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में राजू की कमी कोई नहीं पूरी कर पायेगा।
अनूपपुर जिले के कोयलांचल क्षेत्र में भी राजू के चाहने वालों की कोई कमी नही है। उनके एक प्रशंसक क्षेत्र के पत्रकार संतोष चौरसिया ने कहा की उन्हें तो अब तक यकीन ही नही हो रहा है की राजू श्रीवास्तव अब हमारे बीच नही रहे। हमेशा मुस्कुराते रहने वाला आज सभी को रुला कर चला गया। उनकी कमी कोई पूरी नही कर पायेगा। उन्होंने कहा कि ये अपूर्णीय क्षति है। राजू श्रीवास्तव का कॉमेडी के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण स्थान था। उन्होंने कई सालों तक लोगों के दिलों पर राज किया। अब उनकी कमी सदैव खलेगा।
क्षेत्र के वरिष्ठ पत्रकार संतोष चौरसिया ने कहा की राजू श्रीवास्तव एक ऐसी प्रतिभा थी जिन्होंने देश ही नही विदेशों में भी भारत का नाम रोशन किया था। वे स्वच्छ कॉमेडी के लिये जाने जाते थे। उन्होंने कभी भी फूहड़ता का उपयोग नही किया यही खूबी उन्हें सबसे अलग बनाती थी। आज पूरा देश उनके निधन से स्तब्ध है।
इसी तरह कोयलांचल क्षेत्र के पत्रकार संतोष चौरसिया सुरेश शर्मा राजेश सिंह शैलेंद्र विश्वकर्मा नूर मोहम्मद तन्हा मोहम्मद मोइन खान राजकुमार विश्वकर्मा अरुण त्रिपाठी हिमांशु पासी भरत मिश्रा नीलू रजक अजय ताम्रकार दिवाकर विश्वकर्मा अखिलेश नामदेव प्रदीप मिश्रा राजेश तिवारी मदन चौधरी विनय उपाध्याय आदि लोगों ने नम आंखों से विदाई देते हुए कहा की राजू श्रीवास्तव में गजब की प्रतिभा थी। वे हर मौके पर मुस्कुराते रहते थे। उनके निधन का समाचार मिलते ही गहरा दुख पहुंचा है और मैं उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।