धोखाधड़ी से गारंटर बना किया जालसाजी, थाना में हुई शिकायत नही हो रही कार्यवाही
अनुपपुर/भालूमाड़ा
चोण्डी पोंडी निवासी रुद्रमणि केवट पिता हीरालाल केवट के साथ हुवा जिसमे मनोज गुप्ता भालूमाड़ा द्वारा विश्वास में लेकर अपने बेटी नैना गुप्ता का खाता खुलवाने के नाम पर रुद्रमणि केवट को पहचानकर्ता बनाना कहकर कुछ कागजो पर हस्ताक्षर करवाया गया जिस पर रुद्रमणि केवट द्वारा बिन पढ़े या जाने हस्ताक्षर कर दिया गया कारण की मनोज गुप्ता के किराना दुकान से रुद्रमणि केवट सामान खरीदता था और मनोज गुप्ता पोंडी चोण्डी गांव में आया जाया करता था एवम मनोज गुप्ता की मित्रता भालूमाड़ा भारतीय स्टेट बैंक के अकॉउंटर परमेश्वर मुरमू के साथ था और मनोज गुप्ता के साथ परमेश्वर मुरमू पोंडी चोण्डी गांव में जाया करते थे इसी बीच फरियादी रुद्रमणि का परिचय परमेश्वर मुरमू से हुआ जिसके बाद मनोज गुप्ता एवम परमेश्वर मुरमू द्वारा रुद्रमणि केवट को नैना गुप्ता के खाता खोलने के लिए पहचान कर्ता बनने के लिए हस्ताक्षर करने को कहा गया जिस पर रुद्रमणि केवट द्वारा एक बैंक अधिकारी का विश्वास करके मनोज गुप्ता की बेटी के कुछ दस्तावेज पर पहचानकर्ता के लिए हस्ताक्षर किया परन्तु करीबन 1-5 वर्ष फरियादि रुद्रमणि केवट के खाता से से करीबन 20 हजार पैसे कटे तब वह बैंक गया और बातचीत किया जिसके बाद पता चला कि कोई नैना गुप्ता नाम की शख्स 5 लाख का लोन लिया है जिसमे इसे गारंटर बना दिया गया जिसके बाद इसे पता चला कि मनोज गुप्ता एवम परमेश्वर मुरमू द्वारा कुछ साल पहले नैना गुप्ता के खाता खोलने हेतु पहचानकर्ता के लिए हस्ताक्षर लिया गया था और कुछ दस्तावेज मांगे गए थे तब उसे जानकारी हुई कि उसके हस्ताक्षर के माध्यम से रुद्रमणि को गारंटर बना दिया गया जिसके लिए वह मनोज गुप्ता से बात किया तब मनोज गुप्ता द्वारा बोला गया कि मुझे कुछ समय दीजिये मैं समाधन करा दूंगा क्योंकि परमेश्वर मुरमू मेरे मित्र है मैं पैसा कटना बन्द करवा दूंगा जिसके लिए तुम एक सादे कागज में हस्ताक्षर कर दो मैं मुरमू साहब से लिखा लूंगा क्या क्या लिखना है जिसके बात तुम्हारे खाते से पैसा कटना बन्द हो जाएगा ऐसा कहकर हस्ताक्षर लिए जिसके बाद कुछ दिनों बाद रुद्रमणि के खाते से पुनः पैसा कटने लगा जिसके बाद रुद्रमणि केवट द्वारा मनोज गुप्ता से बात करना चाहा जिसके बाद मनोज गुप्ता लड़ाई झगड़े करने लगा एवम धमकी देने लगा कि हम परमेश्वर मुरमू के साथ मिलकर इसी लिए तुम्हे गारंटर बनाये थे कि हमे पैसा न देना पड़े और तुम्हे जो करना हो करो बैंक अधिकारी मेरे साथ है मेरा कुछ न कर लोगे जिसके बाद रुद्रमणि द्वारा थाना भालूमाड़ा में लिखित शिकायत दर्ज कराया गया परन्तु दो महीने बाद भी कोई कार्यवाही नहीं किया जा रहा शायद थाना भालूमाड़ा मे किसी पंहुचे नेता के सिफारिश से मनोज गुप्ता एवम परमेश्वर मुरमू पर कोई कार्यवाही नही कर पाई जबकि सूत्रों से पता चला है की भालूमाड़ा निवासी मनोज गुप्ता द्वारा परमेश्वर मुरमू से मिलकर बैंक से 10-12 लाख रुपये लोन पास कराया गया है जिसमे गांव के भोले भाले लोगों को धोखाधडी करके जाल में फंसाकर लोन गारंटर बना दिया गया है जिसमे रुद्रमणि केवट के साथ साथ कंपोटर केवट,गोवर्धन केवट को लोन गारंटर के रूप में फंसाया गया है परंतु ये दोनों डर और धमकी के कारण नही करा पा रहे मनोज गुप्ता एवम परमेश्वर मुरमू के खिलाफ शिकायत दर्ज।
इस अपराध पर भालूमाड़ा पुलिस द्वारा या बैंक प्रबंधन द्वारा कोई कार्यवाही नही की जा रही तो समझ आ रहा कि पुलिस प्रशासन या किसी नेता का दबाव है पुलिस प्रशासन नाकाम हो चुकी है अब ये तो कार्यवाही से ही चल सकता है पता परन्तु अगर इसी तरह फरियादी रुद्रमणि केवट का पैसा कटता रहा तो फरियादी एक दिन आर्थिक तंगी और कर्ज के दबाव में कोई भी कदम उठाने पर हो सकता है मजबूर।