हिन्दी दिवस पखवाड़ा का आयोजन, छात्रों ने प्रतियोगिताओं के माध्यम से बताया हिन्दी का महत्व
*हिन्दी दिवस के अवसर पर छात्र-छात्राओं ने बढ़चढ़ कर लिया हिस्सा*
अनूपपुर
आजादी के 75वां अमृत महोत्सव के उपलक्ष में नेहरू युवा केंद्र (युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार) के द्वारा नेहरु केन्द्र के डिप्टी डायरेक्टर डाॅ. आर.आर. सिंह के निर्देशानुसार और लेखा एवं कार्यक्रम सहायक मनीष चौहान के मार्गदर्शन में 17 सितंबर 2022 को हिन्दी दिवस/पखवाड़ा का आयोजन हुआ। कार्यक्रम को प्रारंभ करने से पहले ज्ञान की देवी मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं गीत गायन किया गया। तत्पष्चात कार्यक्रम की षुरुआत की गई। महाविद्यालय में हिन्दी दिवस के अवसर पर संस्था द्वारा हिन्दी भाषा को बढ़वा देने के लिये छात्रों के मध्य एक संगोष्ठी रखी। जिसमें छात्रों ने हिन्दी भाषा को लेकर अपने विचार रखे और आयोजित वाद-विवाद, कविता, चित्रकला की प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर हर क्षेत्र में हिन्दी भाषा के प्रयोग पर जोर दिया।
*हिंदी हमारी आधिकारिक भाषा है-श्री सोनी*
हिन्दी दिवस के अवसर पर कृष्णचन्द्र सोनी ने बताया कि हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इस दिन भारत की संविधान सभा ने देवनागरी लिपि में लिखी गई हिंदू भाषा को भारत गणराज्य की आधिकारिक भाषा घोषित किया था। भारत की संविधान सभा ने 14 सितंबर 1949 को भारत गणराज्य की आधिकारिक भाषा के रूप में हिंदी को अपनाया। हालांकि इसे 26 जनवरी 1950 को देश के संविधान द्वारा आधिकारिक भाषा के रूप में इस्तेमाल करने के विचार को मंजूरी दी गई। हिंदी को आधिकारिक भाषा के रूप में इस्तेमाल करने के दिन को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है।
*हमारी असली पहचान को याद दिलाती है हिन्दी भाषा*
महाविद्यालय की छात्रा मानसी ने कहा कि हिंदी दिवस को उस दिन को याद करने के लिए मनाया जाता है जिस दिन हिंदी हमारे देश की आधिकारिक भाषा बन गई। यह हर साल हिंदी के महत्व पर जोर देने और हर पीढ़ी के बीच इसको बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है जो अंग्रेजी से प्रभावित है। यह युवाओं को अपनी जड़ों के बारे में याद दिलाने का एक तरीका है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि हम कहाँ तक पहुंचे हैं और हम क्या करते हैं अगर हम अपनी जड़ों के साथ मैदान में डटे रहे और समन्वयित रहें तो हम अपनी पकड़ मजबूत बना लेंगे। यह दिन हर साल हमें हमारी असली पहचान की याद दिलाता है और देश के लोगों को एकजुट करता है। जहां भी हम जाएँ हमारी भाषा, संस्कृति और मूल्य हमारे साथ बरकरार रहने चाहिए और ये एक अनुस्मारक के रूप में कार्य करते है। हिंदी दिवस एक ऐसा दिन है जो हमें देशभक्ति भावना के लिए प्रेरित करता है।
*कार्यक्रम मे ये रहे उपस्थित*
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विक्रम सिंह बघेल, विशिष्ट अतिथि डॉ. जे.के. संत सहित महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक डॉ. गीतेष्वरी पाण्डे, प्रीति वैश्य, प्रो. संगीता बासरानी, डॉ. देवेन्द्र सिंह बागरी, प्रो. विनोद कोल, प्रो. कमलेश चावले, प्रो. पूनम धाण्डे तथा डॉ. बृजेन्द्र सिंह, डॉ. शैली अग्रवाल, प्रो. दिवाकर, प्रो. संजीव द्विवेदी, प्रो. गंगेश कुमार, छाया श्याम, तरन्नुम सरबत तथा नेहरु युवा केन्द्र के कार्यकर्ता व छात्र-छात्रा उपस्थित होकर हिन्दी दिवस को सफल बनाया।