भवन जर्जर, भरा है पानी फिर भी पशुओ को रखकर संचालित किया जा रहा कांजी हाउस
अनूपपुर
अनूपपुर जिले के अंतर्गत ग्राम पंचायत बेलिया बड़ी में कई माह के बाद कांजी हाउस खोला गया जिसकी बहुत ज्यादा जर्जर स्थित में है। उसके बाद भी कांजी हाउस को शुरू कर दिया गया है पशुओं को रहने की उचित व्यवस्था वहाँ पर नही है पशुओं के खाने पीने का ध्यान नहीं दिया जाता है ना ही उनका समय पर रख रखाव करते हैं पशु वहां भूख से छटपटाते है। चारों ओर गंदगी फैली रहती है,आज बरसात के दिनों में कांजी हाउस इतनी जर्जर हो चुकी है कि कांजी हाउस के अंदर पानी भरा हुआ है ना ही पंचायत ध्यान दे रही है ना ही जिम्मेदार अधिकारी सब मौन बैठे हुए हैं कहने को तो लाखों रुपए की हर ग्राम पंचायतों में गौ शाला बनी हुई है लेकिन वह देखने मात्र को है कांजी हाउस में उनकी देखभाल नहीं की जाती है न ही स्वच्छता की ओर कोई ध्यान दिया जाता है। कांजी हाउस के आसपास गंदगी बनी रहती है ना ही कभी सफाई की जाती है जिसके वजह से कभी भी कांजी हाउस में पशुओं के साथ घटना घट सकती है। ग्राम पंचायत को कांजी हाउस शुरू करने के पहले भवन की सही ढंग से मरम्मत करवाना चाहिए था पशुओं के खाने पीने की उचित व्यवस्था करना चाहिए था। मगर सचिव सरपंच को इस बात से कोई मतलब नही है। बस किसी एक व्यक्ति को कांजी हाउस की जिम्मेदारी दी दी गयी है वह व्यक्ति समय से पशुओं को खाना पानी नही देता है।
*क्या होता है कांजी हाउस*
कांजी हाउस पशुओं के लिए सरकार द्वारा संचालित एक ऐसा केंद्र होता है, जहाँ पर आवारा पशु ग्राम पंचायत में घूमते है तथा खेतों में घुसकर किसानों की फसलों को नष्ट करते है, उन्हें उस कांजी हाउस बन्द करके में रखा जाता है। जब इन पशुओं के मालिक सूचना मिलने पर इन पशुओं को लेने आते है तो उनसे जुर्माना लिया जाता है तथा पशुओं को उनके मालिक को दे दिया जाता है। यदि अधिक समय तक इन पशुओं की खैर खबर लेने कोई नहीं आता तो इन पशुओं को नीलाम कर दिया जाता है।
*इनका कहना है*
मैं छुट्टी में हूँ इस मामले में सरपंच से बात कर लीजिए गांव में सरपंच रहते हैं।
*अम्बिका प्रसाद शुक्ला सचिव ग्राम पंचायत बेलिया बड़ी*
*इस मामले पर ग्राम पंचायत बेलिया बड़ी के सरपंच बब्बू कोल से कांजी हाउस के संबंध में बात करने के लिए कॉल किया गया तो उनसे संपर्क नही हो पाया*