नियम विरुद्ध कार्यों की जांच व भ्रष्टाचारियों पर कार्यवाही के लिए पत्रकारो ने कलेक्टर सौंपा ज्ञापन
अनूपपुर
जिले की नवगठित नगर परिषद बनगवा जो परिषद बनने के बाद से ही शहडोल संभाग में अपना एक अलग ही स्थान प्राप्त कर चुकी है । चाहे वह फर्जी संविलियन का मामला हो या परिषद बनने के बाद फर्जी भुगतान फर्जी सामान या यूं कहें कि एक ही समान का दो से तीन बार भुगतान होना इससे यह देखा जा सकता है कि नगर परिषद बनगवां के जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा किस तरह शासन के पैसों का बंदरबांट किया गया है । जिसके खिलाफ स्थानीय लोगो के द्वारा उच्च अधिकारियों को ज्ञापन सौपते हुए ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि नगरपरिषद बनगंवा मे भर्ती एवं संविलियन का मामला हो या नगर परिषद के सी.एम.ओ.राजेन्द्र कुशवाहा के द्वारा बीते एक वर्ष से शासन द्वारा निर्धारित नियमों के विपरीत सामग्रियों की खरीदी मनमानी तौर पर किया गया है। जिसकी जांच करायी जाऐ। सी यम ओ ने नगरपरिषद में अपने चहेते ठेकेदारों के माध्यम से गुणवत्ताहीन निर्माण कराये गये हैं, जिसकी जांच कर कार्यवाही की जाये। दर्जनों फाईलों में हेराफेरी कर शासन को आर्थिक क्षति पहुंचाई गई है । ई-रिक्शा आने के बाद से जनहित में उपयोग न होने के बाद भी कबाड़ में रखकर मेन्टेनेन्स के नाम पर लाखों का भुगतान प्राप्त किया जाता है। नगरपरिषद अन्तर्गत ब्लीचिंग पाऊडर छिड़काव के नाम पर लाखों का भुगतान किया जाता है । जबकि वास्तविक हकीकत इससे परे है। नगरपरिषद अन्तर्गत ब्लीचिंग पाउडर के नाम पर लाखों का भुगतान प्राप्त कर लिया जाता है । बीते एक वर्षों से सी.एम.ओ. के द्वारा कराये गये निर्माण कार्यों एवं लाखों करोड़ों रुपये की सामग्री खरीदी में व्यापक भ्रष्टाचार किये गये है जिसकी जांच करायी जाये। लेखा एवं वित्त नियम 2018 का नियम 85 / (1) एवं 821 (2) और 86 के नियमों का पालन कराया जाये । छोटे-बड़े टेन्डरों को सूचना पटल पर चस्पा किया जाये जो अभी तक नहीं किया जाता है । नगरपरिषद में जनरल सप्लाई जैम पोर्टल की खरीदी की सभी जानकारियों को सूचना पटल पर अंकित कराया जाये । सभी विषयों पर गम्भीरता से जांच कर दोषीजनों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाये जिससे लगातार हो रहे भ्रष्टाचार पर अंकुश लग सके।