यात्री ट्रेनों के ठहराव के लिए रेलवे के खिलाफ खोला मोर्चा, विरोध के लिए उमड़ा जनसैलाब
अनूपपुर/जैतहरी
बीते लगभग ढाई साल पूर्व 22 मार्च 2020 को जनता कर्फ्यू के बाद 25 मार्च 2020 से कोरोना वायरस संक्रमण बीमारी देश विदेशों में तेजी से फैल रहा था उस बीमारी के लक्षण हर गांव देहात नगर सहित देश के कोने में फैल रही संक्रामक बीमारी की रोकथाम के लिए देश सहित विदेशों में सभी प्रकार के यातायात के साधन ही नही सभी तरह के व्यापार बंद हो गए थे जबकि वर्तमान समय मे कोरोना जैसी बीमारी के लक्षण पूर्णतः थम गया वही अन्य संसाधनों को व्यापारिक तौर से चालू भी हो गए वही रेल प्रशासन द्वारा कोरोना काल की ट्रेनों को स्पेशल ट्रेन बनाकर संचालन भी कर दिया वर्तमान समय मे सिर्फ चुनिंदा रेलवे स्टेशनों में ही स्पेशल ट्रेनों का ठहराव किया जा रहा जिससे ऐसे कई रेलवे स्टेशन है जिससे रेल प्रशासन को करोड़ो की आय प्राप्त होने के बाद भी कोई भी कोरोना काल के पूर्व की तरह ठहराव नही किया गया जिससे आम जनता को बड़ी बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा वर्तमान समय मे जैतहरी सहित वेंकटनगर चंदिया करकेली बेलगहना करगीरोड इत्यादि रेलवे स्टेशनों में सभी यात्री ट्रेनों जिसमे बिलासपुर भोपाल, बिलासपुर इंदौर, बिलासपुर रीवा, चिरमिरी बिलासपुर, दुर्ग अम्बिकापुर, पुरी ऋषिकेश एक्सप्रेस का ठहराव जैतहरी रेलवे स्टेशन में होता रहा इन सभी ट्रेनों के ठहराव को लेकर पिछले 26 अगस्त को नगर विकास मंच व क्षेत्रवासियों द्वारा रेल प्रबंधक जैतहरी व जिलादण्डाधिकारी को दक्षिण पूर्व रेल मंडल अधिकारी रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव जी के नाम ज्ञापन सौपकर मांग किया गया पूर्व की भांति सभी यात्री ट्रेनों के ठहराव किया जावे अन्यथा नगर विकास मंच व क्षेत्रवासियों द्वारा विशाल क्रमिक आंदोलन 17 सितम्बर दिन शनिवार व 21 सितम्बर से भूख हड़ताल करने को मजबूर हो गई है जो नगर के व्यवसाइयों द्वारा अपने अपने प्रतिष्ठान बंद कर नगर के गांधी चौक से प्रारम्भ हुई जो नगर के विभिन्न मार्गों से होते हुए रेल प्रशासन के विरुद्ध नारे बाजी करते हुए रेलवे स्टेशन के पहुच मार्ग के सामने अटल द्वार के समीप पहुच कर रेल रोको आंदोलन करने को बैठ गई है जिसकी समस्त जिम्मेदारी रेल प्रशासन की होगी।