पार्टी बैठक में हाथापाई, गुटबाजी खुलकर आई सामने, पुलिस ने किया बीच बचाव, देखे वायरल वीडियो
अनूपपुर
जिले में कांग्रेस वैसे ही बैकफुट पर है उसके बाद पार्टी संगठन को मजबूत करने की छोड़ आपस मे गुटबाजी करते नजर आ रहे हैं छोटे कार्यकर्ता को छोड़ दे बड़े पदों पर बैठे लोग पार्टी की लुटिया डुबोने में लगे हैं बैठक में तू तू मैं मैं करते नजर आ रहे हैं। इनकीं गुटबाजी सड़को पर भी दिखने लगी है। जिला मुख्यालय में कांग्रेस के नए जिलाध्यक्ष के चयन को लेकर संगठन की बैठक आयोजित की गई थी। जिसमें जिला निर्वाचन अधिकारी के रूप में दिल्ली से इरशाद हुसैन आए हुए थे। साथ ही मंच पर कोतमा विधायक सुनील सराफ, पुष्पराजगढ़ विधायक फुंदेलाल सिंह, प्रदेश सचिव प्रेम कुमार त्रिपाठी, प्रदेश महासचिव रमेश सिंह सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहें। इस दौरान पार्टी जिलाध्यक्ष फुंदेलाल सिंह ने रजिस्टर में प्रस्ताव बना पदाधिकारियों से हस्ताक्षर कराने के लिए रजिस्टर भेजा इसी में विवाद की स्थिति बनी, और कांग्रेसी कार्यकर्ता आपस में दो बार भिड़ गए जिसके बाद संगठन के पदाधिकारियों को सफाई भी देनी पड़ी। बैठक में नए जिलाध्यक्ष के लिए 6 लोगो ने अपना दावा ठोका जिसमें आशीष त्रिपाठी, रामखेलवन राठौर, मंयक त्रिपाठी, जेपी श्रीवास्तव, डॉ राज तिवारी एवं संतोष पाण्डेय शामिल रहें। इसी का प्रस्ताव कार्यवाहक जिलाध्यक्ष फुंदेलाल सिंह ने रजिस्टर में प्रस्ताव लिख कर पदाधिकारियों से हस्ताक्षर कराने के लिए रजिस्टर भेजा जिसमें 4 लाईने छोड़कर हस्ताक्षर करने को कहा प्रस्ताव रजिस्टर में हस्ताक्षर कराने के लिए जैसे ही रजिस्टर पूर्व जिला अध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल के पास पहुंचा तो उन्होंने कार्यवाहक जिला अध्यक्ष फुंदेलाल सिंह से प्रस्ताव के बाद स्थान खाली छोड़ने का आशय जानना चाहा कि ऐसे में रजिस्टर में हस्ताक्षर क्यों कराए जा रहे हैं जिसके बाद कार्यवाहक जिला अध्यक्ष भड़क गये और दोनों के समर्थक आपस में बहस करने लगे विवाद को बढ़ता देख पुलिस को बीच-बचाव में आना पड़ा। इस विवाद के बाद जयप्रकाश अग्रवाल बैठक छोड़कर चले गयें। वहीं, दूसरी बार कार्यवाहक जिला अध्यक्ष के समर्थक ने मंच से उद्बोधन मंच में बैठे कोतमा विधायक के व्यक्तिगत आरोप लगाने पर विधायक ने आपत्ति की जिस पर दोनो गुटो में बटे कांग्रेस के युवा कार्यकर्ताओं नारेबाजी करते हुए लेकर आपस में उलझ पड़े। कोतमा विधायक सुनील सराफ ने कहा कि पार्टी बैठक में आजतक ऐसा नहीं हुआ कि मंच में बैठे पदाधिकारी या अन्य जन पर व्यक्तिगत आरोप मंच से लगाना गलत हैं। पूर्व जिला अध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल का कहना हैं कि कार्यवाहक जिलाध्यक्ष ने प्रस्तााव रजिस्टर में लाईने छोड़कर हस्ताक्षर कराना इससे गलत मंशा झलकती हैं मैने इसकी जानकारी चाही तो कार्यवाहक जिलाध्यक्ष भड़क गये।
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