खुलकर दिखी भाजपा की गुटबाजी, सम्मान समारोह में जिलाध्यक्ष की हुई उपेक्षा, कैसे लगेगी विधानसभा की नैय्या पार
अनूपपुर/कोतमा
भाजपा जिला अनुपपुर में सबकुछ अच्छा चल रहा है यह कहना ठीक नही है। भाजपा जिलाध्यक्ष के खिलाफ भाजपा में ही कितनी बगावत है यह जिलाध्यक्ष के अंतिम कार्यकाल में अब खुलकर नजर आने लगी है। गाहे बगाहे संगठन ही सर्वोपरि का नारा बुलंद करने वाले नेता व पदाधिकारी अब खुले मंचो में भाजपा जिलाध्यक्ष की उपेक्षा करने से भी नही चूक रहे हैं। यह हम नही कहते यह भाजपा नेताओ द्वारा आयोजित कार्यक्रम का यह आमंत्रण पत्र यह खुला संदेश दे रहा है कि संगठन के पदाधिकारियों को भाजपा जिलाध्यक्ष की उपेक्षा करते तनिक भी झिझक महसूस नही होती। तभी भाजपा जिलाध्यक्ष के क्षेत्र नवगठित नगर परिषद डोला में काबिज भाजपा की परिषद क्षेत्र में आयोजित कार्यक्रम के आमंत्रण पत्र में आयोजकों ने भाजपा जिलाध्यक्ष का ही नाम गायब कर दिया । इसे क्या माना जाए कि लोकतंत्र सेनानी व मीसाबंदी व पार्षदों के सम्मान हेतु डोला क्षेत्र के भाजपा के नेता भाजपा जिलाध्यक्ष की उपयोगिता महसूस नही करते या जिलाध्यक्ष के समाप्त हो रहे कार्यकाल में भाजपा के नेता अब भाजपा जिलाध्यक्ष के खिलाफ खुलकर लामबंद होने लगे हैं।
*क्या है मामला*
मामला डोला नगर परिषद क्षेत्र में दिनांक 23.08.2022, मंगलवार दोपहर 1:00 बजेनगर पंचायत भवन डोला के बगल में आयोजित एक सम्मान समारोह कार्यक्रम का है जहां लोकतंत्र सेनानी स्व. शिवमंगल सिंह की धर्मपत्नी श्रीमती करूणा सिंह एवं मीसाबंदी जुगुलकिशोर गुप्ता, नव निर्वाचित (डोला) अध्यक्ष श्रीमती रेनू कोल जी, उपाध्यक्ष-रवि शंकर तिवारी नगर पंचायत, डोल, सुनील चौरसिया,उपाध्यक्ष - सुश्री कंचन महतो,नगर पंचायत, (डूमरकछार)अध्यक्ष- यशवंत सिंह, उपाध्यक्ष- धनंजय सिंह, नगर पंचायत, (बनगवाँ) एवं समस्त पार्षदगणों का "सम्मान समारोह" का कार्यक्रम आयोजित था जिंसमे मुख्य अतिथि- रामलाल रौतेल जी (पूर्व विधायक, अनुपपुर) विशिष्ट अतिथि- दिलीप जायसवाल (पूर्व विधायक, कोतमा) अनिल गुप्ता(पूर्व उपाध्यक्ष, विंध्य विकास प्राधिकरण) नरेन्द्र सिंह मरावी (पूर्व अध्यक्ष, अनु.जन.जा. आयोग)आधाराम वैश्य (पूर्व उपाध्यक्ष, जनपद पंचायत, अनूपपुर)प्रेमचंद यादव (पूर्व सरपंच, डोला) राजेश कलशा ( पूर्व जनपद सदस्य) आमंत्रित थे कार्यक्रम की अध्यक्षता गिरधारी लाल गुप्ता(समाजसेवी) की गरिमामयी उपस्थिति सम्पन्न होना था। जिंसमे तीनो नगर परिषद के समस्त पार्षदों व जनप्रतिनिधियों सहित समाजसेवियों व मीडिया को भी आमंत्रित किया गया था। कार्यक्रम के आयोजक रामचरण साहू अध्यक्ष पं. दीनदयाल अंत्योदय समिति डोला थे। उक्त आयोजित कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष ब्रजेंश गौतम का नाम ही नही था।
*क्या जान बूझकर की गई उपेक्षा*
उक्त आयोजन भले ही लोकतंत्र सेनानी व मीसाबंदी सेनानी के साथ नवनिर्वाचित अध्यक्ष उपाध्यक्ष व पार्षदों के सम्मान की मंशा से आयोजित किया गया था। मगर इस कार्यक्रम में भाजपा की गुटबाजी खुलकर नजर आयी व आयोजनकर्ताओ ने भाजपा जिलाध्यक्ष ब्रजेंश गौतम की उपेक्षा करने में भी कोई कसर नही छोड़े। व भाजपा की अंत्योदय समिति के आमंत्रण पत्र में पूर्व पूर्व सभी को आमंत्रित तो किया गया मगर संगठन के जिला के सर्वोपरि अध्यक्ष को ही आमंत्रित करना उचित नही समझे। हालांकि अंत्योदय समिति डोला के अध्यक्ष रामचरण साहू ने यह बात स्पष्ट कही है कि मुझे इस आयोजन में बलि का बकरा बनाया गया है। मुझसे कार्यक्रम की चर्चा तो की गई। लेकिन कार्ड में जिलाध्यक्ष ही नाम नही रहेगा मुझे नही बताया गया। मुझे इस बात का क्षोभ है। मैं सन 1982 से भाजपा का समर्पित कार्यकर्ता हूँ। और भाजपा जिलाध्यक्ष ब्रजेंश गौतम ने ही मुझे अंत्योदय समिति का अध्यक्ष बनाये है। अब मैँ उनसे किस मुंह से बात करूं मुझे ग्लानि महसूस हो रही है।
*6 पार्षदों को छोड़े नही पहुंचे कोई भी जनप्रतिनिधि*
जानकारों की माने तो उक्त कार्यक्रम में आमंत्रण पत्र में भाजपा जिलाध्यक्ष का नाम नही होने से 45 पार्षदों में महज 5 पार्षद जिंसमे तीन कॉन्ग्रेस 1 निर्दलीय व एक भाजपा पार्षद ही पहुंचे बाकी तीनो नगर परिषदों के अध्यक्ष उपाध्यक्ष व बाकी पार्षद लापता रहे।
*यह कैसा आयोजन की सम्मान पाने वाले ही हुए लापता*
वैसे तो यह कार्यक्रम मीसाबंदी के नाम पर था जिसे आयोजन कर्ता भाजपा का नही बता रहे। सबसे बड़ी बात जिनका सम्मान होना था वो तो गए ही नही। सिर्फ 4 पार्षद डोला के व दो बनगवां के पार्षद प्रतिनिधि पति पहुंचे थे। 45 में महज 6 पार्षद पहुंचे। क्या आयोजन कर्ता भाजपा का ही विरोधी गुट था जो तीनो नगर परिषदों के चुनाव में भाजपा की हार चाहता था। और जिन लोगो को जीत मिली है। उनकी जीत को छिपाने के लिए सम्मान समारोह किये। और यह कैसा सम्मान कि जिनका सम्मान होना है वही लोग उपस्थित नही हुए। वही भाजपा नेताओ ने अपने मंच को चमकाने के लिए यह आयोजन किये और क्षेत्र के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों ने इस आयोजन का बहिष्कार किये।
बहरहाल मामला कुछ भी हो एक बात तो खुलकर नजर आने लगी है कि संगठन ही सर्वोपरि है का नारा बुलंद करने वाले भाजपा नेताओं की आपसी खींचातानी अब खुलकर मंचो पर नजर आने लगी है। जो नगर परिषदों के चुनाव के बाद आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के लिए सुखद संदेश नही है।
*इनका कहना है*
मुझे इस आयोजन के बारे में कोई जानकारी नही है। जानकारी लेकर ही बता पाऊंगा।
*ब्रजेंश गौतम भाजपा जिलाध्यक्ष*
यह कैसा सम्मान समारोह था जिंसमे वो लोग ही नही पहुंचे जिनका सम्मान होना था। उक्त सम्मान समारोह आयोजन में भाजपा जिलाध्यक्ष के कद को कम करने की कोशिश होती दिखी।
*सुनील चौरसिया अध्यक्ष नगर परिषद डूमर कछार*
मैंने सभी लोगो को फोन लगाया था सबने कहा हम नही जा रहे इसलिए हम भी नही गए। जब भाजपा के लोग कार्यक्रम आयोजित करवा रहे है और भाजपा जिलाध्यक्ष का ही नाम नही है। डोला से भी कुछ लोगो के नाम नही थे। इसलिए हम लोग भी नही गए।
*यसवंत सिंह अध्यक्ष नगर परिषद बनगवां*
आमंत्रण पत्र में भाजपा जिलाध्यक्ष का नाम न होने हम लोग भी नही गए तीनो नगर परिषद के जनप्रतिनिधियों व पार्षदों ने इस आयोजन का बहिष्कार किये हैं।
*रवि शंकर तिवारी उपाध्यक्ष, नगर परिषद डोला
मुझे इस आयोजन में बलि का बकरा बनाया गया है। जिलाध्यक्ष की इस आयोजन में उपेक्षा की जाएगी मुझे नही मालूम था। अन्यथा मैँ निवेदक ही नही बनता।
*रामचरण साहू अध्यक्ष अंत्योदय समिति डोला*