शिक्षक दिवस से मिले शिक्षकों को पूर्ण वेतन, मांगो को लेकर मुख्यमंत्री के नाम सौपा ज्ञापन
अनूपपुर
2018 में आई मध्य प्रदेश शिक्षक भर्ती के तहत हुई परीक्षा में चयनित शिक्षकों की नियुक्ति 2021-22 में हो पाई और बीच में हुए सत्ता परिवर्तन के कारण जिन नवनियुक्त शिक्षकों का आरंभ से पूर्ण वेतनमान दिया जाना था उसकी जगह 70% वेतन ही दिया जा रहा है साथ ही परिवीक्षा अवधि 2 वर्षों की जगह 3 वर्ष कर दी गई थी इस कारण जहां एक तरफ नवनियुक्त शिक्षकों को हर माह आर्थिक नुकसान हो रहा है वहीं दूसरी तरफ कई शिक्षकों की उम्र 40 से अधिक हो गई है जो महज 20 या 22 वर्षों तक की नौकरी कर पाएंगे वैसे भी इस बार भर्ती 7 वर्षों के बाद आई थी और प्रक्रिया पूरी होने में 3 वर्ष और लग गए जब इस भर्ती का विज्ञापन तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के समय आया था तब मूल विज्ञापन में पूर्ण वेतन और 2 वर्ष की परिवीक्षा अवधि का उल्लेख था लेकिन बीच में सत्ता परिवर्तन के बाद बनी कांग्रेस सरकार ने 2019 में राजपत्र में संशोधन करके परिवीक्षा अवधि 2 वर्ष की जगह 3 वर्ष एवं आरंभ से ही 100 % वेतन की जगह पहले वर्ष मूल वेतन का 70 % दूसरे वर्ष 80 % तीसरे वर्ष 90% और चौथे वर्ष पूर्ण वेतन देने का प्रावधान कर दिया ऐसे में शिक्षक चौथे वर्ष में ही पूर्ण वेतन का लाभ प्राप्त कर सकेंगे साथ ही इन 3 वर्षों में उन्हें वार्षिक वेतन वृद्धि का भी लाभ प्राप्त नहीं होगा।
अपनी इन्हीं जायज मांगो को लेकर इन समस्त नवनियुक्त शिक्षक एवं शिक्षिकाओं ने भारी संख्या में अनूपपुर कलेक्ट्रेट परिसर में एकत्रित होकर माननीय मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा और अपनी बातें रखी। ज्ञातव्य हो अपनी इन समस्त मांगों को लेकर प्रदेश भर में जिला मुख्यालयों में माननीय मुख्यमंत्री महोदय के नाम ज्ञापन सौंपा जा रहा है और विनम्र निवेदन किया जा रहा है कि उन्हें पूर्ण वेतन का लाभ दिया जाए।