छात्राओं ने भोजन की गुणवत्ता खराब व अन्य समस्याओं को लेकर प्रदर्शन कर खोला मोर्चा
अनूपपुर/अमरकंटक
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति अमरकंटक विश्वविद्यालय में समस्त छात्रावासों के छात्र छात्राओं ने खाने की गुणवत्ता में सुधार एवं मेस की फीस कम करवाने को लेकर विश्वविद्यालय एडमिनिस्ट्रेशन के बाहर प्रदर्शन किया छात्र-छात्राओं में काफी आक्रोश था क्योंकि जो छात्रावासों में उनको भोजन दिया जाता है उसकी गुणवत्ता सही नहीं है एवं अनुचित फीस भी उनसे वसूली जाती है इसी मांग को लेकर आक्रोश में लंबे समय तक प्रदर्शन किया एवं विश्वविद्यालय प्रशासन ने आश्वासन दिया कि जल्द से जल्द इस समस्या का निराकरण करेंगे।
इस प्रदर्शन में इस विश्वविद्यालय के छात्रावासों की छात्र-छात्राएं भारी संख्या में उपस्थित रहे। आपको बता दे काफी समय से छात्राएं अपनी आवाज को रोके हुए थी परंतु एक न एक दिन अति का अंत होना ही था
छात्रावास की लगभग 300 से अधिक छात्राओं ने भारत माता कि जय नारे लगाते हुए अपनी बात विश्व विद्यालय की एडमिनिस्ट्रेशन बिल्डिंग के सामने बुलंदी से प्रस्तुत की हैं जिससे पूरा विश्वविद्यालय प्रशासन कांप उठा हैं छात्राओं का कहना हैं कि खाने की गुणवत्ता दिन व दिन गिरते ही जा रही हैं आए दिन किसी बहन को सही इलाज के लिए एंबुलेंस द्वारा पेंड्रा रेफर करना पड़ता हैं खाने की गुणवत्ता में लगातार गिरावट होने के कारण आए दिन लूज मोशन, उल्टी, कमजोरी, फूड पॉइजनिंग जैसी गंभीर बीमारी देखने को मिल रही हैं और पहले छात्राओं ने प्रशासन से अपनी बाते रखी थी परंतु कोई कार्यवाही न हुई हैं
प्रशासन तो तब हरकत में आया जब कल लगभग 300 से अधिक छ्त्राए एकत्रित हो भारत माता कि जय घोष करने लगी तब आनन फानन में विश्वविद्यालय के छात्रावास की वार्डन मैडम को आना पड़ा और मैडम ने छात्राओं के गुस्से को देखते हुए आश्वासन भी दिया हैं इस समस्या का जल्द से जल्द निराकरण किया जाएगा!
अब देखने वाली बात यह हैं कि विश्वविद्यालय प्रशासन कब और क्या निर्णय लेता हैं।
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*इनका कहना है*
भोजन की गुणवत्ता में कोइ कमी नही है। अगर छात्राओं ने इस मामले में कोई विरोध दर्ज कराया है तो मैं अभी वार्डन से जानकारी लेता हूँ।
*विजय दीक्षित पीआरओ इंदिरा गांधी जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक*