39 किलो की बोरी में 25 किलो धान, मंत्री जी के क्षेत्र में खरीदी उठाव में घोटाला ही घोटाला
*धान खरीदी केंद्र प्रभारी देवगमा, छिल्पा, कपिलधारा के प्रबंधकों की मिलीभगत एवं परिवहन ठेकेदार सांठगांठ में शामिल*
*परिवीक्षा अवधि में निलंबित अधिकारी को कोतमा शाखा प्रबंधक बनाकर बिठाना भ्रष्टाचार को बढ़ावा देना दर्शाता है*
अनूपपुर/कोतमा
*(आनंद पाण्डेय की खास रिपोर्ट)*
अनूपपुर जिले में लगातार खाद्यान्न विभाग में हेरा फेरी जोरो से चल रहा है जिसकी शिकायते लगातार आ रही है जबकि यह खाद्य मंत्री बिसाहू लाल सिंह का गृह जिला है उसके बाद भी मंत्री जी के नाक के नीचे खाद्यान्न घोटाले पर घोटाला हो रहा है कुछ दिन पहले फुनगा का मामला अभी शांत नही हुआ है फिर कोतमा का मामला हुआ अब दारसागर का मामला आ रहा है। किसानों की खून पसीने की कमाई गरीबो के हक पर खुलेआम ऐसे डाका डाला जाएगा और जो इसके जिम्मेदारो को सब कुछ दिखाई दे रहा है फिर भी कुम्भकर्णी नींद में सो रहे है जिसके कारण लाखो रुपये का शासन को चूना लग रहा है। और प्रशासन ऐसे लोगो को लगातार अभयदान देते जा रहा है।
*योजना को लगा रहे पलीता*
मध्यप्रदेश शासन द्वारा किसानों के लिए एमएसपी दर निर्धारित कर धान खरीदी केंद्रों के माध्यम से किसानों को अधिक लाभ पहुंचाने के लिए खरीदी केंद्र स्थापित किए जिस पर धान खरीदी केंद्रों के प्रबंधकों द्वारा किसानों को दी जाने वाली सुविधाओं से किसानों को वंचित रखा जाता है, साथ में अधिक धान खरीदी की भी शिकायत सामने आई इन सब के बावजूद भी खरीदी प्रबंधकों का लूटपाट करने की प्रक्रिया समाप्त नहीं होती बल्कि धान को एफसीआई गोदाम या खुले मैदान में बने कैब में रखने के समय प्रबंधकों की मिलीभगत से धान में गोलमाल किया जाता है। जिससे कारण लाखो रुपये जिम्मेदारों के जेब मे जाते दिख रहा है। ऐसे शासन की जनहितकारी योजना को पलीता लगता दिख रहा है।
*खाद्य मंत्री के क्षेत्र में खुलेआम हेरा फेरी*
गो ग्रीन कैब दार सागर में खरीदी केंद्र देवगमा, छील्पा ,कपिलधारा की धान लाकर रखी गई है जहां पर इन तीनों खरीदी केंद्रों के प्रबंधक द्वारा धान में बड़ा गोलमाल किया गया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 20 से 25 किलोग्राम की बोरियों को कैब में लाकर धान जमा कराई गई जिसमें सभी बोरियों का बजन 39 किलो दर्शाया गया। इस धान के काले खेत में नागरिक आपूर्ति निगम की प्रबंधक की भी सांठगांठ स्पष्ट रूप से दिखाई देता है। जबकि प्रीति शर्मा स्वयं परिवीक्षा अवधि पर हैं । प्रीति शर्मा पहले भी भ्रष्टाचार के मामले में निलंबित भी हो चुकी हैं। जबकि गरीबों के हक पर डाका डालने वाले भ्रष्ट अधिकारी को इतने महत्वपूर्ण पद पर पुनः वापसी होना संदेह के घेरे में है।
*खराब कर रहे हैं धान*
धान के स्टॉक के साथ लगातार नित नए तरीके का गोल माल किया जा रहा है सूत्र बताते हैं कि धान की बारी में 39 किलो की जगह 25 किलो की भरती की गई है और उन्ही धान की को जानबूझकर खराब कर दी जा रही है और 25 किलो खराब धान की जगह 39 किलो खराब धान का डेटा दिखाया जा रहा है और पर बोरी 14 किलो धान का खुलेआम गोलमाल करके हजारों क्विंटल धान बेचकर अपनी जेब भर रहे हैं यह जानकारी जिम्मेदारों के पास है मगर वो सभी इस खेल मे शामिल होने के कारण अपना मुँह बन्द किये रहते है। इस मामले की अगर प्रशासन जांच करवा लें या धान की बारी का वजन करवा लें तो अभी दूध में कितना पानी मिलाया गया है पता चल जाएगा। इस खेल में प्रशासन और प्राइवेट दोनो लोग शामिल हैं।
*इनका कहना है*
गो ग्रीन कैब दारसागर मैं मुझे भी 20 से 25 किलोग्राम बोरी होने की सूचना मिली मैं जाकर देखती हूं वैसे यह हमारे कार्य क्षेत्र में नहीं आता कैप की देखरेख प्राइवेट कंपनी को दी गई है यह सब उसी के अंडर में आता है।
*प्रीति शर्मा शाखा प्रबंधक एमपीडब्ल्यूएलसी कोतमा*