अधिकारी कर्मचारी हुए बेलगाम लोकार्पण, शिलान्यास के पत्थर को तोड़ कर फेंक दिया
अनूपपुर
नगर पालिका परिषद अनूपपुर मैं पदस्थ अधिकारी कर्मचारियों की कार्यशैली से इन दिनों ऐसा प्रतीत हो रहा है कि नपा परिषद मैं जिम्मेदार के नाम पर कोई माई बाप नहीं है । और यह परिषद पूरी तरह से बेलगाम हो चुका है, प्राप्त जानकारी के मुताबिक नपा परिषद अनूपपुर में स्तिथ कार्यालय भवन पर विगत कई वर्षों से जब कभी कार्यालय का उद्घाटन एवं लोकार्पण हुआ रहा होगा एक यादगार के नाम पर उक्त भवन के सामने पत्थर के सिल पर भवन के दोनों ओर उद्घाटन एवं लोकार्पण का दिन ,दिनांक सहित जनप्रतिनिधियों का नाम अंकित किया गया था।
जो एक यादगार बनकर साबित करता था कि उक्त भवन का निर्माण किस सन के किस तारीख एवं किस जनप्रतिनिधि के द्वारा शुरुआत किया गया था । इतना ही नहीं भवन के दूसरी ओर लोकार्पण किए जाने का भी बोर्ड लगाया गया था । जिसमें जनप्रतिनिधियों के द्वारा किए गए लोकार्पण का नाम अंकित किया गया था, एवं उक्त सन, संवत का विधिवत उल्लेख था ,जिसे नपा के उदासीन अधिकारी कर्मचारियों के कारण लीपापोती का काम कर रहे ठेकेदार के द्वारा आज उक्त यादगार नुमा पत्थर को हटाकर सीमेंट एवं ईट के बीच ढक दिया गया। लोगों का मानना है कि अगर उक्त यादगार नुमा पत्थर पुराना होने की स्थिति में बदलाव ही किया जाना था , तो उसे पूर्ण रूप से ढक कर अपमान किए जाने की जरूरत नहीं थी।
उसी जगह में उसी संवत,दिनांक के साथ नए पत्थर लगवा कर लिखे गए नाम को अंकित किया जाना उचित था। नगर पालिका परिषद अनूपपुर के जनप्रतिनिधियों ,समाजसेवियों सहित नगर के रहवासियों ने कलेक्टर प्रशासक सोनिया मीणा से मांग किये है कि ,कई वर्षों से लगे पत्थर जो भवन निर्माण के समय व भवन के उद्घाटन के समय का प्रतीक था। उसे तोड़कर नगर के सम्मानीय जनों का बड़ा अपमान किया जाना नपा के जिम्मेदार अधिकारियों के लिए बहुत बड़ी गलती साबित हो हो रही है,इतना ही नहीं नगर वासियों ने प्रशासक से मांग की है कि ऐसे उदासीन अधिकारी कर्मचारी एवं ठेकेदार जिन्होंने उक्त पत्थर को हटाकर सीमेंट एवं रेट से ढक दिया है उनके विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही करते हुए हटाए गए दोनों जगह के पत्थर को पूर्व में उल्लेखित सन, संवत एवं उक्त जनप्रतिनिधियों ,अधिकारियों ,का नाम जो पूर्व से अंकित था फिर से नए पत्थर में लिखकर उस जगह पर लगाया जाए नहीं आम जनमानस एवं नगर के रहवासियों जनप्रतिनिधियों का बड़ा अपमान माना जाएगा।