व्यक्ति विशेष का नहीं नगर परिषद की सौगात भाजपा कार्यकर्ताओं की देन- साहनी
अनूपपुर
आखिरकार भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ एवं कनिष्ठ कार्यकर्ताओं का मेहनत रंग लाया जिसके कारण बरगवां अमलाई नगर परिषद का गठन भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के अथक प्रयास के साथ कैबिनेट मंत्री बिसाहूलाल सिंह के नेतृत्व में ही सफल हो पाया है जिसमें भाजपा के संगठन पदाधिकारी बूथ प्रभारी कार्यकर्ताओं का मेहनत के साथ अन्य राजनीतिक दल श्रमिक यूनियन पत्रकार बंधु व्यापारी और युवा लोगों का संघर्ष का परिणाम है और आज सीएमओ ने प्रभार लेकर कार्य भी शुरू कर दिया है और शीघ्र चुनाव भी हो जायेंगे वार्ड और आरक्षण हो चुके है।
नगर परिषद के गठन को लेकर इन दिनों श्रेय लेने की होड़ मची हुई है , आइए जानते हैं अमलाई बरगंवा नगर परिषद के संघर्ष की कहानी जिसकी शुरुआत होती है वर्ष 1999 के अमलाई दुर्गा मंदिर स्टेशन से उस समय प्रदेश में कांग्रेस सरकार थी और आज के काबिल अधिवक्ता पत्रकार या नेता उस समय के युवा नौजवान थे तब एक भारी संयुक्त सभा का दुर्गा मंदिर स्टेज में मीटिंग की गई जिसमें कांग्रेस भाजपा और इस क्षेत्र के श्रमिक नेता अधिवक्ता पत्रकार शामिल हुए और यह तय हुआ कि आज से अमलाई रेलवे स्टेशन में सर्वाधिक आए देने के कारण ट्रेनों का स्टॉपेज की मांग और अमलाई को नगर परिषद बनवाने का आगाज और भाजपा कांग्रेस को मिलाकर एक नगर विकास मंच बनाया गया और तय हुआ कि नगर विकास मंच के माध्यम से कांग्रेसी भाजपा के सपोर्ट से सारे विकास के कार्य कराए जाएंगे
उस मीटिंग में क्षेत्र के सभी लोग शामिल रहे जिसमें स्वर्गीय अशोक तिवारी स्वर्गीय विजय दाहिया मनीष तोषनीवाल सतीश तिवारी संदीप पुरी इकबाल अहमद शिव शंकर पांडे अरविंद साहनी अजय यादव कामरेड कैलाश गुप्ता विजय तिवारी नीरज गुप्ता कैलाश लालवानी सुनील ओटवानी मोतीलाल शर्मा पंकज सिंह राजीव रावत तत्कालीन युवाओं को जिम्मेदारी दी गई जिसमें अरविंद साहनी एडवोकेट सतीश तिवारी संदीप पुरी इकबाल अहमद अजय यादव नीरज गुप्ता विजय तिवारी प्रताप धमीजा सुनील ओटवानी कैलाश लालवानी इस मंच में सभी पदाधिकारी बने। 2003 तक काग्रेस की सरकार रही लगातार ज्ञापन देते जाते रहे
लेकिन नतीजा शून्य रहा और कुछ भी हासिल नहीं हुआ और वह सभी मांगे लंबे समय तक ठंडे बस्ते में चली गई फरवरी 2010 में जब इस क्षेत्र में बहुत सारे युवा नेता पंचायत में जीत कर आए तब ये मांग फिर नए सिरे से उठने शुरू हुई तब भाजपा नेता और पत्रकार और कार्यकर्ताओं की मिलकर एक नई छोटी सी टीम बनाई गई जिसमें अरविंद साहनी नीरज गुप्ता निजामुद्दीन अली विजय तिवारी राजू रावत औरमार्गदर्शन में सतीश तिवारी सुनील ओटवानी अखिलेश सिंह इत्यादि लोग शामिल हुए और उसके बाद इनके नेतृत्व में क्षेत्र में संभाग मेआने वाले मंत्री मुख्यमंत्री सभी लोगों को ज्ञापन और चर्चा देना शुरू हुआ प्रदेश में भाजपा की सरकार थी तो लगातार उम्मीदें बढ़ती जा रही थी
किंतु इसका वास्तविक संघर्ष वर्ष 2014 से शुरू हुआ जब संगठन के चुनाव में भाजपा नगर अध्यक्ष अरुण विश्वकर्मा बने और अरविंद साहनी नगर महामंत्री बनाए गए तब भाजपा के नेता और मीडिया कर्मी लोगों की टीम बनी जिसमें अरविंद साहनी अधिवक्ता ने कमान संभाली और उस टीम में नीरज गुप्ता विजय तिवारी प्रताप धामेचा अरुण विश्वकर्मा सुभाष मिश्रा राज पांडे निजामुद्दीन अली पत्रकार बृजेंद्र मिश्रा राजीव रावत अजय दहिया मनीष तिवारी ने मोर्चा संभाला और अमलाई नगर परिषद के लिए यह तय हुआ की संभाग में जहां कहीं भी मंत्री या मुख्यमंत्री आएंगे को ज्ञापन दिया जाएगा और यहां से लेकर भोपाल तक ज्ञापन के माध्यम से बात जाने लगी क्षेत्र में जब भी मुख्यमंत्री का आगमन होता था
चाहे वह धनपुरी बुढार शहडोल उमरिया अमरकंटक अनूपपुर कोतमा कहीं भी हो तो तत्काल यह भाजपा टीम एक्टिव हो जाती थी और तुरंत रातों-रात ज्ञापन बनाकर उनकी टीम वहां पहुंच जाते थे और उस क्षेत्र के बड़े नेता का सहारा लेकर सीधा मुख्यमंत्री या मंत्री को दिया जाता था जिसमें शहडोल से इंद्रजीत सिंह संतोष लोहानी हो या कैलाश विश्वानी शालिनीसराओगी दौलत मनमानी अनूपपुर में उस समय राम दास पुरी जैसे नेताओं का भी सहयोग लिया जाता था यही नहीं जब भी क्षेत्र से कोई भी बड़े नेता भोपाल जाते थे तो तत्काल भाजपा की इस टीम में अधिवक्ता अरविंद साहनी के द्वारा ज्ञापन बनाकर उन्हें दिया जाता था
कि यह मांग आप भोपाल में जरूर उठाएं जिसमें अनेक बार इंद्रजीत सिंह छबरा कैलाश विशनानी द्वारा संतोष लोहानी रामदास पूरीजैसे नेताओं को दिया गया और यह मांग पहले से ही भोपाल में गूंजने लगी तत्कालीन विधायक रामलाल को भी दबाव बनाया गया और उन्होंने भी यह बात भोपाल में उठाई लेकिन सफल नहीं हो पाए इस दौरान प्रदेश में जब अचानक 18 मे कांग्रेसी सरकार आई तब क्षेत्र के बड़े कांग्रेसी नेता अजय यादव ने इस मोर्चे को संभाला और एक प्रतिनिधिमंड़ल अमलाई क्षेत्र का लेकर भोपाल पहुंचे जहां पर भाजपा की तरफ से अरविंद साहनी एडवोकेट ने सभी मंत्री और नेताओं से मिलकर ज्ञापन दिया और मांगे रखी
जिसमें तत्कालीन कांग्रेसी विधायक बिसाहूलाल सिंह के साथ जीतू पटवारी राज्यवर्धन सिंह कुणाल चौधरी अरुण यादव जैसे नेताओं को दिया गया और उन्होंने वादा भी किया कारवाही भी हुईकिंतु तत्कालीन विधायक बिसाहू लाल सिंह के लाख प्रयास करने के बाद भी मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसको नहीं किया मार्च 2020 में अचानक भाजपा सरकार प्रदेश में वापस लौटी और बिसाहूलाल सिंह जी मंत्री बने तब भी प्रथम नगर आगमन जून 2020 में अमलाई में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के द्वारा उनका भव्य स्वागत किया गया और भाजपा के नेताओं के समक्ष उन्होंने वादा किया कि मैंने कांग्रेश के समय भी यह प्रयास किया था पत्र भी जारी किया था लेकिन नहीं हो पाया और यह मेरे संज्ञान में है इसे मैं शीघ्र नगर परिषद की सौगात दिलाऊंगा और इसका परिणाम सितंबर 20 में देखने को मिला जब माननीय मुख्यमंत्री जी का आगमन अनूपपुर में हुआ वहां भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने मांग उठाई
और माननीय मुख्यमंत्री ने अमलाई को नगर परिषद की घोषणा कर दी उसी समय से मंत्री बिसाहूलाल जी के साथ उनके भी कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हुए पिछले 2 साल में नवागत भाजपा के कार्यकर्ता जिसमें वर्तमान भाजपा जिला उपाध्यक्ष सिद्धार्थ सिंह संदीपपूरी विवेक पांडे जीतू सिंह परिहार राजेश मिश्रा और जिला भाजपा के उपाध्यक्ष सिद्धार्थ सिंह जी ने लगातार मंत्री जी से चर्चा करते रही और यह दबाव बनाए रखा की इस घोषणा को पूरा कराया जाए नवागत और पुराने भाजपा कार्यकर्ताओं का जब समावेश हुआ और टीम बनी तोयह उसी का अंजाम है कि आज ये नगर परिषद अस्तित्व में आया जिसमें इस टीम की तरफ से मंत्री जी के करीबी जिला उपाध्यक्ष सिद्धार्थ सिंह संदीप पूरी ने अनूपपुर से लेकर भोपाल में भी इस नगर परिषद के लिए काफी पैरवी और सहयोग किया निसंदेह इसे बनवाने के लिए पिछले 22 सालों की शुरुआत और 12 वर्षों के संघर्ष का नतीजा है
जिसमें भाजपा कार्यकर्ताओं के लंबे संघर्ष कांग्रेसियों अन्य राजनीतिक दलों का सहयोग के साथ श्रमिक यूनियन व्यापारी युवा नौजवान और इस संभाग के सभी पत्रकार बंधुओं का विशेष सहयोग रहा आज निसंदेह इसी मंत्री बिसाहूलाल सिंह जी ने 20 साल पुरानी इस मांग को करा दिया किंतु इसे बनवाने वाली टीम में प्रमुख भूमिका निभाने वाले लोगों में जो लगातार 12 वर्ष से अपने पैसे खर्च समय को देकर संघर्ष करते रहे उन्हें अरविंद साहनी अधिवक्ता नीरज गुप्ता विजय तिवारी निजामुद्दीन अली राजीव रावत राज पांडे सुभाष मिश्रा की प्रमुख भूमिका रही और समय-समय पर सहयोग करने वाले जिसमें सतीश तिवारी पूर्व भाजपा महामंत्री शहडोल अजय दाहिया मनीष तिवारी अरुण विश्वकर्मा प्रताप धमीजा मोहम्मद रब्बान के साथ सभी राजनीतिक दल व्यापारी युवा और श्रमिक यूनियन की सहयोग से आज बरगवां अमलाई नगर परिषद अस्तित्व में आया।