जीवन के लिए लगाओ पौधे करो वृक्षों की देखभाल, प्रकृति को करो हरा भरा
विषय *हरा भरा*
शीर्षक "प्रकृति प्रेम"
उम्मीद पर टिका
संसार.....
करो वृक्षों की देखभाल,
रहे संसार सदा *हरा भरा*
लगाओ पौधे
करो देखभाल।
उम्मीद करना
बेमानी नहीं
जरूरत है वृक्षों को सहेजने की,
प्रकृति को,,,
जितना तुम सहेजोगे,
वृक्षों को जितना तुम रोपोगे ,
उतना ही खुशहाल,
सुकून से ...
तुम रह पाओगे ,
वृक्षों के बिन
तुम क्या रह
पाओगे खुशहाल,
वृक्षों के काटे जाने से,
प्रकृति हुई प्रभावित,,,
बदल रूप अपना,
कहीं बाढ़,
कहीं तूफान,
कहीं भूकंप,
देखने को मिल जाते हैं हमें,
श्रंगार वृक्ष करते हैं धरती का,,
इनको सहेजो तुम,
वृक्षों में भी है, जीवन ..
दर्द इन्हें भी होता है,
इन्हें ना काटो तुम ,
पर्यावरण को बचाओगे,
तो जीवन अपना ही ,
बढ़ा आओगे तुम ,
सहेजोगे जितना
तुम इनको उतनी
खुशहाल जिंदगी पाओगे,
कोरोना काल के समय ,
हम सब ने देख लिया ।
सांसो की मारामारी को,
हम सब ने हैं भोग लिया।
प्रदूषण से मुक्त बनाओ देश को,
तभी तो स्वच्छ हवा में सांस ले पाओगे,
सांस ले पाओगे तुम,,..।।
वंदना खरे "मुक्त"
चचाई जिला अनूपपुर मध्य प्रदेश