खाद्य मंत्री जिले में बड़ी लापरवाही हजारो क्विंटल धान सड़ा जानवर भी खाने से कर रहे इनकार
अनूपपुर
एक ओर व्यवस्था में दोष की वजह से गरीबों के हक का अनाज उन तक नहीं पहुंच पा रहा है, तो दूसरी ओर खाद निगम की लापरवाही से गोदाम में रखे हजारो टंन के अनाज रखरखाव में लापरवाही के कारण सड़ गया। जो अब जानवरों के भी खाने लायक नहीं बचा। वही जब मीडिया में मामले का उजागर किया तो तिलमिलाए संबंधित अधिकरियो ने अपना अपुरा गुसा मीडिया पर उतरते हुए यह कह डला की मीडिया गलत तरीके से न्यूज दिखा सरकार को बदनाम कर रही है।
जिले में अनाज भंडारण को लेकर जिला प्रशासन कितनी लापरवाह है इसकी एक तशवीर आपको अनूपपूर जिले के पयारी ओपन कैब में दिखाते है। जहां किसानों के खून पसीना बहाकर उपार्जित किया हुआ। 70 हजार क्विंटल धान रख रखाव अभाव में सड़ रहा है। अब आलम ये है कि ये धान जानवरो के खाने लायक भी नही रहा।
वही जब मीडिया ने ओपन कैब में रखे सड़े धान की अपने कैमरे में कैद कर लिया ,तो इससे जुड़े अधिकरियो को नॉगवारा गुजार अपनी गलती छिपाने के लिए उल्टा मिडियाया पर दोष मढ़ते हुए अधिकरियो ने यह कह डाला कि मिडिया गलत तरीके से न्यूज बनाकर सरकार को बदनाम करना चाहती है। ये तो वही कहावत हुई उल्टा चोर कोतवाल को डांटे यह लापरवाही नहीं सुनियोजित घोटाला है। गरीबों को बांटने के लिए सरकार ने अनाज खरीदा, गोदामों में भरा और उसका एक बड़ा हिस्सा गोदामों में ही सड़ गया। पहली नजर में यह लापरवाही लगती है, लेकिन लोगो का कहना है कि यह धान सड़ा नही बल्कि सड़ाया गया है। बहरहाल मामला चाहे जो भी हो लेकिन किसानों के खून पीसने की मेहनत का अनाज इस तरह से सड़ गया या सड़ाया गया यह तो जांच का विषय है।