जीवन दायनी जोहिला नदी दिन प्रतिदिन प्रदूषित होती जा रही है- कवि संगम त्रिपाठी
अनूपपुर/उमरिया
पवित्र भूमि अमरकंटक से निकली जोहिला पौराणिक नदी जो उमरिया जिले स्थित बिरसिंहपुर पाली मंठार केन्द्रीत ऊर्जा दायनी नदी है जो दिन प्रतिदिन प्रदूषित होती जा रही है। अब तो प्रदूषण का स्तर अपने चरमोत्कर्ष पर पहुंच गया है। नदी किनारे स्थित संजय गांधी ताप विद्युत गृह के संयंत्र से सतत विभिन्न रासायनिक पदार्थ, राखड़,कोल डस्ट आदि बहाया जा रहा है जो कि गंभीर चिंतन का विषय है।
संजय गांधी ताप विद्युत गृह के कर्ताधर्ता मात्र खाना पूर्ति में लगे रहते है व अमानक मापदंड संप्रेषित कर पर्यावरण को अंगूठा दिखाने में कोई कसर नही छोड़ रहे है जो कि आने वाले समय में गंभीर साबित होंगे। नदी की सफाई के कार्य और ठेके प्रदूषण के खेल को स्वयं सिद्ध कर रहे है।
जोहिला नदी के अस्तित्व को बचाए रखने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है अन्यथा भविष्य में इसके परिणाम बहुत घातक होंगे।