आ गया है चुनाव, मौसम है चुनाव का, उठो देश की जनता अरे जागो देश की जनता
*चुनाव*
*आज कुछ पंक्तियांँ व्यंग के रूप में कलम चलाई है सादर समीझार्थ*
आ गया है चुनाव,
मौसम है चुनाव का,
उठो देश की जनता
अरे जागो देश की जनता
उठकर कुछ सवाल करो ।
इन दल बदलू नेताओं का
ना तो मान करो
ना सम्मान करो ।
चले गए जो सपा से भाजापा में भाजापा से कांग्रेस में
कुछ ने अपने दल बनाए
कुछ ने दल ही बदल लिए
इनका ना तुम मान करो
ना ही तुम सम्मान करो ।
बेच दिया जिसने
कुर्सी की खातिर
अपना मान सम्मान
अपनों का विश्वास
उनका क्या तुम मान करोगे, उनका क्या तुम सम्मान करोगे।
उठो देश की जनता
अरे जागो देश की जनता
उठकर कुछ सवाल करो
उठकर कुछ सवाल करो ।
तुम भी तो कुछ बवाल करो
तुम भी तो कुछ बवाल करो।।
वन्दना खरे मुक्त
चचाई जिला अनूपपुर म.प्र.