हाथी के हमले से अधेड़ घायल मेडीकल कॉलेज में भर्ती, वन विभाग ने दी सहायता राशि
अनूपपुर
18 जून 2 दन्तैल हाथियों का समूह विगत एक सप्ताह से अधिक समय से अनूपपुर वन मण्डल के वन परिक्षेत्र अहिरगवा के कठौतिया पूर्व एवं पश्चिम बीट के जंगलों में विचरण करता हुआ शुकवार की रात पहाड़ चढ़कर लमसरई बीट के नगुलीदादर गांव पहुंचा जहां एक शराबी द्वारा हाथी को पत्थर मारने पर पलट कर हाथी ने उसे उठाकर पटक कर घायल किया, जिसे मेडिकल कॉलेज शहडोल में वन विभाग द्वारा भर्ती कराया गया है जिसका उपचार जारी है,वही खाने की तलाश में हाथियों ने दो घरों का नुकसान कर शनिवार की सुबह वन परिक्षेत्र राजेन्दग्राम के जंगल में अपना डेरा जमाया हुआ है। विवरण में मिली जानकारी अनुसार विगत एक सप्ताह से अधिक समय से दो हाथियों का समूह अनूपपुर वन मंडल के कठौतिया पूर्व एवं पश्चिम बीट के जंगलों में रह कर देर साम-रात को जंगल के आसपास के गाव, मोहल्लों में खाने की तलाश में जाकर अपना आहार लेने बाद दिन में जंगलों में रहे हैं,इसी बीच शुक्रवार की रात दोनों दनतैल हाथी कठौतिया के जंगल से पहाड़ चढ़कर गोंदा, लमसरी,हजारीटोला से लमसरी बीट के लुकानटोला (देवरी दादर) मे देर रात नगुलीदादर पहुंचे जहां हाथियो को देख कर ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई इसी बीच नगुलीदादर निवासी 52 वर्षीय गोपाल पिता ललन सिंह जो शराब के नशे में था के द्वारा गांव की रोड से जा रहे दोनों हाथी के ऊपर पत्थर से वार किया जिससे गुस्साए एक हाथी ने मुड़कर गोपाल को दौड़ाकर हमला कर सूड़ से पकड़ कर पटक कर घायल कर दिया जिससे अफरा तफरी का माहौल बन गया, इस बीच मौके पर मौजूद वन अमले द्वारा ग्रामीणों की मदद से घायल को 108 एंबुलेंस से मेडिकल कॉलेज शहडोल में भर्ती किया गया जहां घायल का उपचार किया जा रहा है।इस दौरान वन परीक्षेत्र अधिकारी अहिरगवा अभिचल त्रिपाठी बीट गार्ड लमसरई ओम प्रकाश धुर्वे द्वारा घायल के परिजन शिव कुमार सिंह को उपचार हेतु दस हजार रूपये की सहायता राशि प्रदान की गई । हाथियों के समूह द्वारा देर रात देवरीदादर के राकेश अगरिया एवं नगुलीदादर के खेथा पिता किर्रा बैगा के कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचा कर घर के अंदर रखें खाने-पीने की सामग्री को निकालकर अपना आहार बनाते हुए करौंदापानी से ऊफरी कला,मौहारी,जटंगा होते हुए वन परीक्षेत्र राजेंद्रगाम के बेनीबारी बीट अर्तगत देवरा के राजस्व क्षेत्र के जंगल मे शनिवार की सुबह से अपना डेरा जमाए हुए हैं,हाथियों की निरंतर विचरण पर वन विभाग की टीम ग्रामीणों को निरंतर सूचना देकर हाथियों से बचाव का प्रयास कर रही है लेकिन ग्रामीणों की भीड़ के द्वारा हो हल्ला एवं छेडखानी के कारण हाथियों में गुस्से की स्थिति निर्मित हो जाती है जिससे वह नाराज होकर परेशान करते हैं। इस दौरान वन मंडल अधिकारी अनूपपुर डॉक्टर ए, ए,अंसारी ने हाथी के हमले से घायल मरीज के उपचार हेतु हरसंभव मदद व बेहतर उपचार कराए जाने की बात कही है।